- पांच हजार से अधिक बकाए में 3500 स्मार्ट मीटर कंज्यूमर्स की कटी बिजली

- 200 कंज्यूमर्स ने बकाया किया भुगतान, देर शाम तक ऑटो कनेक्ट नहीं हो सका कनेक्शन

- सोमवार की दोपहर तक तकनीकी खामी दूर कर बहाल हो सकी सप्लाई

GORAKHPUR: स्मार्ट मीटर ने लोगों की नींद उड़ा दी है। बिजली विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही और टेक्निकल फॉल्ट से 3500 घरों में 72 घंटे से ज्यादा समय तक अंधेरा छाया रहा। महज पांच हजार बकाए वाले कंज्यूमर्स इसको लेकर बिजली विभाग से लेकर ऑनलाइन तक हर जगह कंप्लेन करते रहे, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो सका। 18 जून से आई यह प्रॉब्लम 21 जून दोपहर बाद जाकर सॉर्ट आउट हो सकी। इतना ही नहीं बकाया जमा करने के बाद भी कंज्यूमर्स को राहत नहीं मिल पाई और उनकी बिजली भी 21 जून को ही दुरुस्त हो सकी।

कम्युनिकेशन हो गया फेल

पांच हजार से अधिक के बकाए पर बिजली अभियंताओं ने 18 जून को शहर के 3500 स्मार्ट मीटर कंज्यूमर्स की बिजली काट दी। अगले दिन करीब 200 ने बकाए का भुगतान कर अभियंताओं को जानकारी दी। देर शाम के बाद भी यह कनेक्शन ऑटो कनेक्ट नहीं हो पाए। बिजली सप्लाई बहाल न होने की शिकायत पर हरकत में आए अभियंताओं ने शक्ति भवन स्थित सेंट्रल सर्वर से संपर्क किया। वहां से बताया गया कि स्मार्ट मीटर में तकनीकी दिक्कत के कारण मीटर से कम्युनिकेशन नहीं हो पा रहा।

सोमवार को हुई री-स्टोर

इसके बाद एलएंडटी की ऑपरेशन व मेनटेनेंस टीम संबंधित कंज्यूमर्स के घर जाकर मीटर की जांच में जुटी। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि ज्यादातर स्मार्ट मीटर में एरर-9 डिस्प्ले हो रहा था। रविवार की देर शाम तक करीब 50 कनेक्शनों के मीटर की खामी दुरुस्त कर बिजली सप्लाई बहाल की। पूरी रात टीम मीटर की खामी दुरुस्त करने में जुटी रही। सोमवार की दोपहर तक सभी कंज्यूमर्स की बिजली सप्लाई स्टोर हो गई।

लैब में फिर की गई सेटिंग

- स्मार्ट मीटरों में लगे सिमकार्ड में नेटवर्क की समस्या से मीटर का कम्युनिकेशन शक्तिभवन स्थित स्मार्ट मीटर के सेंट्रल सर्वर से नहीं हो पा रहा था।

- इसी वजह से भुगतान के बाद भी कंज्यूमर्स के स्मार्ट मीटर की बिजली सप्लाई चालू नहीं हो पा रही थी।

- तकनीकी कर्मचारियों के मुताबिक कुछ मीटरों में लगे सिमकार्ड की साफ-सफाई कर दोबारा लगाने पर नेटवर्क की समस्या खत्म हो गई।

- उससे बिजली सप्लाई भी चालू हो गई।

- जबकि कुछ कंज्यूमर्स के मीटर को खोलकर उसे लैब तक ले जाना पड़ा।

- उसकी दोबारा सेटिंग करनी पड़ी। उसके बाद मीटर को लगाकर बिजली सप्लाई बहाल की गई।

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चेयरमैन के निर्देश पर काटे गए कनेक्शन

ऊर्जा निगम के चेयरमैन ने बीते दिनो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कहा कि पांच हजार से अधिक के स्मार्ट मीटर बकाएदारों के कनेक्शन ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम के माध्यम से काट दिए जाए। चीफ इंजीनियर केनिर्देश पर महानगरीय एसई ने अपने चारों वितरण खंडों के एक्सईएन को चेयरमैन के निर्देश से अवगत कराया। इसके बाद चारों खंडों के अभियंताओं ने 18 जून को करीब 3500 स्मार्ट मीटर बकाएदारों को चिन्हित कर कनेक्शन काटने के लिए सिस्टम में सेटअप तैयार कर लिंक सेंट्रल सर्वर को भेजा। सेंट्रल सर्वर ने सभी के कनेक्शन काट दिए। बिजली कटने से सैकड़ों कंज्यूमर्स परेशान हो गए। स्मार्ट मीटर का बकाया बिजली निगम के काउंटर पर ही जमा करने पर कनेक्शन जुड़ता है।

मीटर का लिंक सर्वर से कटा मिला

बिछिया के ताड़ी खाना मोहल्ले के एक कंज्यूमर्स के परिवार में बिजली बिल को लेकर विवाद चल रहा है। ऐसे में बकाया काफी अधिक होने पर परिवार के एक सदस्य ने एक्सईएन से कनेक्शन काटने का अनुरोध किया। एक्सईएन ने ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम में प्रावधान किया, लेकिन कनेक्शन नहीं कटा। अगले दिन एक्सईएन ने सेंट्रल सर्वर से सम्पर्क किया। वहां से पता चला कि मीटर का लिंक नहीं मिल रहा है। एलएंडटी की टीम बकाएदार के घर गई। मीटर को खोलकर दोबारा सेटिंग की। उसके बाद कनेक्शन काटने की कार्रवाई पूरी हो पाई।

चेयरमैन के निर्देश पर पांच हजार से अधिक के बकाए में 3500 स्मार्ट मीटर कंज्यूमर्स की बिजली ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम से काटी गई थी। बकाएदारों द्वारा भुगतान के बाद भी कुछ कंज्यूमर्स की बिजली सप्लाई बहाल नहीं हो सकी। स्मार्ट मीटर में तकनीकी खामी आ गई थी। एलएंडटी की टीम ने घर-घर जाकर खामी दुरुस्त कर बिजली सप्लाई बहाल कर दी है।

- ई। यूसी वर्मा, एसई शहर

Posted By: Inextlive