- एसएसपी के पास पहुंची वसूली की शिकायत, बढ़ाई गई निगरानी

- रात में मिट्टी और बालू की गाडि़यों को रोककर करते थे अवैध वसूली

- क्विक रिस्पांस से ज्यादा अवैध कमाई पर जोर देने लगे थे पुलिस कर्मचारी

GORAKHPUR: जिले में पुलिस रिस्पांस व्हीकल (पीआरवी) पर तैनात पुलिस कर्मचारी बालू और मिट्टी गाडि़यों की चेकिंग नहीं कर सकेंगे। चेकिंग के बहाने अवैध वसूली के मामलों की शिकायत सामने आने पर एसएसपी ने पेंच कसे हैं। एसएसपी ने साफ कहा है कि यदि किसी पीआरवी से वसूली के संबंध में कोई सूचना मिली तो संबंधित लोगों के खिलाफ एंटी करप्शन के मामलों में कार्रवाई होगी। पुलिस कर्मचारियों की वर्किंग को स्मार्ट बनाने में जुटे एसएसपी ने थानों और पुलिस चौकियों पर किसी से वसूली के मामलों में भी एक्शन लेने को कहा है। कहा है कि यदि किसी पीडि़त ने करप्शन की लिखित शिकायत की तो जांच में दोषी पाए गए पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ एंटी करप्शन का केस दर्ज करके जेल भेजा जाएगा। एसएसपी के तेवर में से रुपए के पीछे दौड़ने वाले पुलिस कर्मचारी परेशान नजर आ रहे हैं।

कंस्ट्रक्शन वर्क के साथ बढ़ जाती है वसूली

पब्लिक को राहत दिलाने के लिए जिले में पीआरवी की तैनाती की गई है। पुलिस रिस्पांस व्हीकल के लिए प्वाइंट्स निर्धारित करके पीआरवी की ड्यूटी लगाई जाती है। शहर के आउट स्कर्ट एरिया और देहात क्षेत्रों में तैनात होने वाले पीआरवी कर्मचारियों की वसूली की शिकायत एसएसपी तक पहुंची है। आरोप है कि मिट्टी और बालू ढोने वाले वाहनों से पीआरवी में तैनात पुलिस कर्मचारी भी रुपए मांगते हैं। रुपए के चक्कर में उनकी गाडि़यों को रोक लिया जाता है। बरसात का सीजन खत्म होने के बाद कंस्ट्रक्शन के वर्क में तेजी आ जाती है। लोग जहां अपने मकानों का निर्माण कार्य कराते हैं। वहीं गर्वनमेंट के डेवलपमेंट व‌र्क्स भी चल रहे हैं। इन सभी कामों में लोग ठेकेदारों के जरिए मिट्टी और बालू मंगाते हैं। ठेकेदारों की गाडि़यों से अक्सर रुपए मांगने की शिकायतें सामने आती हैं।

सीनियर पुलिस अफसर करेंगे पीआरवी की जांच

एसएसपी ने कहा है कि पीआरवी कर्मचारी मनमानी करते हैं। अक्सर वह अपने ड्यूटी प्वाइंट पर खड़ी व्हीकल की फ्लैश लाइट्स को ऑफ कर देते हैं। इससे पीआरवी की मौजूदगी होने पर भी सुरक्षा का अहसास आसपास की पब्लिक को नहीं होती। इससे रात में एक्टिव बदमाशों के भीतर भी पुलिस की मौजूदगी का खौफ नहीं नजर आता, इसलिए एसएसपी ने पीआरवी की नियमित चेकिंग का निर्देश भी दिए हैं। उनका कहना है कि एसएचओ-एसओ नियमित रूप से अपने एरिया में चल रही पीआरवी की जांच करेंगे। साथ में एडिशनल एसपी और सीओ भी इस काम को करेंगे। कहीं से भी गुजरते समय जहां कहीं भी पीआरवी नजर आ जाए। वहां पर रुककर तैनात कर्मचारियों के बारे में जानकारी लेंगे। जांच के बारे में पूरी जानकारी रजिस्टर में दर्ज होगी।

इन बिंदुओं पर होगी कार्रवाई

- पीआरवी पर तैनात कर्मचारियों के किसी तरह की वसूली की शिकायत

- मिट्टी और बालू सहित अन्य सामान ले जाने वालों गाडि़यों की जांच, उनकी रोकथाम

- रात में ड्यूटी प्वाइंट्स पर तैनाती के दौरान व्हीकल की फ्लैश लाइट्स को ऑफ रखना

- व्हीकल में येलो टेप लगा है या नहीं, उसकी लाइट्स प्रॉपर जल रही है या नहीं।

- तैनात किए गए सभी कर्मचारी मौजूद हैं या कोई बिना अवकाश लिए कहीं घूम रहा है।

- पीआरवी का रिस्पांस टाइम कितना है। इसे कितना कम किया जा सकता है।

- ड्यूटी प्वाइंट्स के एरिया में पीआरवी मोबाइल रहकर निगरानी करेगी।

यह रखेंगे ध्यान -

- पीआरवी में वायरलेस सेट, बॉडी प्रोटेक्टर, डंडा और टार्च रखेंगे।

- सभी कर्मचारी अप टू डेट रहकर हर तरह की परिस्थिति से निपटने को रेडी रहेंगे।

- घटनास्थल पर पहुंचने के बाद साइंटिफिक तरीके से जांच करके सूचना फारवर्ड करेंगी

- रास्ते में किसी प्रतिवादी को छोड़ने के बजाय उसे थानों को सुपुर्द करेंगे।

क्या होगा फायदा

- पीआरवी में बैठे जिम्मेदार अनाश्वयक रूप से किसी को परेशान नहीं करेंगे।

- किसी घटना की सूचना पर पीआरवी कितनी देर में कहां पहुंची।

- रात में फ्लैश लाइट्स जलने से लोगों को पुलिस की मौजूदगी नजर आएगी।

- बदमाशों के मूवमेंट को रोकने में मदद मिलेगी। पुलिस को देखकर वह घबराएंगे।

- अचानक मदद की जरूरत पड़ने पर पब्लिक भी सीधे सूचना देकर मदद ले सकेगी।

- पीआरवी के मोबाइल रहने पुलिस की गश्त भी बढ़ जाएगी।

स्टैटिस्टिक -

जिले में यूपी 112 पर कंप्लेन- 100 से 150

जिले में पीआरवी के कुल बेस स्टेशन - 46

सिटी एरिया में पीआरवी के बेस स्टेशन - 12

पीआरवी पर ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों की तादाद- 332

पीआरवी का रिस्पॉन्स टाइम - 10 से 20 मिनट

पीआरवी की ड्यूटी काफी महत्वपूर्ण है। कुछ शिकायतें सामने आई हैं। इसलिए रैडम चेकिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। एडिशनल एसपी, सीओ और एसएचओ-एसओ पीआरवी की निगरानी करेंगे। यदि कोई लापरवाही सामने आई तो संबंधित पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी

Posted By: Inextlive