-नई व्यवस्था

-पुराने व्हीकल पर भी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य

-नंबर प्लेट लगाने के लिए शासन ने निर्धारित किया डेट

GORAKHPUR:

अब पुराने व्हीकल की सेफ्टी भी बढ़ जाएगी। शासन ने सभी तरह के व्हीकल पर नया हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य कर दिया है। अब बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के आरटीओ डिपार्टमेंट में व्हीकल के दस्तावेजों से संबंधित कोई भी कार्य नहीं होंगे। यानी, न फिटनेस प्रमाण पत्र बनेगा और न ही व्हीकल के रजिस्ट्रेशन का रिन्युअल हो सकेगा।

हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के लिए शासन ने फरमान जारी कर दिया है। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट व्हीकल डीलर के यहां ही लगाए जाएंगे। इसके लिए व्हीकल मालिक को डीलर प्वाइंट पर संपर्क करना होगा। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के लिए शासन ने फीस भी फिक्स कर दी है। एआरटीओ श्याम लाल के अनुसार शासन की तरफ से दिशा-निर्देश मिल चुका है। इसके लिए डीलर्स, संबंधित अफसरों और इंप्लॉईज को निर्देशित कर दिया गया है।

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-2006 से पहले के रजिस्टर्ड सभी व्हीकल का चार माह में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य है।

-2005 से 2010 के बीच रजिस्टर्ड व्हीकल पर छह माह का समय

-2010 से 2015 तक रजिस्टर्ड व्हीकल पर आठ माह का समय

-2015 से 2010 के बीच रजिस्टर्ड व्हीकल पर दस माह में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना होगा।

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यह हैं फायदे

-हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट सेफ्टी की दृष्टि से बहुत ही उपयोगी है। किसी तरह की दुर्घटना होने पर नंबर प्लेट पर बने होलोग्राम की सहायता से व्हीकल मालिक और गाड़ी के विषय में डिटेल्स मिल जाती ही।

-नंबर प्लेट पर आईएनडी लिखा होगा और इसके साथ ही इसमें क्रोमियम प्लेटेड नंबर और इंबॉस रहते हैं, जिससे रात के समय कैमरे के द्वारा इसकी मानिटरिंग की जा सकती है।

-पहले व्हीकल मालिक किसी दुर्घटना या अपराध होने पर नंबर प्लेट और रजिस्ट्रेशन नंबर को बदलने का प्रयास करते थे, लेकिन अब यह संभव नहीं हो पाएगा।

-हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को लेकर डिटेक्टर कैमरे के अनुकूल बनाया गया है, जिससे गाड़ी के बारे में तत्काल पता किया जा सकता है।

-इंडिया में सभी व्हीकल की डिटेल्स के लिए हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट के डाटा को नेशनल डाटाबेस से जोड़ा जाएगा।

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क्या है हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट

हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट एक तरह की आधुनिक नंबर प्लेट है जो कि एल्यूमिनियम धातु से बनी हुई है। इस नंबर प्लेट को आपकी सेफ्टी को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इस नंबर प्लेट पर आपको एक होलोग्राम स्टीकर लगा मिलेगा जिस पर आपकी गाड़ी का इंजन नंबर और चेसिस नंबर के साथ रजिस्ट्रेशन नंबर भी दर्ज होगा। रजिस्ट्रेशन नंबर मशीन द्वारा लिखा गया होगा जो इस नंबर प्लेट पर अलग से अभरा हुआ नजर आएगा। नंबर प्लेट की सबसे खास बात यह है कि इस पर लगे होलोग्राम को आसानी से नष्ट नहीं किया जा सकेगा।

वर्जन

शासन का निर्देश मिल चुका है। इसके लिए डीलर्स, संबंधित अफसरों और इंप्लॉईज को निर्देशित कर दिया गया है। ताकि समय रहते पुराने वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाया जा सके।

श्याम लाल, एआरटीओ

Posted By: Inextlive