- शास्त्रीनगर कॉलोनी में घरों की छत के ऊपर दौड़ रहे हाइटेंशन तार

- जीडीए से एक साल से गुहार लगा रही पब्लिक, बिजली विभाग भी नहीं ले रहा इंट्रेस्ट

GORAKHPUR: बड़ी खुशी का दिन होता है जिस दिन हम अपने नए घर में इंट्री करते हैं। लेकिन शहर में एक ऐसी भी कॉलोनी है जहां जीडीए से घर एलॉट कराने के बाद लोग डर के साए में जी रहे हैं। यहां दर्जनों मकानों की छत से सटे हुए खुले हाईटेंशन तार दौड़ाए गए हैं। जिसके डर से लोग अपने घर की छत पर जाने तक से परहेज करते हैं। तारों को हटाने के लिए कॉलोनी वासियों ने जीडीए और बिजली विभाग से कई बार गुहार भी लगाई लेकिन दोनों डिपार्टमेंट के जिम्मेदारों ने कल-कल करके एक साल बीता दिया। आज तक दोनों डिपार्टमेंट के जिम्मेदारों को पब्लिक के सिर पर मंडरा रहे खतरे को हटाने का समय नहीं मिल सका है।

20 साल से झेल रहे परेशानी

शास्त्रीनगर कॉलोनी के लोग करीब 20 साल से अपने ही घरों की छत पर नहीं जा पाए हैं। यहां के लोगों ने लाखों रुपए खर्च तो कर दिए लेकिन अपने घर में रहने की संतुष्टि आज तक नहीं मिली। कई बार कंप्लेन करने के बाद किसी तरह एक साल पहले कॉलोनी की बिजली लाइन अंडरग्राउंड तो कर दी गई लेकिन छत से गुजर रहे हाइटेंशन तार हटाने के लिए ना तो जीडीए को समय मिला, ना ही बिजली विभाग के जिम्मेदारों ने इसे जरूरी समझा।

एक दूसरे पर लगाते आरोप

कॉलोनी के लोगों ने बताया कि इस प्रॉब्लम को दूर करने के लिए जीडीए और बिजली विभाग सीरियस नहीं हैं। जब भी जीडीए के जेई से बात करो तो वे बिजली विभाग को दोषी बताते हैं। वहीं बिजली विभाग में कंप्लेन करो तो वे जीडीए को दोष देने लगते हैं।

पोल से जुड़ी है लाइन

कॉलोनी की बिजली लाइन अंडरग्राउंड किए जाने के बावजूद मौत के तार आज भी घरों की छतों पर मंडरा रहे हैं। कॉलोनी के रघुवंशी मणि ने बताया कि बिजली विभाग के कर्मचारी का कहना है कि अंडरग्राउंड लाइन में फॉल्ट होने पर इस हाइटेंशन तार से भी लाइन दी जा सकती है। इसके कारण घर का कोई सदस्य छत पर नहीं जाता है। वहीं बरसात में भी करंट आने का डर बना रहता है।

बॉक्स

ट्विटर पर कंप्लेन का भी नहीं होता फायदा

खोराबार के विवेकानंद दूबे ने सीएम के पोर्टल और जनता दरबार में भी बिजली विभाग की कंप्लेन की है। उनका आरोप है कि उनकी जमीन पर से जर्जर एलटी लाइन हटवाने के लिए उन्होंने 46081 रुपए जमा किए। इसके बाद अधिशासी अभियंता और जेई ने भी पैसे लिए। बावजूद इसके एलटी लाइन नहीं हटी। अब विवेकानंद अपना पैसा वापस मांग रहे हैं लेकिन जिम्मेदार सुन नहीं रहे।

कोट्स

हम लोगों ने कई बार कंप्लेन की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बिजली विभाग और जीडीए की सुस्ती से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

- रघुवंशी मणि

गर्मी हो या फिर ठंड कभी हम लोग छत पर नहीं जा पाते हैं। बच्चे ना जाएं इसके लिए गेट पर ताला लगा दिया है। कई बार आश्वासन मिला है लेकिन प्रॉब्लम दूर नहीं हुई।

बबिता तिवारी

बच्चे छत पर जाने की जिद करते हैं लेकिन उन्हें नहीं जाने दिया जाता है। डर लगता है कि कहीं घर पर ना रहने पर कोई प्रॉब्लम ना हो जाए।

नीतू शुक्ला

बार-बार तारीख मिलती है लेकिन काम नहीं होता। जीडीए और बिजली विभाग की सुस्ती कहीं कॉलोनीवासियों पर भारी ना पड़ जाए।

अभिषेक शुक्ला

वर्जन

हाइटेंशन तार में करंट नहीं है। इसको हटाने के लिए जब भी बिजली विभाग से समय मांगा जाता है तो तारीख देते हैं लेकिन आते नहीं हैं। इस वजह से एक साल बीत गया।

- अजय सिंह, जेई, जीडीए

हाइटेंशन तार का मामला मेरे संज्ञान में है। जीडीए से बात करके इसे बहुत जल्द हटा लिया जाएगा।

- यूसी वर्मा, अधीक्षण अभियंता, बिजली विभाग

Posted By: Inextlive