-गोरखपुर में घेराबंदी से परेशान होकर खोज रहे थे जुगाड़

-कई दरोगाओं और सिपाहियों से बिचौलियां से किया संपर्क

-कचहरी में सरेंडर की सूचना पर पुलिस ने बिछा दिया था जाल

-सरेराह फायरिंग में सामने आया सिघाड़ा का नाम, पुलिस देती रह गई दबिश

GORAKHPUR:

कैंट एरिया के सिंघडि़या-विशुनपुरवा से लेकर मोहद्दीपुर तक सरेराह फायरिंग करने, एक युवक को गोली मारने और पब्लिक में दहशत फैलाने के आरोपित शुमभ सिंह सिघाड़ा गोरखपुर पुलिस पर भारी पड़ा। 25 हजार के इनामी को महराजगंज जिले में पुलिस ने अरेस्ट किया। पुलिस का दावा है कि वह नेपाल भागने की कोशिश में था। ज्वाइंट आपरेशन में क्राइम ब्रांच और घुघुली पुलिस की टीम ने उसे धर दबोचा। लेकिन इस गिरफ्तारी को लेकर रविवार को शहर में काफी चर्चा रही। लोगों ने कहा कि तीन साल के भीतर मनबढ़ई में पनपे सिघाड़ा ने पुलिस कर्मचारियों के नेटवर्क को धता बता दिया। अपने पुराने संबंधों का लाभ उठाकर आसानी से सरेंडर कर गया। उसे वारंट बी पर गोरखपुर ले आने के लिए कैंट पुलिस महराजगंज रवाना हो गई है।

कचहरी में पुलिस का पहरा, चल दी नई चाल

21 सितंबर, सोमवार दोपहर कैंट एरिया के सिंघडि़यां-विशुनपुरवा से लेकर मनबढ़ों ने जमकर उत्पात मचाया था। फिल्मी स्टाइल में दो गुटों के बीच जमकर लड़ाई हुई। दोनों गुटों ने वर्चस्व में गोलियां दागी। बदमाशों ने मोहद्दीपुर में पहुंचकर जितेंद्र यादव को गोली मार दी। उसे गंभीर हाल में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। दोनों गुटों की मारपीट में एक अन्य युवक भी घायल हुआ था। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके शुभम सिंह सिघाड़ा के खिलाफ 25 हजार रुपए का इनाम जारी किया। उसकी तलाश में पुलिस की अलग- अलग टीमें लगी। खोराबार, मोतीराम अड्डा के अहिरवाती टोला के सिघाड़ा ने कोर्ट में सरेंडर की अर्जी दी। इसकी जानकारी होने पर कैंट थाना की पुलिस ने कचहरी में जाल बिछा दिया। लेकिन वह सरेंडर करने कचहरी नहीं पहुंचा। पुलिस उसे अरेस्ट कर पाती। इसके पहले उसे महराजगंज जिले में पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। गोरखपुर पुलिस की सक्रियता के बावजूद महराजगंज में सिघाड़ा की गिरफ्तारी को लेकर काफी चर्चा रही। कुछ लोगों ने इसे मैनेज मामला बताकर पुलिस कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए।

पुलिस वालों से अच्छे संबंध, होती रहती है बातचीत

गोरखपुर पुलिस को चकमा देकर भाग रहा सिघाड़ा तीन साल से कुछ पुलिस कर्मचारियों के संपर्क में है। उसके अच्छे संबंधों से कोई मामला आने पर हर बार वह बच निकलता था। उसकी मनबढ़ई पर परिचित पुलिस कर्मचारी परदा डाल देते थे। इसलिए वह अपना वर्चस्व बढ़ाता चला गया। मोहल्ले के कई युवक उससे सिर्फ इसलिए जुड़े कि उसके संबंध छात्र नेताओं और दरोगा-सिपाहियों से है। सिघाड़ा की कई पुलिस कर्मचारियों से अच्छी बातचीत भी है।

संचालक ने रची थी घटना की साजिश

फायरिंग की घटना में पुलिस ने आठ लोगों को अरेस्ट किया था। मुख्य आरोपित को महराजगंज जिले के घुघुली एरिया में पुलिस ने पकड़ा। रविवार को इस वारदात की साजिश रचने का आरोपित जाकिब खान भी जेल भेजा गया। वह पाशा रेस्टोरेंट का संचालक है। मोहद्दीपुर, चार फाटक के पास उसे पुलिस ने पकड़ा था। पुलिस का कहना है कि रेस्टोरेंट में आकर मनबढ़ बैठते थे। पुर्दिलपुर मोहल्ले का जाकिब उनको संरक्षण देता था। मारपीट की तमाम घटनाएं होने के बावजूद उसने पुलिस को सूचना नहीं दी। उल्टे अपने प्रभाव में लेकर वह मामलों को मैनेज करने की कोशिश करता रहा।

अब तक इनकी हो चुकी गिरफ्तारी

घटना में शामिल सुमित चंदेल, शुभम राव, अविनाश सिंह, प्रच्जवल सिंह, विक्त्रांत पासवान, प्रिंस शाही, आदर्श शुक्ला, विनय सिंह जानू और पॉशा रेस्टोरेंट के संचालक जाकिब सहित नौ लोगों को पुलिस जेल भेज चुकी है। शनिवार रात महराजगंज जिले में शुभम सिंह सिघाड़ा को पकड़ा गया। इस मामले में फरार देवरिया जिले के बरहज निवासी शुभम सिंह बरहज की तलाश पुलिस कर रही है।

वर्जन

आरोपित शुभम सिंह सिघाड़ा को महराजगंज पुलिस ने अरेस्ट किया है। उसे वारंट बी के जरिए गोरखपुर ले आया जाएगा। रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की जाएगी।

सुमित शुक्ला, सीओ कैंट

Posted By: Inextlive