- योग, आयुर्वेद, एलोपैथ, होम्योपैथ व यूनानी की एक ही कैंपस में होगी पढ़ाई

- आरोग्य धाम, बालापार रोड सोनबरसा में महामहिम करेंगे विश्वविद्यालय का उद्घाटन

GORAKHPUR: महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय पूर्वाचल के स्टूडेंट्स वरदान साबित होगा। मेडिकल के क्षेत्र में कॅरियर बनाने वाले स्टूडेंट्स को एक ही कैंपस में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, डिग्री और पीजी कोर्सेज में बेहतर ऑप्शन मिलेगा। यह कहना है महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के वीसी मेजर डॉ। अतुल वाजपेयी का। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से बातचीत के दौरान वीसी ने यूनिवर्सिटी में पढ़ाए जाने वाले मेडिकल साइंसेज के कोर्सेज और उनके दाखिले की प्रक्रिया को लेकर जानकारी दी। बीएएमएस की पढ़ाई के लिए नीट कम्प्लीट करने वाले कैंडिडेट्स को एडमिशन मिल सकेगा।

जिले की पहली प्राइवेट यूनिवर्सिटी

गोरखपुर में चार विश्वविद्यालय हो चुके हैं। डीडीयूजीयू, एमएमएमयूटी, आयुष विश्वविद्यालय और महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय शामिल हैं। इनमें तीन जहां सरकारी विश्वविद्यालय हैं, वहीं निजी विश्वविद्यालय के रूप में यह स्थापति हुआ है। यह न सिर्फ पूर्वाचल के स्टूडेंट्स को बेहतर पढ़ाई का प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगा, बल्कि दूसरे प्रदेश से आने वाले स्टूडेंट्स को भी कॅरियर बनाने की राह आसान करेगा। डॉ। अतुल वाजपेयी ने बताया कि हमारे आदर्श भारतीय संस्कृति के प्रतीक मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का आदर्श एवं स्वदेश, स्वधर्म, स्वतंत्रता और स्वाभिमान के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वाले राष्ट्रनायक परमवीर महाराणा प्रताप का उज्जवल प्रदीप्त चरित्र हमारा आदर्श है।

सीएम योगी हैं संस्थापक कुलाधिपति

उन्होंने बताया कि हमारे प्रेरणा स्त्रोत महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक महंत दिग्विजयनाथ व एमपी शिक्षा परिषद के कर्णधार महंत अवैद्यनाथ हैं। वहीं प्रेरणादायी नेतृत्व महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलाधिपति पूज्य महंत योगी आदित्यनाथ हैं। उन्होंने बताया कि इस यूनिवर्सिटी का मुख्य उद्देश्य आधुनिक स्वरूप में भारतीय ज्ञान परंपरा की पुन‌र्प्रतिष्ठा एवं ज्ञान का ऐसा केंद्र विकसित करना, जहां प्रवेशार्थी को चिकित्सा, तकनीक, योग के साथ विज्ञान एवं कला की समस्त विधाओं का समन्वित-संतुलित ज्ञानार्जन हो सके। एक ही परिसर में चिकित्सा की सभी विधाओं योग, आयुर्वेद, एलोपैथ, होम्योपैथ एवं यूनानी आदि के समन्वित स्वास्थ्य सेवा का मौलिक प्रतिमान विकसित करना है।

इन कोर्सेज में होंगी मेडिकल की पढ़ाई

नर्सिग कोर्स

कोर्सेज - वर्ष - सीट

एएनएम - 2 - 60

जीएनएम - 3 - 60

बेसिक बीएससी नर्सिग - 4 - 60

पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिग - 2 - 20

एमएससी नर्सिग - 2 - 40

-----

पैरामेडिकल कोर्स

कोर्सेज - वर्ष - सीट

डिप्लोमा इन लैब टेक्नीशियन - 2 - 60

डिप्लोमा इन ऑर्थोपेडिक एंड प्लास्टर टेक्नीशियन - 2 - 60

डिप्लोमा इन इमरजेंसी एंड ट्रामा केयर टेक्नीशियन - 2 - 60

डिप्लोमा इन डायलिसिस टेक्नीशियन - 2 - 60

डिप्लोमा इन एनेस्थिसिया एंड क्रिटिकल केयर टेक्निीशियन - 2 - 60

----------------

मेडिकल कोर्स - साढ़े चार वर्ष - 100

--------------

प्रस्तावित पाठ्यक्रम

कोर्सेज - अवधि - सीट

एमबीबीएस - साढ़े पांच वर्ष - 100

बीफार्मा आयुर्वेद - 4 वर्ष - 120

डीफार्मा आयुर्वेद - 2 वर्ष - 120

बीफार्मा एलोपैथ - 4 वर्ष - 120

डीफार्मा एलोपैथ - 2 वर्ष - 120

बीएससी यौगिक साइंस - 3 वर्ष - 120

बीएससी आईटी - 3 वर्ष - 240

बीएससी एग्रीकल्चर - 4 वर्ष - 240

महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में मेडिकल साइंसेज की पढ़ाई के लिए कोर्सेज तैयार हैं। कुछ कोर्सेज पहले से संचालित हैं। बाकी प्रस्तावित हैं, जो आगामी दिनों में शुरू होंगे। पूर्वाचल के बच्चों को मेडिकल साइंस के क्षेत्र में कॅरियर बनाने में काफी मदद मिलेगी।

डॉ। प्रदीप राव, रजिस्ट्रार, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय

Posted By: Inextlive