- खोराबार पुलिस ने कराया रेप मामले का समझौता

- दो दिन से थाने में था आरोपी युवक

GORAKHPUR: आईजी साहब आप ट्रैफिक दुरुस्त करिए, इधर आपकी पुलिस सिर्फ मैनेज कराने में लगी है। यह हम नहीं गोरखपुर पुलिस के हाल के आंकड़े बता रहे हैं। अभी ताजा मामला आया है पुलिस द्वारा रेप की बोली लगाने की है। दरअसल मामला यह है कि शुक्रवार को खोराबार थाने में रेप की बोली 30 हजार लगी। कीमत तय करके पुलिस ने पहले अपना हिस्सा वसूला। फिर बाद में पीडि़त परिवार की मदद के नाम पर आरोपी से ली गई रकम भी गड़प कर गई। रेप की कीमत चुकाकर आरोपी थाने में सीना चौड़ा करते हुए घर गया। पुलिस के डर से पीडि़त परिवार भी थाने से लौट गया। इसके पहले भी खोराबार पुलिस समझौते का दबाव बना चुकी है।

नेचुरल कॉल पर गई थी किशोरी

खोराबार एरिया के एक गांव की किशोरी 10 अगस्त की शाम जंगल की ओर गई थी। तभी बगल के गांव के युवक ने उसको पकड़ लिया। किशोरी के साथ उसने रेप किया। घर पहुंची किशोरी ने मां को आपबीती बताई। 11 अगस्त की सुबह किशोरी अपनी मां के साथ थाने पहुंची। पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। सऊदी में कमाने वाला आरोपी कुछ दिन पहले घर लौटा था। यह जानने के बाद सिपाहियों ने रुपए वसूलने की जुगत शुरू कर दी।

कोर्ट, कचहरी में होगी बदनामी

दो दिनों तक आरोपी को थाने में बैठाने के बाद पुलिस समझौते का दबाव बनाने लगी। शुक्रवार को दिन भर खोराबार थाना में पंचायत चलती रहती। एसओ और अन्य पुलिस कर्मचारियों ने किशोरी को कोर्ट, कचहरी के चक्कर में न पड़ने की हिदायत दी। एसओ ने पीडि़त को बताया कि कई तरह के सवाल पूछे जाएंगे। डॉक्टरी जांच होने पर सांसत होगी। इसलिए तुम थाने में समझौता करके घर चली जाओ। कुछ लोगों की मदद से सिपाही वसूली के चक्कर में लग गए। मुकदमा लिखवाने की बात करने वालों को पुलिस ने कैंपस से बाहर कर दिया।

थाने में लगी 30 हजार की बोली

पीडि़त पक्ष को लोक-लाज की दुहाई देकर पुलिस बरगलाती रही। मुकदमे में होने वाली प्रॉब्लम बताकर मानसिक दबाव दिया गया। शाम होते-होते गरीब परिवार टूट गया। किशोरी और उसका परिवार पुलिस की बात मानने को तैयार हो गया। किशोरी की मां को 30 हजार रुपए देने का आश्वासन दिया गया। आरोपी युवक से रुपए वसूलकर पुलिस ने उसे छोड़ दिया। काफी देर तक थाने में बैठी रही किशोरी को पैसा नहीं मिला। पुलिस और आरोपी पक्ष के डर से किशोरी घर चली गई। थोड़ी ही देर में थाने पर आबरू की कीमत लगने का मामला सरेआम हो गया।

पिछले एक महीने में गंभीर मामले का समझौते

केस एक:

भरवलिया निवासी भरवलिया निवासी रमेश पांडेय आरपीएफ में हेड कांस्टेबल है। बुधवार को कजाकपुर के कान्वेंट स्कूल में पढ़ने वाला उनका बेटा साइकिल से घर लौट रहा था। भगत चौराहे पर पहुंचा। तभी बदमाशों ने उसको पीटकर अपहरण करने की कोशिश की। रमेश ने थाने में शिकायत की तो पुलिस समझौते की कोशिश में लग गई। गुरुवार की सुबह रमेश के घर पहुंचे सिपाहियों ने छात्र के फ्यूचर का हवाला देते हुए समझौता का दबाव बनाया।

केस दो:

13 जुलाई को खोराबार थाना क्षेत्र के कुसम्ही बाजार तकिया के समीप ट्रैक्टर-ट्राली की चपेट में आकर एक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस कार्रवाई न कर, मामले को मैनेज कराने में लग गई। ग्रामीण नहीं माने तो गुस्साए एसओ ने लाठीचार्ज करवा दी। इस पर ग्रामीणों का गुस्सा और बढ़ गया। उन्होंने पुलिस को दौड़ा लिया। एसओ व अन्य सिपाहियों को वहां से भागना पड़ा।

वर्जन

किसी किशोरी के साथ रेप के मामले की जानकारी नहीं है। ऐसा कोई प्रकरण मेरे सामने नहीं आया।

जैसराज यादव, एसओ खोराबार

Posted By: Inextlive