-गोरखपुर यूनिवर्सिटी कैंपस में दिनभर चला हाई वोल्टेज ड्रामा

-रेट एग्जाम ऑनलाइन कराने का विरोध करते हुए वीसी को स्टूडेंट ने घेरा

GORAKHPUR: गोरखपुर यूनिवर्सिटी में बुधवार को रिसर्च एलिजिबिलिटी टेस्ट (रेट) को लेकर बहुत रार हुई। 10 जनवरी को होने वाले इस एग्जाम के लिए होम बेस्ड सेंटर का इंतजाम है। स्टूडेंट्स ने इसको लेकर जमकर विरोध किया। एबीवीपी, एनएसयूआई, सयुस समेत आधा दर्जन छात्र संगठन गोरखपुर यूनिवर्सिटी पहुंचे और परीक्षा ऑफलाइन मोड में कराने की मांग की। छात्रों के प्रदर्शन के बीच वीसी बिल्कुल लाचार नजर आए। वे स्टूडेंट से बात करने के लिए पहुंचे तो जरूर, लेकिन खुद को शटर के अंदर रखा। बाहर से स्टूडेंट्स ने अपनी बात रखी। इस दौरान शटर का ताला खुलवाना भी किसी ने जरूरी नहीं समझा।

सुबह से ही शुरू हो गया प्रदर्शन

-बुधवार सुबह 10 बजे से ही स्टूडेंट प्रशासनिक भवन पर जुटने लगे। अलग-अलग गुटों में बंटकर प्रदर्शन करते दिखे।

-मौके की नजाकत को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने प्रशासनिक भवन के सभी चैनल गेट को बंद करा दिया।

-इसके बाद स्टूडेंट प्रशासनिक भवन के कैंपस में ही घूम-घूम कर नारेबाजी करने लगे।

वीसी को घेरा, मचा हड़कंप

-सुबह करीब 11.30 बजे वीसी प्रो। राजेश सिंह कैंपस पहुंचे।

-उन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ताओं ने प्रशासनिक भवन में चैनल गेट के पास रोक लिया।

-वीसी की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मी मूकदर्शक बने रहे।

-प्रदर्शनकारियों ने कहा कि घर बैठे परीक्षा देने की सुविधा से यह शोध परीक्षा गुणवत्तापूर्ण नहीं रह जाएगी।

स्टूडेंट्स ने की अभद्रता

-एबीवीपी से वीसी की बातचीत के दौरान कुछ स्टूडेंट हूटिंग करने लगे।

-चीफ प्रॉक्टर ने कुछ को समझाने का प्रयास किया, तो स्टूडेंट उनसे उलझ गए।

-वह प्रॉक्टर के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। सूचना मिलने के बाद रजिस्ट्रार डॉ। ओम प्रकाश, परीक्षा नियंत्रक डॉ। अमरेन्द्र सिंह मौके पर पहुंचे।

मौजूद रहे कई छात्रनेता

इस मौके पर एबीवीपी के महानगर मंत्री प्रभात राय, संगठन मंत्री आकाश, प्रान्त सहमंत्री अभिषेक हरि सिंह, विभाग संयोजक सौरभ गौड़, राज्य यूनिवर्सिटी प्रमुख मयंक राय, शक्ति सिंह, पूजा, सुलोचना, अर्पित कसौधन, निखिल गुप्ता, प्रशांत त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।

दूसरे छात्र संगठनों ने किया प्रदर्शन

एबीवीपी से वार्ता कर वीसी चले गए तो इस पर प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई और सयुस समेत आधा दर्जन संगठनों के छात्र नेता भड़क गए। वह वीसी से वार्ता की मांग करने लगे। इसको लेकर छात्रों ने प्रशासनिक भवन के वीआईपी गेट पर धरना शुरू कर दिया। स्टूडेंट के इस आंदोलन के बाद यूनिवर्सिटी व पुलिस प्रशासन की स्थिति असहज हो गई। निर्वतमान छात्रसंघ अध्यक्ष अमन यादव, नितेश मिश्र, शिव शंकर गौड़, भास्कर चौधरी, अंशुमान पाठक, बादल चतुर्वेदी, गौरव वर्मा, प्रशान्त कुमार आदि छात्रनेता चैनल गेट के बाहर धरने पर बैठ गए।

बंद गेट से वीसी ने की बात

यह आंदोलन दोपहर तीन बजे तक चला। स्टूडेंट और वीसी के बीच में संवाद स्थापित करवाने के लिए प्रॉक्टर बोर्ड की टीम हलकान रही। करीब तीन बजे वीसी नरम पड़े। वह चैनल गेट तक आए। गेट बंद रहा। दूसरी तरफ से स्टूडेंट ने अपनी मांग रखी।

यूनिवर्सिटी स्टूडेंट से लेगी फीडबैक

स्टूडेंट्स ने वीसी को बताया जमाना हाईटेक है। खुराफाती रिमोट के जरिए लैपटॉप को हाईजैक कर सकते हैं। ऐसे में एक स्टूडेंट लैपटॉप के सामने बैठेगा जबकि उसकी जगह पर दूसरा सवाल हल कर देगा। इससे वीसी भी सहमत हुए।

वीसी बोले

इस एग्जाम को लेकर आवेदकों से फीडबैक लिया जाएगा। उनके मेल पर मैसेज भेजा जाएगा। इसके साथ ही परीक्षा के दूसरे विकल्प पर भी विचार किया जाएगा। जिनके पास संसाधन नहीं होंगे उन्हें ऑफलाइन परीक्षा दिलाई जा सकती है।

-प्रो। राजेश सिंह, वीसी गोरखपुर यूनिवर्सिटी

Posted By: Inextlive