- जिले में बढ़ी राजनीतिक सरगर्मी

- पार्टी के फैसले का हुआ स्वागत

GORAKHPUR:

जिले की गोरखपुर ग्रामीण विधान सभा क्षेत्र से विधायक विजय बहादुर यादव को सपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है। हाल ही में भाजपा से बर्खास्त विधायक के नाम की घोषणा शुक्रवार को लखनऊ में हुई। गोरखपुर ग्रामीण से पूर्व घोषित प्रत्याशी जफर अमीन डक्कू ने पार्टी हाईकमान के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि राज्य सभा और विधान परिषद में सपा उम्मीदवार को वोट देकर विजय बहादुर यादव ने स्वागत योग्य काम किया था।

पासवान परिवार का वर्चस्व तोड़ा

मूल रूप से ईट भट्ठा व्यवसाय से जुड़े विधायक विजय बहादुर यादव पहली बार 2007 में मानीराम विधान सभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। करीब दो दशक से पासवान परिवार के कब्जे में रही मानीराम विधान सभा को छीनकर विजय ने अपना लोहा मनवाया था। विधान सभा क्षेत्रों के नए परिसीमन में मानीराम खत्म हो गया। वर्ष 2012 में गोरखपुर ग्रामीण विधान सभा क्षेत्र से बीजेपी ने दोबारा अपना उम्मीदवार बनाया। सपा के जफर अमीन डक्कू, बसपा के रामभुआल निषाद, कांग्रेस की काजल निषाद के विधान सभा पहुंचने की राह रोकते हुए विजय ने दोबारा जीत हासिल कर ली। हालांकि इसके बाद कई बार वह राजनीतिक उठापठक के शिकार बने। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में छोटे भाई अजय बहादुर को लेकर विधायक बिल्कुल अलग-थलग पड़ गए थे।

क्षेत्र को भविष्य देखकर लिया फैसला

गोरखपुर ग्रामीण से विजय बहादुर यादव के सपा प्रत्याशी घोषित होने की सूचना शुक्रवार की दोपहर वायरल हो गई। विधायक समर्थकों ने इस पर खुशी जताते हुए पार्टी हाईकमान के फैसले का स्वागत किया। विधायक विजय बहादुर यादव ने कहा कि वर्ष 2007 से लेकर वर्ष 2016 तक में विकास के रास्ते का चुना गया है। बीजेपी विधायक होने के बाद सीएम ने सूर्यकुंड ओवर ब्रिज के लिए 45 करोड़ का बजट दिया। 20 लोहिया गांवों सहित अन्य योजनाएं दी। क्षेत्र का भविष्य देखते हुए हमने सपा से जुड़ने का फैसला लिया। टिकट कंफर्म होने पर विधायक ने सीएम अखिलेश सिंह यादव, कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव, पार्टी के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं का आभार जताया।

मुझे अभी इसकी अधिकृत जानकारी नहीं मिली है। गोरखपुर ग्रामीण से सपा प्रत्याशी के रूप में विधायक विजय बहादुर के नाम की घोषणा हो चुकी है।

डॉ। मोहसिन खान, जिलाध्यक्ष सपा, गोरखपुर

Posted By: Inextlive