-जाफरा बाजार में महफिल-ए-मिलादुन्नबी

GORAKHPUR: गुरुवार को जाफरा बाजार में महिलाओं ने महफिल-ए-मिलादुन्नबी सजाई। कुरआन-ए-पाक की तिलावत से महफिल शुरु हुई। नात-ए-पाक पेश की गई। हिना अत्तारिया ने कहा कि कुरआन व हदीस की तालीम के मुताबिक जिन्दगी गुजारें। तालीम पर ध्यान दें। तालीम के बगैर कोई भी इंसान व कौम तरक्की नहीं कर सकती है। बेटियों को बरकत वाला समझना चाहिए। अल्लाह बेटियों की किस्मत से धन सम्मान देता है। बेटियों की पैदाइश पर खुशी जाहिर करने की जरूरत है।

समझें मां की अहमियत

दुनिया में इंसान के लिए सबसे बड़ी नेमत जहां उसका दीन व ईमान है वहीं इंसान को मां की अहमियत को भी समझना चाहिए। मां के वजूद के बगैर किसी का वजूद मुमकिन नहीं है। मां की औलाद के प्रति कुर्बानी का कोई मोल नहीं है इसलिए मां-बाप का अदबो एहतराम जरूरी है। पैगंबर-ए-आजम हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की सुन्नतों के मुताबिक अपनी दिनचर्या बदलें, आपका खाना-पीना, सोना, उठना, बैठना, चलना, पहनना सब इबादत में गिना जाएगा। पैगंबर-ए-आजम की सुन्नतों को अमली तौर पर जिन्दगी में अपनाएं।

दरूद से हर खौफ से इलाज

दरूदो सलाम पढ़ना दुनिया और आखिरत के हर दर्द व गम का इलाज है। दुआ से पहले दरूद शरीफ पढ़ना दुआ की कुबूलियत का सबब है। दरूदो सलाम पढ़ने वाला हर किस्म के खौफ से निजात पाता है। दरूदो सलाम पढ़ने वाले का दिल जंग से पाक हो जाता है। अंत में सलातो-सलाम पढ़कर मुल्क में अमनो शांति की दुआ मांगी गई। महफिल में अतिया वारसी, जया वारसी, समरीन, कुलसुम, अक्लीमा वारसी, जीनत वारसी आदि ने शिरकत की।

Posted By: Inextlive