- डीजीपी के निर्देश- नई व्यवस्था के तहत जल्द करें अवेयर

- एडीजी बोले- 1090 पर आने वाली कंप्लेन पर रहेगी नजर

GORAKHPUR: पीडि़त महिलाओं की शिकायतों पर त्वरित एक्शन होगा। वुमेन हेल्पलाइन नंबर 1090 के अतिरिक्त महिलाएं अब वेबसाइट पर सीधे कंप्लेन दर्ज करा सकेंगी। डीजीपी मुकुल गोयल ने महिला और बाल सुरक्षा संगठन की तरफ से बनी नई वेबसाइट www.2ष्ह्यश्र.द्बठ्ठ को लांच किया है। सभी डिस्ट्रिक्ट में प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश हैं। नई फैसिलिटी को लेकर एडीजी ने पहल की है। उन्होंने कहा है कि वेबसाइट के बारे में सभी को जानकारी दी जाएगी। नई वेबसाइट को तीन विशेष सुविधाओं से लैस किया गया है। इसकी खासियत है कि इसके जरिए कोई भी पीडि़त महिला, वुमेन पॉवर लाइन के अफसरों से सीधे चैट कर सकेगी। ऑनलाइन शिकायत रजिस्टर्ड कराने की सुविधा भी मिलेगी। एडीजी ने जोन के पुलिस अधिकारियों को अवेयरनेस कैंपेन चलाने को कहा है।

1090 की जानकारी भी पा सकेंगी महिला शिकायतकर्ता

महिलाओं की सिक्योरिटी और उनकी कंप्लेन के निस्तारण के लिए 1090 नंबर जारी किया गया है। लखनऊ में बने कंट्रोल रूम में आने वाली कंप्लेन को संबंधित जिलों के थानेदार सहित अन्य पुलिस अधिकारियों को भेज दिया जाता है। समस्या के निस्तारण होने तक कॉल सेंटर से कर्मचारी पीडि़त के संपर्क में रहकर फीडबैक लेते हैं। लेकिन इस पर लोड बढ़ने से प्रॉब्लम आ रही थी। इसको देखते हुए महिला और बाल सुरक्षा संगठन की तरफ नई वेबसाइट www.wcso.in लांच की गई है। इस साइट के जरिए महिलाओं को शिकायत करने की सुविधा मिलेगी। साथ ही 1090 पर की गई शिकायत के निस्तारण की जानकारी भी मिल सकेगी। वेबसाइट पर शिकायत पर सीधे चैट करने की व्यवस्था होगी। इसके लिए महिला पुलिस अधिकारियों की डयूटी लगाई जाएगी।

संगठन के अधीन थाने, अन्य प्रकोष्ठ भी समाहित

महिला और बाल सुरक्षा संगठन में सभी महिला थानों, एंटी हयूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, महिला सम्मान प्रकोष्ठ, सीबीसीआईडी का महिला प्रकोष्ठ, डॉयल 112, वुमेन पॉवर लाइन 1090 को सहित अन्य विंग को समाहित कर दिया गया है। इसमें यूपी कॉप एप, 1076, 181, आईजीआरएस, सभी जिलों, रेंज और जोन से आने वाली शिकायतों का सुपरविजन भी महिला और बाल सुरक्षा संगठन में तैनात अधिकारी करेंगे। इसलिए वेबसाइट अधिक हेल्पफुल साबित होगी।

यह जिम्मेदारी भी निभाएगा संगठन

- महिलाओं के उत्पीड़न से जुड़े मामलों की मंथली समीक्षा और उनसे जुड़े आंकड़ों को जुटाना।

- पीडि़त महिलाओं की तत्काल मदद करना, उनकी समस्या के समाधान के लिए संपर्क में रहना।

- जेंडर सेंसिटाइनजेशन के लिए सेमिनार, ट्रेनिंग और वर्कशॉप का आयोजन किया जाना।

- महिलाओं से जुड़े अपराधों में कार्रवाई के लिए महिला पुलिस कर्मचारियों की प्रॉपर ट्रेनिंग कराना।

- महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं के कारणों पर रिसर्च करना।

- मानव तस्करी रोकने, डीएनए सैंपलिंग, महिलाओं और बच्चों का डेटा जुटाकर कार्रवाई की समीक्षा और फारेसिंक सुविधा दिलाना।

वर्ष 2021 में एक जनवरी से 15 जून तक हुए महिला अपराध

10 मर्डर

47 रेप

58 शीलभंग

124 किडनैपिंग

02 छेड़खानी

150 उत्पीड़न

15 दहेज हत्या

02 तीन तलाक

नई वेबसाइट के जरिए महिलाओं को शिकायत दर्ज कराने में सुविधा होगी। लाइव चैट की सुविधा होने से पीडि़त अपनी बात रख सकेंगी। जोन के सभी जिलों में 1090 पर आने वाली शिकायतों के बारे में पूरी डिटेल मांगी गई है। शिकायतों के निस्तारण में किसी तरह की लापरवाही पाए जाने पर संबंधित पुलिस कर्मचारियों से जवाब तलब किया जाएगा।

- अखिल कुमार, एडीजी जोन

Posted By: Inextlive