स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में आप सभी को गोरखपुर को मिली रैंक याद होगी. 82वें पोजिशन से खिसककर 111वें स्थान पर पहुंच गए. मतलब साफ है गोरखपुर सिटी को साफ बनाने सिर्फ कागजी कोरम पूरा किया गया. जब रिपोर्ट आई तो अफसर बैकफुट पर आ गए.


गोरखपुर (ब्यूरो)। रिपोर्ट पर जब निगम एडमिनिस्ट्रेशन से सवाल किए गए तो अफसरों ने कहा, डोर-टू-डोर कचरा उठान का कार्य अच्छी तरीके से करेंगे। पर क्या आप जानते हैं मोहल्लों से कचरा कलेक्शन के नाम पर अभी भी खानापूर्ति हो रही है। कलेक्ट किए गए कूड़े को कूड़ा पड़ाव में डालने के बजाय प्लॉट या पार्कों में ही डंप किया जा रहा है। शहीद गली बिछिया मोहल्ला एरिया में कूड़ा प्लॉट में डंप करने का मामला बुधवार को सामने आ गया। जबकि कुछ दिन पहले नगर आयुक्त ने निर्देश दिए थे कि खाली प्लॉट में कूड़ा फेंकते कोई भी पड़ा गया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।सफाईकर्मियों पर कार्रवाई का डर नहीं


बुधवार सुबह नगर निगम के सफाईकर्मी ने शहीद गली बिछिया मोहल्ला एरिया में सफाई करने के बाद एकत्र कूड़े को पास के प्लॉट में फेंक दिया। इसकी तस्वीर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने अपने कैमरे में कैद कर ली। महानगर के 70 वार्डों की सफाई के लिए नगर निगम में सफाई कर्मियों का भारी भरकम फौज हैं। 589 परमानेंट और 2719 आउटसोर्सिंग पर कर्मी काम कर रहे हैं, लेकिन प्लॉटों में कूड़ा डंप करने की कवायद से स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के प्रयासों में पानी फेर सकती है। ठोस कार्रवाई नहीं होने से स्टाफ बेलगाम हो गया है। दुर्गंध और मच्छरों के प्रकोप से पब्लिक परेशान वार्ड नंबर 62 सिविल लाइंस निवासी समाजसेवी अभिषेक सिंह ने कहा, वार्ड में रेलवे स्टेशन, डीआईजी बंगला, पैडलेगंज, गुरुद्वारा के पास कूड़ा का अंबार आए दिन देखा जा सकता है। इससे उठ रही दुर्गंध और मच्छरों के प्रकोप से लोग परेशान हैं। वहीं रेलवे स्टेशन और बांसगांव कॉलोनी की नालियां सफाई न होने की वजह से चोक हो चुकी हैं। नगर निगम में सफाईकर्मी व संसाधन589 परमानेंट सफाईकर्मी 2719 आउटसोर्सिंग सफाईकर्मी 71 टैक्टर 229 छोटे-बड़े वाहन हैंसफाई पर मंथली खर्च 2.45 करोड़ वेतन 3308 सफाई कर्मचारी पर 70 लाख रुपए डीजल खर्च 10 लाख रुपए गाडिय़ों के मरम्मत पर खर्च 351 मीट्रिक टन शहर से डेली उठता है कचरा

शहर के 70 वार्डों से 351 मीट्रिक टन कचरा डेली उठाया जाता है। इसमें पहले कूड़ा पड़ाव पर एकत्र किया जाता है। इसके बाद यहां से बड़ी गाड़ी के जरिए टीपीनगर स्थित एकला बंधे के पास डाला जाता है। नगर निगम के तमाम दावों के बाद अभी भी शहर में जगह-जगह कूड़ा बिखरा हुआ दिखता है। इतना ही नहीं कूड़ा निस्तारण के लिए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए जमीन की तलाश 14 साल बाद भी पूरी नहीं हो सकी।

यहां सफाई की दरकार - शिवपुर सहबाजगंज- मानस विहार कॉलोनी- बेतियाहाता आवास विकास - इलाहीबाग- अलहदादपुर - मिर्जापुर - सरस्वतीपुरम- स्माइलपुर - अधियारीबांग - बरगदवां - कृष्णानगर कॉलोनी - बशारतपुर - इंद्रप्रस्थपुरम आदि मोहल्ले

Posted By: Inextlive