- दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में चल रहा था दीक्षांत समारोह

- राज्यपाल भी थे मौजूद, कार्यक्रम स्थल तक पहुंच गया विक्षिप्त युवक

- हाथ में थी फाइल, फुलप्रूफ सुरक्षा के दावे हुए फेल

GORAKHPUR: दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और राज्यपाल राम नाइक की सुरक्षा में सेंध लग गई। कार्यक्रम स्थल पर अचानक जा पहुंचे एक विक्षिप्त युवक ने वहां खासा उत्पात मचाया। बाद में पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उसे काबू में किया और थाने ले गई। राहत की बात यह रही कि इस दौरान कोई अनहोनी नहीं हुई। युवक की तलाशी में कुछ संदिग्ध बरामद नहीं हुआ। पुलिस के मुताबिक युवक मऊ कर रहने वाला है और इलाज कराने आया था। उसका नाम रंजीत कुमार है। युवक कार्यक्रम स्थल पर कैसे पहुंचा, इसकी जांच की जा रही है।

एक घंटे तक बैठा रहा

डीडीयूजीयू का दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया था। इसके मुख्य अतिथि गृहमंत्री राजनाथ सिंह थे। वहीं प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक भी वहां मौजूद थे। जैसे ही यूनिवर्सिटी के कुलपति अशोक कुमार ने संबोधित करने के बाद माइक छोड़ा अचानक समारोह स्थल में हंगामा हो गया। डिग्रीधारक छात्रों के बीच मौजूद एक विक्षिप्त व्यक्ति हंगामा करने लगा। यह देख कार्यक्रम स्थल पर मौजूद पुलिस फौरन वहां पहुंची और उसे पकड़कर बाहर ले गई। इससे कार्यक्रम स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। हालांकि बाद में कार्यक्रम निर्बाध ढंग से संपन्न हुआ। जानकारी के मुताबिक युवक छात्रों के बीच में एक घंटे तक बैठा रहा।

फाइल में था कागजों का बंडल

समारोह स्थल पर हंगामा करने वाले युवक के फाइल बैग से कई कागज पत्र बरामद हुए। अंग्रेजी में एक पन्ने में लिखा था कि कामरेड जोखन सिंह, मंजीत कुमार, सत्येंद्र, जबकि दूसरे पन्ने में महेंद्र कुमार श्रीवास्तव सिविल लाइंस लिखा हुआ है। 10 पन्नों वाली एक इंग्लिश कॉमिक्स भी मिली।

बॉक्स

अगर संदिग्ध होता तो

दीक्षांत समारोह में कोई अनहोनी नहीं हुई इसे पुलिस की खुशकिस्मती ही कही जाएगी। समारोह में जिस तरह से और जिस जगह संदिग्ध व्यक्ति पहुंचा था, वह बेहद संवेदनशील मामला है। डिग्री लेने आए छात्रों की फ‌र्स्ट रो तक संदिग्ध व्यक्ति का पहुंच जाना दिखाने के लिए काफी है कि व्यवस्था में खामियां थीं। बताया जाता है कि जिस जगह तक संदिग्ध व्यक्ति पहुंचा था, वहां से मंच को बड़े आराम से निशाना बनाया जा सकता था।

सुरक्षा में दिखी लापरवाही

दीक्षांत समारोह में वीवीआई मूवमेंट को लेकर पिछले दो दिनों से यहां काफी गहमा-गहमी थी। पुलिस ने चाक-चौबंद व्यवस्था का दावा किया था। लेकिन कार्यक्रम स्थल पर संदिग्ध व्यक्ति की मौजूदगी ने दावों पर सवाल उठा दिया। समारोह के दौरान भी ड्यूटी में तैनात सिपाही कंफ्यूज नजर आ रहे थे कि वह कहां खड़े होकर ड्यूटी करें। दीक्षांत समारोह के प्रांगण गेट पर तैनात दरोगा झपकी लेते नजर आए।

वर्जन

यूनिवर्सिटी के अंदर वह कैसे पहुंचा इसकी जानकारी किसी को नहीं है। यूनिवर्सिटी ने उसको पास जारी किया होगा तभी वह अंदर गया होगा।

-अभय कुमार मिश्र, सीओ कैंट

चारों तरफ बैरेकेटिंग की गई थी, समारोह स्थल के अंदर संदिग्ध कैसे गया, उसके बारे में पुलिस ही बता सकती है। यूनिवर्सिटी ऐसे लोगों को पास क्यों जारी करेगी?

-डॉ। सतीश चंद पांडेय, चीफ प्रॉक्टर यूनिवर्सिटी

Posted By: Inextlive