कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार अब करीब आ गया है. इसको लेकर मार्केट में अब रौनक दिखने लगी है. मार्केट में कपड़े झूले श्रृंगार आदि के दुकानों पर भीड़ देखने को मिल रही है. इस बार हाथ से बनी और लोकल चीजें गोरखपुराइट्स को काफी पसंद आ रही हैं. इसके साथ ही गुजरात और राजस्थान के हैंडमेड आईटम की भी मार्केट में भारी डिमांड है.


गोरखपुर (ब्यूरो).जन्माष्टमी में लोग भगवान कृष्ण को सजाने का काम करते हैं। इसके लिए वह झूले, कपड़े, माला, चौकी, खिलौने आदि से अपने आराध्य का श्रृंगार करते हैं। सजावट के लिए इस्तेमाल होने वाले कपड़ों में हैंडमेड आइटम लोगों को काफी पसंद आ रहे हैं। इससे उनको मनपसंद पोशाक मिलने के साथ ही लोकल बिजनेस को भी बढ़ावा मिल रहा है। रासलीला के लिए रास सेट इस बार कृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण को खुश करने के लिए मार्केट में स्पेशल 'रास सेटÓ उपलब्ध है। यह गोपियों को एक सेट है। इस सेट की खास बाम यह है कि इनको काठ से बनाया गया है और यह पूरी तरह से हैंडमेड हैं। सजावट के सामान चारों ओर धूम


सिटी के गांधी गली स्थित शॉप ओनर गार्गी गर्ग ने बताया के जन्माष्टमी के लिए कृष्ण जी की पोशाक और सजावट के सामान के लिए गोरखपुर के साथ ही देश में काफी जगह से ऑर्डर आ रहे हैं। खासतौर पर उनके कपड़े जो कि पूरी तरह से हाथ से डिजाइन किए हुए हैं। रेट लिस्टपोशाक और सजावट - 30 से 3000 रुपएखिलौने - 15 से 100 रुपएरास सेट - 250 से 600 रुपएचौकी - 100 से 700 रुपएमाखन मटकी - 80 रुपए

झूले - 100 से 1500 रुपएबच्चों के कपड़े - 250 से 600 रुपए19 को मनाई जाएगी जन्माष्टमीपं। शरद चंद्र मिश्र ने बताया कि 19 अगस्त को सुबह 5: 35 से अष्टमी तिथि का मान शुरु होकर देर रात 1:06 बजे तक रहेगा। चूंकि सूर्योदय के समय अष्टमी और देर रात को भी अष्टमी तिथि होने से कृष्ण जन्माष्टमी और व्रतोत्सव के लिए यही दिन शास्त्रोत मान्य रहेगा। वैष्णवों में कुछ सम्प्रदाय सूर्योदय के समय रोहिणी नक्षत्र की प्रधानता देते हैं। इसलिए वे कृष्ण जन्माष्टमी 20 अगस्त को सम्पन्न करेंगे।मैं यहां गोपाल जी के लिए पोशाक और मुकुट लेने के लिए आई थी। यह काफी सुंदर हैं और हैंडमेड होने की वजह से थोड़ा यूनिक आइटम भी है। उर्मिला गर्ग, गोरखनाथलड्डू गोपाल जी के लिए झूले काफी सुंदर हैं। इसके साथ ही सजावट के लिए अवेलेबल हैंडमेड आइटम काफी अच्छे हैं, यह थोड़ा नया है और इसकी डिजाइन भी काफी अच्छी है।स्नेहा तिवारी, बरगदवां

Posted By: Inextlive