- जलकल बिल्डिंग में चल रहा मल्टी स्टोरी पार्किंग का कंस्ट्रक्शन

- दुकानों के बाहर व्हीकल खड़ी होने से रोजाना लगता है जाम

GORAKHPUR: शहर के फेमस मार्केट गोलघर में बिजनेसमैन कई साल से प्रॉब्लम झेल रहे हैं। पार्किंग का प्रॉपर इंतजाम न होने से दुकानदारों की गाडि़यां सड़क के किनारे खड़ी हो रही हैं। इसका बड़ा नुकसान यह होता है कि कस्टमर्स के पहुंचने पर वह भी व्हीकल लगा देते हैं। इससे रोजाना जाम की नौबत आ जाती है। चौराहों पर सिग्नल बंद होने के दौरान गोलघर पूरी तरह से चोक हो जाता है। इससे लोगों को जाम में फंसकर हलकान होना पड़ता है। डेवलपमेंट से जुड़े सीनियर अफसरों का कहना है कि मल्टी स्टोरी बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन वर्क जारी है। जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा।

50 हजार से अधिक व्हीकल की आवाजाही

गोलघर मार्केट में छोटी- बड़ी सभी तरह की करीब दो हजार दुकानें लगती हैं। शोरूम हो या फुटपाथ पर दुकानें, सभी जगहों पर खरीदारी के लिए कस्टमर्स उमड़ते हैं। रविवार को गोलघर बंद होने से ज्यादा भीड़ नहीं होती, लेकिन सोमवार से लेकर शनिवार तक पब्लिक का रेला लगा रहता है। गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर सहित अन्य जगहों से लोग खरीदारी करने पहुंचते हैं। इस दौरान गोलघर में व्हीकल का जमावड़ा जग जाता है। दुकानों पर आने वाले कर्मचारियों की गाडि़यां भी सामने ही खड़ी होती है। ऐसे में व्हीकल का लोड बढ़ जाता है। दुकानदारों का कहना है कि रोजाना करीब 50 हजार व्हीकल की आवाजाही गोलघर में होती है।

गोलघर में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां पर दुकानों के आगे सभी के व्हीकल खड़े होते हैं। पार्किंग का इंतजाम न होने से पब्लिक आना नहीं चाहती है।

इमरान हुसैन, बिजनेसमैन

इंदिरा बाल विहार के आसपास लोग गाड़ी खड़ी करके खरीदारी करने जाते हैं। कभी-कभी ट्रैफिक पुलिस यहां से भी व्हीकल उठा ले जाती है। इससे लोगों को जुर्माना-हर्जाना बढ़ता है।

दिग्विजय सिंह, बिजनेसमैन

मल्टी स्टोरी पार्किंग बन रही है, लेकिन इसका काम कब तक पूरा होगा। इसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। अस्थाई पार्किंग बनाई गई है। लेकिन लोग वहां गाड़ी खड़ी करने से बचते हैं।

रवि कुमार, बिजनेसमैन

46 करोड़ रुपए की लागत से बन रही पार्किंग

गोलघर में पब्लिक और बिनजेसमैन की प्रॉब्लम को देखते हुए जलकल परिसर में मल्टी लेवल पार्किंग का कंस्ट्रक्शन कराया जा रहा है। मल्टी पार्किंग में दुकानों के निर्माण की भी योजना है। इसलिए इसका बजट बढ़कर 46 करोड़ रुपए हो गए हैं। जीडीए से जुड़े लोगों का कहना है कि 23 करोड़ रुपए मिले हैं। बाकी बजट के मिलने का इंतजार किया जा रहा है। मल्टी लेवल पार्किंग बनने से यहां की समस्या दूर हो सकेगी।

ट्रैफिक पुलिस उठा ले जाती है गाड़ी

गोलघर में जाम लगने की सूचना पर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई करती है। चेकिंग के दौरान सड़कों के किनारे खड़े व्हीकल ट्रैफिक पुलिस उठा ले जाती है। इसको लेकर दुकानदारों से अक्सर कहासुनी होती है। दुकानदारों का कहना है कि जीडीए टॉवर, मंगलम टॉवर और बलदेव प्लाजा में पार्किंग की जगह है। कुछ लोग वहां भी गाड़ी खड़ी कर देते हैं। बावजूद इसके राहत नहीं मिल पाती है।

गोलघर मार्केट की खासियत

- 2 किलोमीटर से अधिक है लंबाई

- मार्केट में करीब 2000 दुकानें हैं

- शॉप ऑनर्स सहित 5000 कर्मचारी काम करते हैं।

- करीब 2 लाख लोगों की मार्केट में होती है आवाजाही

- मार्केट में 14 से अधिक कंपनियों के शॉपिंग कांप्लेक्स

- 12 से अधिक फेमस कंपनियों के शोरूम मार्केट में है

Posted By: Inextlive