-ठंड में नहीं चल रहा एसी का ब्लोअर, ठंड में ठिठुर कर सफर करने को मजबूर है पैसेंजर्स

-स्पेशल के नाम पर पैसेंजर्स दे रहे एक्स्ट्रा किराया फिर भी सुविधा कोसो दूर

GORAKHPUR: गोरखपुर जंक्शन। शाम चार बजे का वक्त। प्लेटफॉर्म नंबर - 6. गोरखपुर-पुणे स्पेशल ट्रेन से के थर्ड एसी में प्रिंस सिंह अपने परिवार के साथ सफर करने की तैयारी करते नजर आए। जरूरत के सामान और कपड़ों से ज्यादा कंबल और ठंड से बचने के सामान हाथों में लिए फैमिली संग ट्रेन में सवार हुए। अंदर पहुंचते ही मुंह से निकल पड़ा, 'मुझे मालूम था, ऐसा ही होगा'। कड़ाके की ठंड में सफर करने वाले मुसाफिर उनकी ओर ही देखने लगे। सभी की हैरानी को देखते हुए उन्होंने जवाब दिया। मुझे पता था कि ब्लोअर नहीं चल रहा होगा। इसलिए पूरा इंतजाम करके आया हूं। जाना मजबूरी है और ठंड से बचना भी जरूरी है। इसलिए इंतजाम करके ही सफर कर रहा हूं। चार दिन ट्रेन से सफर कर गोरखपुर आया हूं, लेकिन एसी कोच में ब्लोअर चलता नहीं मिला। सर्द के मौसम में किसी तरह से ठिठुरते हुए यात्रा करने को मजबूर था। यह दर्द सिर्फ प्रिंस का ही नहीं है, बल्कि इन दिनों ट्रैक पर दौड़ रही काफी ट्रेनों का कमोबेश यही हाल है। पैसेंजर्स से मिले फीडबैक के बाद जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने ट्रेनों का रियल्टी चेक किया, तो हकीकत सामने आई।

वसूली ज्यादा, सुविधाओं में कटौती

कोविड-19 के संक्रमण से बचाव और सुरक्षा के नाम पर रेलवे प्रशासन ने कई फैसले लिए। इसमें पैसेंजर्स की जेब का बोझ तो बढ़ गया, लेकिन सुविधाओं की बात करें तो इसमें लगातार कटौती देखने को मिल रही है। रिजर्व और एसी कोच में मिलने वाले बेडरोल की सुविधा खत्म कर दी गई है। वहीं जिम्मेदार ठंड के मौसम में एसी कोच में ब्लोअर चलाने में आना-कानी कर रहे हैं, जिसकी वजह से लोगों को ठिठुर-ठिठुरकर अपना सफर पूरा करना पड़ रहा है। पैसेंजर्स को अपने साथ बिस्तर लाने की सलाह दी गई है। कोच का तापमान 25 से 26 डिग्री सेल्सियस तक रखा जा रहा है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने जब गोरखपुर से पुणे स्पेशल ट्रेन, दरभंगा-नई दिल्ली, चौरीचौरा स्पेशल ट्रेन, हमसफर एक्सप्रेस स्पेशल, गोरखपुर-हटिया स्पेशल ट्रेन में बैठे पैसेंजर्स से बात की, तो उन्होंने बताया कि एसी कोच में ब्लोअर नहीं चलता है।

अगर रेलवे कंबल-चादर आदि पर रोक लगाई हैं, तो कम से कम एसी कोच में ब्लोअर तो चलाना ही चाहिए। लेकिन न तो यह ब्लोअर चला रहे हैं और न ही व्यवस्था ही दे रहे हैं। सुविधा दिए बिना चार्ज भी ज्यादा लिया जा रहा है।

प्रिंस सिंह, पैसेंजर

स्पेशल ट्रेन के नाम पर पैसेंजर्स से पैसे तो लिए जा रहे हैं, लेकिन सुविधा नहीं मिल रही है। एसी कोच में लोग इसी लिए रिजर्वेशन कराते हैं, ताकि उन्हें ज्यादा सामान साथ लेकर न चलना पड़े, लेकिन यहां ऐसी व्यवस्था नहीं मिल रही है।

स्मृति सिंह, पैसेंजर

हटिया से गोरखपुर के लिए एसी कोच में सवार हुआ। मोबाइल पर मैसेज आया कि आप अपने साथ कंबल-चादर लेकर चले। रास्ते में एसी कोच के अंदर ब्लोअर चला ही नहीं। किसी तरह से ठंड में ठिठुर कर यात्रा करना पड़ा है।

राकेश सिंह, पैसेंजर

मैं हमसफर से दिल्ली के यात्री की, लेकिन एसी कोच में ब्लोअर नहीं चला। ठंड में किसी तरफ से यात्रा पूरा किया। कोच में सवार कई पैसेंजर्स ठंड के मारे परेशान रहे, लेकिन अटेंडेंट ने हाथ खड़े कर दिए। लोगों को ठंड में परेशान होना पड़ा।

बृजेश त्रिपाठी, पैसेंजर

Posted By: Inextlive