- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रियल्टी चेक के बाद मुख्य प्रधान प्रबंधक ने जारी की गाइडलाइन

-यात्रियों की सुविधा, फ‌र्स्ट एड समेत बसों के हालात को लेकर किया था रियल्टी चेक

GORAKHPUR: यूपी रोडवेज बस से सफर करने वाले पैसेंजर्स को अब प्रॉपर इलाज मिल सकेगा। आपकी तबीयत खराब हो गई है, तो रास्ते में ही कंडक्टर तुरंत फ‌र्स्ट एड देगा। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में 25 दिसंबर को छपी खबर के बाद रोडवेज एडमिनिस्ट्रेशन हरकत में आया। पैसेंजर को इस सुविधा का लाभ देने के लिए यूपी रोडवेज के मुख्य प्रधान प्रबंधक (प्रावि.) जयदीप वर्मा ने सभी रीजनल मैनेजर और असिस्टेंट रीजनल मैनेजर को निर्देश दिया है कि वह बसों में कंडक्टर व स्टेशन प्रभारी को फ‌र्स्ट ऐड किट उपलब्ध कराया जाए। इसके साथ ही 13 अन्य सुविधाओं को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

अधिक चलने वाली बसों के लिए गाइडलाइन

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 25 दिसंबर के एडिशन में 'रोडवेज बस में बीमार हुए तो झेल जाएंगे' हेडिंग से खबर पब्लिश की। इसमें यूपी रोडवेज बसों के रियल्टी चेक के दौरान कई खामियों को उजागर किया था। इन्हीं खामियों को देखते हुए मुख्य प्रधान प्रबंधक जयदीप वर्मा ने सभी आरएम व एआरएम को निर्देश जारी कर परिवहन निगम की बसों के स्वस्थ संचालन को सुनिश्चित करने के लिए बसों की आउट शेडिंग के समय बस की फिटनेस जांच को आवश्यक बताया है। इसके लिए लंबी दूरी यानी (300 किमी तक एवं अधिक) चलने वाली बसों में सुविधा के लिए 13 बिंदुओं की जांच के लिए निर्देश जारी किया है।

निरीक्षण कर मेनटेन करें रिकॉर्ड

यही नहीं मुख्य प्रधान प्रबंधक ने यह भी निर्देश दिया है कि डिपो के एआरएम, सीनियर फोरमैन, केंद्र प्रभारी लंबी दूरी की बसों के निरीक्षण का रिकॉर्ड एक रजिस्टर में रखना सुनिश्चित करेंगे। जिससे ग्रुप प्रभारी व केंद्र प्रभारी संयुक्त रूप से हस्ताक्षर करेंगे। उनके द्वारा ओके किए जाने व संबोधित के हस्ताक्षर किए जाने के बाद वाहन मार्ग पर संचालन के लिए भेजे जाएंगे। बसों के आउट शेडिंग का रिकार्ड डिपो के एआरएम के पास रहेगा।

यह है निर्देश

- बस पर दो चालक मार्ग पर भेजे जाने के लिए तैनात हो।

- स्पीड लिमिट डिवाइस कार्यरत हो।

- वीटीएस कार्यरत हो।

- बस में वैध अग्निशमन यंत्र उपलब्ध हो।

- बस की आरआई फिटनेस वैलिड हो।

- बस का स्टेयरिंग व ब्रेक सही कार्य कर रहे हों।

- बस के समस्त टायर की स्थिति ठीक हों।

- बस की हेडलाइट, ब्रेक लाइट, बैक लाइट एवं वाइपर कार्यरत हो।

- बस में समस्त शीशे लगे हो।

- बस सेल्फ स्टार्ट हो।

- वाहनों की धुलाई व सफाई की स्थिति अच्छी हो।

- वाहनों में फ‌र्स्ट एड किट उपलब्ध हो।

- एसी वाहनों के ग्लास ब्रेकिंग हैमर उपलब्ध हों।

- बस में अच्छी दशा में निर्धारित गुणवत्ता के रिफ्लेक्टिव टेप लगे हों।

बस से यात्रियों के सुविधा देने के लिए यूपी रोडवेज कटिबद्ध है। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर बसों में जांच के लिए जो 14 बिंदुओं के निर्देश आए हैं। उसकी जांच कराने के बाद ही रूट पर भेजा जाएगा।

- पीके तिवारी, आरएम, यूपी रोडवेज गोरखपुर रीजन

Posted By: Inextlive