GORAKHPUR: मंडी समिति किसानों और आढ़तियों को बेहतर सुविधा दिलाने के प्रयास में पूरी तरह से जुट गया है. अब योजना ई-नाम के बाद अब मंडी समिति किसानों और आढ़तियों को ऑनलाइन लाइसेंस व गेटपास जारी करने जा रहा है. इस प्रोजेक्ट की शुरुआत हो गई है. इसके लागू होते ही राजस्व की ज्यादा कमाई होगी. लाइसेंस और गेटपास जारी होने में हो रही धांधली पर भी अंकुश लगाया जा सकेगा. साथ ही लाइसेंस बनवाने के लिए मंडी समिति के दफ्तर का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. यह व्यवस्था प्रदेश की अन्य मंडियों की तरह गोरखपुर में भी लागू कर दी गई है.

- वेबसाइट के जरिए किसान और आढ़तिया खुद बनाएंगे गेटपास

- ऑनलाइन लाइसेंस आवेदन को 30 दिन में देनी होगी मंजूरी

आसानी से मिलेगा पास
किसानों की फसल का पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर में अच्छी कीमत दिलाने के लिए ई-नाम योजना की शुरूआत कर चुकी है। इसी कड़ी में अब मंडी समिति लाइसेंस और गेटपास को ऑनलाइन जारी किया जाएगा। मंडी समिति के सचिव सेवाराम वर्मा ने बताया कि नेशनल इंफार्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) द्वारा सॉफ्टवेयर लांच कर दिया गया है। जिसके माध्यम से ऑनलाइन लाइसेंस व गेटपास जारी किया जाएगा। इसके लिए कर्मचारियों की ट्रेनिंग भी कराई जा रही है।

लाइसेंस में धांधली रुकेगी
पूर्वाचल की सबसे बड़ी मंडी कही जाने वाली नवीन मंडी महेवा में करोड़ों का कारोबार होता है। किसानों और मंडी के आढ़तियों को लाइसेंस या गेटपास के लिए वेबजह दौड़-धूप से मुक्ति मिल सकेगी। मंडी प्रशासन को लाइसेंस जारी करने की शिकायतें अक्सर होती रहती है। इसे रोकने के लिए मंडी परिषद की पहल पर ऑनलाइन लाइसेंस जारी करने का निर्णय लिया।

Posted By: Inextlive