- शहर में पुलिस वाला बनकर चेकिंग के नाम पर हुई कई वारदातें

- कभी नहीं पकड़े गए शातिर, हर बार जांच में नाकाम रही पुलिस

- नए मामलों को लेकर पुलिस करती पड़ताल, पुराने पर नहीं होता काम

GORAKHPUR: 24 अक्टूबर 2017, एसओजी का सिपाही बताकर कोतवाली क्षेत्र में कोलकाता के व्यापारी से 7.50 लाख रुपए की लूट। दिन दहाड़े हुए वारदात ने सिर्फ पुलिस की तरफ उंगली उठाने का मौका दिया, बल्कि पुलिस को हलकान कर डाला। खाकी की इस मामले में खूब किरकिरी भी हुई, मगर आज भी शातिर आजाद हैं और केस में जांच जारी है। तीन साल पहले हुई इस वारदात में पुलिस का नाम तो आया ही, वहीं तीन सालों में आए केस में यह सबसे बड़े अमांउट की ठगी थी। इसके बाद भी बदमाश थमे नहीं और एक के बाद एक घटना को अंजाम देने में लगे हुए हैं। मगर उस वक्त से अपनी साख पर बट्टा लगाने वालों के मामले में पुलिस अब भी खाली हाथ है। ऐसे मामलों में जांच का नतीजा यह रहा है, इसके बारे में तो छोड़ दीजिए, बदमाशों का पकड़ा जाना तो दूर, उनके बारे में पुलिस अब तक कोई जानकारी भी नहीं जुटा सकी है।

एक जैसा है सबकी लूट का तरीका

- 08 नवंबर 2017: रेती रोड पर कानपुर के ट्रांसपोर्टर से तेजनारायण के बैग में रखे 1.56 लाख रुपए की लूट हुई।

- 06 अक्टूबर 2018 : अलहदादपुर की रहने वाली महिला को बेतियाहाता में रोक कर खुद को पुलिसकर्मी बता गहने उतरवा लिए।

- 06 जनवरी 2019 : साहबगंज में खुद को एसटीएफ का सिपाही बता बदमाशों ने किराना व्यापारी के मुनीम से 92 हजार रुपए उड़ा दिए।

- 13 जनवरी 2019: सिवान (बिहार) के चश्मा व्यापारी मंजर आलम के कर्मचारी मुन्ना से रेती चौक पर बदमाश ने खुद को पुलिस वाला बताकर 25 हजार रुपए और आठ चश्मे लूट लिए।

- 02 मार्च 2019: माया कॉम्पलेक्स के पास व्यापारी की पत्‍‌नी से गहने लूट लिए।

- 18 मार्च 2019: कुशीनगर के व्यापारी से नखास रोड पर लूट का प्रयास किया। सावधानी बरतकर वह बच निकला।

- 04 अप्रैल 2019: गोलघर में महराजगंज के सराज्फ से पांच हजार रुपये और कपड़े लूटे।

- 14 जून 2019: पुलिसकर्मी बताकर बैंक रोड पर महिला से गहनों की लूट हुई।

- मार्च 2019: राजघाट में गीता प्रेस रोड पर पुलिस वाला बनकर व्यापारी की पत्‍‌नी की चेन, अंगूठी और गहने लेकर फरार हो गए।

- 01 जुलाई 2019: भालोटिया मार्केट में सिद्धार्थनगर, उस्का निवासी दवा कारोबारी को झांसा देकर चेकिंग के बहाने बदमाशों ने एक लाख रुपए की लूटपाट की

- 20 जुलाई 2019: गीता प्रेस के प्रोडक्शन मैनेजर लालमणि तिवारी की पत्‍‌नी गीता तिवारी से नकली पुलिस वालों ने गहने लूट लिए। वीसी आवास के पास वारदात को अंजाम दिया।

- 22 अगस्त 2019: कैंट क्षेत्र में आंबेडकर चौराहे के पास कांग्रेस नेता परवेज सिद्दीकी की मां मुस्तरी सिद्दीकी से तीन लाख के गहने लूटे, एडीजी कैंप आफिस के सामने सड़क पर वारदात की।

- 3 नवंबर 2019: अंबेडकर चौराहे के पास महिला टीचर से लूटपाट की कोशिश, महिला की सक्रियता से बदमाश भाग निकले।

4 दिसंबर 2019: विजय चौक पर टाइल्स व्यापारी के कर्मचारी को झांसा देकर उचक्कों ने एक लाख रुपए का चूना लगा दिया था। ड्रग्स तस्करी का आरोप लगाकर कर्मचारी वशीउल्लाह से चेकिंग के बहाने बदमाशों ने वारदात की। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।

ये बरतें सावधानी

- पुलिस वाला बनकर कोई चेकिंग करने की कोशिश करे तो शोर मचाएं।

- अधिक नकदी होने पर किसी संदिग्ध को अपने सामान की तलाशी न लेने दें।

- बिना वर्दी के पुलिस कर्मचारी राह चलते किसी की तलाशी नहीं लेते हैं।

- यदि कोई संदिग्ध नजर आए, कोई ऐसी हरकत करे तो नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचना दें।

- बाजार जाते समय किसी रास्ते में किसी के झांसे में न आए। संदेह होने पर जरूर विरोध करें।

हाल के दिनों में ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई है। यदि कोई वारदात होती है तो पुलिस कार्रवाई करेगी। पूर्व में हुए मामलों के बारे जानकारी ली जाएगी। इस संबंध में मीटिंग के दौरान जानकारी ली जाएगी। बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनको अरेस्ट किया जाएगा।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी

हर वारदात में पुलिस वाले बनकर लूट करने का तरीका करीब-करीब एक जैसा ही रहा है। हर वारदात में तीन से चार बदमाशों के शामिल होने की बात सामने आई है। सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस जालसाजों की तलाश भी खूब हुई है, लेकिन हर बार नतीजा सिफर ही रहा है। जांच के बाद फाइलें, डंप पड़ी हुई हैं। सवाल पूछने पर पुलिस अधिकारी यह कहकर जिम्मेदारी पूरी करते हैं कि जांच चल रही है। पिछले तीन साल की बात करें तो इस बीच पुलिस ने ऐसे किसी भी केस का पर्दाफाश नहीं किया है .पुलिस वाला बनकर वारदातों को अंजाम देने वाले गैंग के बारे में सही जानकारी सामने नहीं आ सकी।

क्या है मॉडस ऑपरेंडी

फर्जी पुलिस वाला बनकर चेकिंग के बहाने लोगों से लूटपाट करने वाला गैंग अक्सर लोगों को शिकार बनाता है। इस गैंग के सदस्य मार्केट में एक्टिव रहते हैं। पीडि़तों की केस स्टडी में यह बात सामने आई है कि गैंग के सदस्यों ने उन लोगों को ज्यादा टारगेट किया है, जो रुपए लेकर खरीदारी करने के लिए थोक मार्केट में पहुंचे हैं। वहीं ऐसे लोग भी शिकार हुए हैं, जिसके पास ज्यादा नकदी रही है। पहले उसको वॉच करना और इसके बाद उसका पीछा करके उसे कहीं पर रोक लेने की बातें सामने आई हैं। खुद को पुलिस वाला बताकर उसके बैग की तलाशी लेकर शातिर जेब टटोलने का झांसा देकर सारा सामान लेकर फरार हो गए हैं। जालसाजों को पुलिस वाला समझकर बिजनेसमैन प्रतिकार नहीं करते, जब तक उन्हें इस बात का अहसास होता है कि कि फर्जी पुलिस वालों ने उनके साथ चीटिंग की है, तब तक काफी देर हो चुकी रहती है।

ज्यादा ज्वेलरी पर रोक, पर्स रख दीजिए प्लीज

फर्जी पुलिस वाले बनकर महिलाओं की ज्वेलरी लूटने वाले शातिर दूसरा तरीका अपनाते हैं। चेकिंग के दौरान वह ऐसी महिला को टारगेट करते हैं जो उनकी बातों पर यकीन कर ले। सोने की चेन, लॉकेट, कंगन सहित अन्य गहने पहनी महिला को रास्ते में रोक लेते हैं। उनको बताते हैं कि चोरों से बचने के लिए पुलिस की चेकिंग चल रही है। आगे जाने पर आप के साथ लूटपाट हो सकती है। इसलिए अपने सारे गहने उताकर हमें दे दीजिए। इस बीच उनका ही कोई साथी आकर पुलिस बने साथियों को अपनी कोई ज्वेलरी देकर आगे बढ़ जाता है। इससे महिला को यकीन होता है कि उसकी सुरक्षा के लिए उपाय किया जा रहा है। झांसे में आकर महिलाएं नकली पुलिस वालों को असली ज्वेलरी थमा देती है। आगे जाकर पुलिस गहने लौटा देती है। चेक करने पर मालूम होता है कि जालसाजों ने ठगी कर ली है।

कोतवाली और कैंट में ज्यादा वारदात

पुलिस वाला बनकर जालसाजी की वारदातें कोतवाली और कैंट एरिया में सर्वाधिक हुई हैं। इन दो थाना क्षेत्रों के अलावा शाहपुर में भी कुछ मामले सामने आए। कोतवाली एरिया में लगातार हो रही घटनाओं से परेशान होकर पुलिस ने लाउडस्पीकर के जरिए प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया। लॉक डाउन के पूर्व तक चौराहों पर लगे लाउड स्पीकर के जरिए लोगों को नकली पुलिस वालों से बचने की सलाह दी जाती थी। इसके अलावा जगह- जगह पोस्टर लगाकर भी पुलिस, पब्लिक को अलर्ट कर रही है।

तीन साल में इन वारदातों को दिया अंजाम

- 24 अक्टूबर 2017: एसओजी का सिपाही बताकर कोतवाली क्षेत्र में कोलकाता के व्यापारी से 7.50 लाख रुपए लूटे।

- 27 अक्टूबर 2017 : असुरन के पास खुद को चौकी प्रभारी बताकर एक स्कूल के प्रबंधक की पत्‍‌नी के गहने उतरवा लिए। महंगी ज्वेलरी लेकर शातिर फरार हो गए।

Posted By: Inextlive