- टेस्टिंग मोड पर कुछ समय के लिए वन्यजीवों को मिला रहे

गोरखपुर। पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है। शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान (जू) में वन्य प्राणियों की ब्रीडिंग की तैयारी है। इसके लिए जू में वन्य प्राणियों को मिलाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। जू ऑफिशियल्स की मानें तो फिलहाल यह टेस्टिंग मोड पर है। अभी इन्हें कम समय के लिए मिलाया जाता है। जब वन्यजीव एक-दूसरे से फ्रेंडली हो जाएंगे तो इन्हें एक साथ रखा जाएगा।

जू के वेटरनरी ऑफिसर डॉ। योगेंद्र प्रताप सिंह ने बताया, वन्यजीव अपने साथ किसी और का साथ शीघ्र स्वीकार नहीं करते। जिस कारण उनमें अक्सर संघर्ष होता है। यह लड़ाई कहीं ज्यादा नुकसानदायक नहीं हो। इसके लिए जू एडमिनिस्ट्रेशन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है तथा लड़ाई होने की स्थिति में पानी की बौछार, फलों के टुकड़े, मिट्टी के ढेलों, आवाज करके उन्हें अलग करता है। विषम परिस्थिति होने पर ट्रेंक्यूलाइजिंग गन और बेहोशी की दवा की भी व्यवस्था है। जू डायरेक्टर डॉ। एच। राजामोहन की सहमति मिलने के बाद वन्यप्राणियों को जू में उनके बाड़े में मिलाने का निर्णय लिया गया है।

इन वन्यजीवों को रखा जा रहा साथ

अभी तक रांची से लाए गए देसी भालू, कानपुर से लाए गए लकड़बग्घा, दिल्ली से लाई गई लोमड़ी को मिलाया जा चुका है। आने वाले दिनों में मेल दरियाई घोड़े विष्णु (नन्हे) व लक्ष्मी (फीमेल) को भी मिलाया जाएगा।

बाघों को पास-पास बाड़ों में रखा

लखनऊ से लाई गई बाघिन मैलानी और कानपुर से लाए गए बाघ अमर को अगल-बगल के बाड़े में रखा जा रहा है और दोनों एक-दूसरे की उपस्थिति स्वीकार भी कर रहे हैं।

Posted By: Inextlive