-जिला अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां

-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रियल्टी चेक में खुली पोल, व्यवस्था ध्वस्त

GORAKHPUR: दो गज दूरी, मास्क है जरूरी का संदेश भले पीएम नरेंद्र मोदी या सीएम योगी आदित्यनाथ दें, लेकिन लोग हैं कि मानते नहीं। वे न नियमों का पालन कर रहे हैं और न उन्हें जिला प्रशासन सख्ती से पालन करने का प्रयास कर रहा है। यह दिखा सोमवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रियल्टी चेक में। जिला अस्पताल में जगह-जगह दो गज दूरी, मास्क है जरूरी लिखे पोस्टर चस्पा मिले, लेकिन लोग उसे अनदेखा करते भी दिखे। वहीं, अस्पताल प्रबंधन भी मूकदर्शक बना रहा। कतार लगवाने के लिए न कर्मचारी तैनात किए गए थे और न सुरक्षा के लिए जवान।

बढ़ी सर्दी तो बढ़ गए मरीज

मौसम ने यू-टर्न लिया है तो सर्दी, जुखाम, दर्द के रोगियों की संख्या बढ़ गई है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर जब रजिस्ट्रेशन काउंटर के पास पहुंचा तो वहां ऊपर पंजीकरण क्षेत्र का पोस्टर चस्पा मिला। पोस्टर पर लिखा था दो गज की दूरी मास्क है जरूरी। मास्क तो कुछ मरीजों व तीमारदारों के चेहरे पर जरूर नजर आए, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आई।

फिर खत्म हुआ एआरवी, लौटे मरीज

एसआईसी डॉ। अभय चंद श्रीवास्तव ने बताया कि कुत्ता, बिल्ली, बंदर और सियार के काटने पर लगाए जाने वाले एंटी रैबीज वैक्सीन के समाप्त हो जाने से दिक्कतें बढ़ गई हैं। चूंकि सीएचसी-पीएचसी पर लोग दिखाते नहीं है। वह सीधे जिला अस्पताल पहुंचते हैं। ऐसे में करीब 200 के आसपास मरीज वापस लौट गए। मजबूरन नोटिस चस्पा करना पड़ा है कि एरआरवी खत्म हो गई है। मांग पत्र भेजा जा चुका है।

सोमवार को देखे गए मरीज

ओपीडी में आए मरीज- 1698

जनरल ओपीडी - 1569

फीवर क्लीनिक - 82

इमरजेंसी - 82

एडमिट - 51

एक्स-रे - 185

अल्ट्रासाउंड - 35

डायलिसिस - 36

सिटी स्कैन - 27

सर्जरी - 11

ब्लड सैंपल - 3424

वर्जन

एक जनवरी से धीरे-धीरे मरीजों की संख्या बढ़ गई है। 3 जनवरी को संडे था। ऐसे में सिर्फ इमरजेंसी में 77 मरीज देखे गए। जबकि 34 मरीजों को एडमिट किया गया। लेकिन सोमवार को मरीजों की भीड़ हो जाने से स्थिति बेकाबू हो गई थी। एआरवी खत्म होने से दिक्कत बढ़ गई है।

डॉ। अभय चंद श्रीवास्तव, एसआईसी

Posted By: Inextlive