-जेम पोर्टल से रखे जाएंगे रीजनल स्टेडियम के कोच

-इसी वजह से अब तक नहीं हो सका है कोचेज का रीन्यूअल

-कोचेज को भी जेम पोर्टल पर कराना होगा रजिस्ट्रेशन

-जेम पोर्टल से रखे जाएंगे रीजनल स्टेडियम के कोच

-इसी वजह से अब तक नहीं हो सका है कोचेज का रीन्यूअल

-कोचेज को भी जेम पोर्टल पर कराना होगा रजिस्ट्रेशन

GORAKHPUR: GORAKHPUR: गोरखपुर समेत यूपी में अब सभी कोच खरीदे जाएंगे। गवर्नमेंट का बाजार होगा और खेल विभाग इसका खरीदार होगा। इसके लिए कवायद शुरू हो गई है। खेल विभाग ने इसका प्रोफॉर्मा तैयार करना शुरू कर दिया है। चंद दिनों में गवर्नमेंट ई-मार्केट यानि जेम पोर्टल से कोचेज की नियुक्ति का सिलसिला शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी जिलों के खेल विभाग को सूचना भेज दी गई है। जल्द ही इसकी प्रॉसेस शुरू हो जाएगी। इससे जहां विभाग को चुनिंदा कोचेज को चुनने का मौका मिलेगा, वहीं देश में कहीं पर भी कोच की जरूरत होगी, तो जिम्मेदार झटपट कोच हायर कर सकेंगे।

कराना होगा रजिस्ट्रेशन

गवर्नमेंट के ई-मार्केट में जहां कोचेज का अप्वाइंट करने के लिए खेल विभाग के जिम्मेदारों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा। वहीं अगर कोचेज को जॉब करनी है, तो उन्हें भी इस पोर्टल पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। रजिस्ट्रेशन के दौरान उन्हें अपने सभी डॉक्युमेंट्स के साथ ही अचीवमेंट की डीटेल्स भी अपलोड करनी होगी, जिससे कोच का सेलेक्शन करते वक्त विभाग को ज्यादा माथा-पच्ची न करनी पड़े। वहीं और क्या-क्या एलिजिबिल्टी तय की जानी है, इसको लेकर मंथन चल रहा है। जल्द विभाग में इसकी लिस्ट आ जाएगी और कोचेज को क्या-क्या डीटेल्स अपलोड करनी है, इसकी जानकारी मिल जाएगी।

अब तक नहीं हो सका है रीन्यूअल

शासन के निर्देश पर अब मैनपॉवर भी जेम पोर्टल के जरिए ही रखना है। ऐसे में रूल्स एंड रेग्युलेशन फाइनल न हो पाने की वजह से अब तक इसका रिन्युअल लटका है। ख्भ् मार्च से उनकी सíवस खत्म हुई है, लेकिन अब तक यह बहाल नहीं हो सकी है। अब इन कोचेज की टेंशन इस बात को लेकर बढ़ी हुई है कि अगर उनका रिन्यूअल नहीं होता है, तो वह क्या करेंगे। क्योंकि उन्होंने हमेशा ही विभाग के लिए काम किया है और कई अरसे यही बिता दिए हैं। ऐसे में अगर उनका रिन्युअल नहीं होता है, तो उन्हें मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा।

क्8 कोच गोरखपुर में मौजूद

गोरखपुर में डिफरेंट गेम्स के लिए एडहॉक कोचेज रखे जाते हैं। गवर्नमेंट इन्हें मानदेय देती है। पूरे प्रदेश में इनकी तादाद करीब ब्भ्0 के आसपास है, जबकि गोरखपुर में क्8 कोच हैं, जो खिलाडि़यों के फ्यूचर को संवारने में लगे हैं। प्रदेश सरकार ने इनके लिए सोचते हुए दो माह का एक्सटेंशन दिया था, जो कि ख्भ् मार्च को पूरा भी हो चुका है। इसके बाद से करीब छह माह बीत बीत चुके हैं, लेकिन अब तक न तो रिन्युअल का ही कोई लेटर आया है और न मैसेज। गवर्नमेंट ऑफिसेज खुलने के बाद भी इन पर विचार न किए जाने से कोच परेशान हैं। मगर अब नया फैसला आने के बाद कोच की टेंशन बढ़ गई है और वह अपने फ्यूचर को लेकर परेशान होने लगे हैं।

शासन के निर्देश पर अब कोच भी जेम पोर्टल के जरिए ही रखे जाएंगे। इसका प्रोफॉर्मा तय किया जा रहा है। जिन कोचेज को सर्विस देनी है, उन्हें भी इस पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जल्द ही कोच की नियुक्ति हो जाएगी।

- डॉ। आरपी सिंह, डायरेक्टर, स्पो‌र्ट्स

Posted By: Inextlive