चालीस हजार आबादी, टूटी सड़क और जाम नाली से कब मिलेगी आजादी
-वार्ड नम्बर 21 और 65 में जर्जर सड़कें और गंदगी से पब्लिक परेशान
- आईजीआरएस पोर्टल करते कम्प्लेन फिरभी कोई अधिकारी नहीं लेता पब्लि्क का पेन GORAKHPUR: नगर निगम के वार्डो में टूटी सड़क और गंदे पानी का सैलाब बिन बरसात भी दिख जाएगा। गंदे पानी जहां आपको बीमार बना देगा, वहीं सड़क पर एक बड़ा सा होल आपकी जान भी निकाल सकता है। यहां आपको नुक्सान पहुंचाने का पूरा इंतजाम है, लेकिन इसको दुरुस्त कराने में नगर निगम बहुत पीछे है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने बुधवार को नगर निगम के वार्ड नम्बर 21 और 65 का जायजा लिया, तो सारी बातें खुलकर सामने आई। दोनों ही वार्ड में करीब 40 हजार की आबादी निवास करती है जिनका सवाल है कि टूटी सड़क और जाम नाली से आखिर कब आजादी मिलेगी। वार्ड नम्बर 21 पॉश कालोनी में सिस्टम फेलसबसे पहले दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम वार्ड नम्बर 21 बेतियाहाता पहुंची जिसका नाम पॉश कालोनियों में गिना जाता है। पॉश कालोनी में 20 हजार से अधिक आबादी निवास करती है। यहां घुसते ही बाहर से तो कुछ दूर सबकुछ चकाचक लगा, लेकिन जैसे-जैसे अंदर टीम पहुंची तो एक-एक करके इस पॉश कालोनी के पीछे छिपा दूसरा रूप भी नजर आने लगा। सबसे अधिक जो प्रॉब्लम दिखी वो हरिहर राव मार्ग, दुर्गा मंदिर चौराहा और बंटी मैरेज हाल के पास की सड़कें बदहाल दिखीं। यहां की पब्लिक एक सुर से कह रही थी कि बरसात में डूबकर निकलना पड़ता है और अभी उबड़-खाबड़ सड़कों से रोज मुकाबला होता है। रिलेटिव भी आते हैं, तो यही कहते हैं कि केवल नाम की पॉश कालोनी है सुविधा के नाम पर जीरो है।
बीच सड़क पर इंतजार कर रही मौत इसके बाद टीम वार्ड नंबर 65 महुईसुघरपुर पहुंची। यहां के लोगों का कहना है कि हम लोग केवल टैक्स भरते हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिलती हैं। पब्लिक का कहना था कि जो कई साल पहले यहां का हाल हुआ करता था, वही हाल आज भी वार्ड में दिखता है। पहले जनसंख्या कम थी अब तो 20 हजार से अधिक आबादी यहां रहती है। इसके बाद भी कई साल पुरानी सड़कें जो एकदम से जर्जर हो चुकी हैं। इनकी मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है। कम्प्लेन करने पर कुछ लोग आते हैं और सड़क और नाली की नाप लेकर जाते हैं, लेकिन इसके बाद वो कभी नजर नहीं आते हैं। वार्ड नम्बर 21 -विश्वजीत तिवारी तीन साल से पार्षद हैं।-20 हजार से अधिक की आबादी।
-हरिहर राव मार्ग की हालत जर्जर। -नाले की समस्या से लगता गंदा पानी। -दुर्गामंदिर से फलमंडी तक की रोड कभी नहीं बनी। -बंटी मैरेज हाल की सड़क भी बदहाल। वार्ड नम्बर 65 -चन्द्र प्रकाश सिंह तीन साल से पार्षद हैं। -20 हजार से अधिक की आबादी। -मिर्जापुर बीच चौराहे पर टूटा है स्लैब। -मिर्जापुर चौराहे से डेली गुजरते हैं 10 हजार से अधिक लोग। -वार्ड तो बन गया आज तक नहीं हो सका नाली का विस्तार। -एक नाले के भरोसे चल रहा पुरा इलाका। पार्षद जी आए थे सड़क का नाप लेकर चले गए। एक साल हो गया, कोई काम तो नहीं हुआ। परेशानी जस की तस है। अशोक दूबे, वार्ड 21 अब बीच सड़क पर बड़ा सा होल खुला है। इसे कौन ठीक कराएगा। या फिर कोई बड़ी दुर्घटना होगी तभी बनवाने आएंगे। नितिश पाण्डेय, वार्ड 21 इन सभी जगहों पर जाकर मैंने खुद देखा। प्रस्ताव भी कई बार भेजा। लेकिन बजट का अभाव बताकर प्रस्ताव पास ही नहीं होता है। विश्वजीत तिवारी, पार्षद, वार्ड 21 नगर निगम में भी कम्प्लेन करते हैं। फिर भी नरकीय हालत रहती है। बरसात में तो कई दिन घर के अंदर ही बिताना पड़ता है। आरके आचार्य, वार्ड 65जैसा 20 साल पहले दिखता था वार्ड, आज भी वही हाल है। बजट आ रहा है, लेकिन हमारे वार्ड की नाले की प्रॉब्लम जस की तस बनी है।
स्वंतत्र कुमार सिंह, वार्ड 65 मैंने तीन साल में 60 सड़कें बनवाई हैं। यहां नाले की वजह से बहुत दिक्कत होती है, लेकिन आज तक नया नाला नहीं बनवाया गया। चन्द्र प्रकाश सिंह, वार्ड 65