ट्रैवेल हिस्ट्री, तो नहीं दे सकेंगे ब्लड
-नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल ने जारी की गाइडलाइन
-कन्फर्म केस और कॉन्टैक्ट हिस्ट्री वालों के लिए भी दिशा-निर्देश -कोविड के संक्रमण को कम करने के लिए जारी की गई गाइडलाइन GORAKHPUR: कोविड-19 का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। इस दौरान लोग एहतियात भी बरत रहे हैं, जिससे संक्रमण दूसरों तक न पहुंच पाए। स्वास्थ्य विभाग भी हर कोशिशों में लगा है। इन सबके बीच अब नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल ने भी वालंटरी ब्लड डोनर्स के लिए गाइडलाइंस जारी की है। इसके तहत अब अगर इस पीरियड में कोई ब्लड डोनेट करना चाहता है और उसकी किसी तरह की ट्रैवेल हिस्ट्री है, तो वह ब्लड डोनेट नहीं कर सकेगा। इसके लिए उसे अपने क्वारंटीन पीरियड यानि कि 14 दिन बीतने का इंतजार करना होगा। डीटेल्ड गाइडलाइन स्वास्थ्य विभाग को मिल चुकी है और उन्होंने इसके अकॉर्डिग काम भी शुरू कर दिया है। ट्रैवेल हिस्ट्री बताना जरूरीदेश में ब्लड ट्रांसफ्यूजन से अभी कोरोना संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन फिर भी मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर के अंडर आने वाले ब्लड ट्रांसफ्यूजन महकमे ने एहतियात के तौर पर संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए डीटेल गाइडलाइन जारी कर दी है।
क्या है गाइडलाइनट्रैवेल हिस्ट्री की कंडीशन में -अगर कोई व्यक्ति बाहर से आया हुआ है तो उसका ब्लड 28 दिनों तक नहीं लिया जाएगा। यह व्यवस्था डेट ऑफ डिपार्चर से लागू होगी।
कॉन्टैक्ट हिस्ट्री - अगर कोई व्यक्ति किसी कोविड-19 पॉजिटिव पेशेंट या फिर सस्पेक्ट के संपर्क में आया है, तो उससे भी 28 दिनों तक वालंटरी ब्लड डोनेशन से दूर रखा जाएगा। कंफर्म केस -कंफर्म केस की कंडीशन में कम से 28 दिनों तक ऐसे व्यक्ति का ब्लड नहीं लिया जाना है। लेकिन इसके बाद उसके स्वस्थ होने का रेडियोलॉजिस्ट और वायरोलॉजिस्ट से क्लीयरेंस भी जरूरी है। यह सेफ्टी प्रिकॉशन भी जरूरी - मास गैदरिंग को अवॉयड करें। - इन हाउस ब्लड डोनेशन पर जोर दें। - आउट डोर ब्लड डोनेशन के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाए। - हैंड शेकिंग और गलने लगना अवॉयड किया जाए। - ब्लड डोनेशन से पहले हैंड वॉश प्रोटोकॉल को फॉलो करते हुए हाथ धोए जाएं। - स्टेट कम्युनिकेबल डिजीज गाइडलाइन को फॉलो करते हुए इंफेक्शन कंट्रोल मेजर्स अपनाए जाएं। - हैंड हाईजीन, कफ एटिकेट का खास ख्याल रखा जाए। - यूज्ड ग्लव्ज, मास्क, कैप और अदर सॉयल्ड मैटेरियल के प्रॉपर डिस्पोजल की व्यवस्था की जाए। - ब्लड डोनेशन कैंप में शामिल सभी को फेस शील्ड पहनना जरूरी।कौन और कब कर सकता है ब्लड डोनेट
- हर तीन माह पर कर सकते हैं डोनेशन - 18 से 60 साल उम्र तक के लोग कर सकते हैं ब्लड डोनेट - स्वस्थ्य व्यक्ति स्वेच्छा से एक साल में चार बार रक्तदान कर सकता है। - यदि आपका वेट 45 केजी से अधिक है और आप हेल्दी भी हैं तो फिर आपको हर तीन माह पर एक बार रक्तदान जरूर करना चाहिए। - ब्लड डोनेशन से खुशी व संतुष्टि के साथ ही बॉडी भी रहती है चुस्त-दुरुस्त - बॉडी से महज 350 एमएल ब्लड ही निकाला जाता है। कौन नहीं कर सकता ब्लड डोनेट - 24 घंटे के अंदर दोबारा ब्लड डोनेट नहीं किया जा सकता। - खाली पेट ब्लड डोनेशन से बचना चाहिए। - टीकाकरण कराने के तीन माह के अंदर ब्लड डोनेट नहीं किया जा सकता - एचआईवी पेशेंट ब्लड डोनेट नहीं कर सकते। - ब्लड डोनेट से पहले शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। - 18 साल से कम उम्र के लोग ब्लड डोनेट नहीं कर सकते। डोनेशन के बाद बरतें यह सावधानी -ब्लड डोनेशन के फौरन बाद थोड़ी देर तक लेटे रहना चाहिए। -अक्सर डोनेशन के बाद डॉक्टर्स चाय, जूस और बिस्किट देते हैं, उन्हें खा लेना चाहिए।- ज्यादा से ज्यादा पानी, जूस पीना चाहिए
- ब्लड डोनेशन के तुरंत बाद गाड़ी नहीं चलानी चाहिए। - ब्लड डोनेशन के बाद स्मोकिंग नहीं करनी चाहिए - कमजोरी महसूस होने पर तकिए पर पैर रखकर सोना चाहिए। - अगर इसके बाद भी कोई दिक्कत महसूस हो तो डॉक्टर्स से संपकर्1 करें। ब्लड में यह होते हैं कंपोनेंट सीआरबीसी प्लाजमा प्लेटलेट क्राऊ प्रेसिपिटेट वर्जन ब्लड डोनेशन के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें अगर किसी की ट्रैवेल हिस्ट्री है, तो वह क्वारंटीन पीरियड पूरा करने के बाद ही ब्लड डोनेट कर सकता है। वहीं कोविड पेशेंट ठीक हो जाने तक ब्लड नहीं डोनेट कर सकते हैं। - डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ