- झांसा देकर जालसाजी के बढ़े मामले, रोजाना हो रही वारदात

- इंडियन गवर्नमेंट और पीएम की तस्वीर जालसाज कर रहे यूज

GORAKHPUR: सर, मैं व्हाट्सएप से बात कर रहा हूं, इसी व्हाट्सएप नंबर की तरफ से आप की 25 लाख की लॉटरी लगी है। मैं बताना चाहूंगा कि पांच देशों इंडिया, नेपाल, यूनान, सउदी अरब और दुबई के व्हाट्सएप नंबर सेलेक्ट किए गए हैं। इसमें आपका लकी नंबर की 25 लाख की लॉटरी लगी है। लॉटरी हासिल करने के लिए मुंबई स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर का नंबर दिया गया है। उस नंबर पर कॉल करेंगे तो मुंबई से बैंक वाले बात करेंगे। लॉटरी कैसे और किस तरह से मिलेगी। इसके बारे में बताएंगे। नंबर को व्हाट्सएप में एड कर व्हाट्सएप से कॉल करना है। फौरन कॉल कीजिए। सारी इनफॉर्मेशन मिलेगी। ध्यान रहे कि डायरेक्ट कॉल नहीं कर पाएंगे। व्हाट्सएप से लॉटरी लगी है। इसलिए व्हाट्सएप से ही कॉल कर पाएंगे। यह कॉल तारामंडल में रहने वाले पुणर्ेंदु शुक्ला के मोबाइल पर आई। एक जागरूक नागरिक की भूमिका निभाते हुए उन्होंने तत्काल इसकी सूचना अपने सभी जानने वालों को दी। बताया कि ऐसे किसी के चक्कर में न पड़े।

मिल रहा मैसेज

लॉकडाउन में घर बैठे लोगों के पास इस तरह की कॉल दिनभर में एक बार जरूर पहुंच रही है। लॉटरी लगने की बात कहते हुए एक मोबाइल नंबर दिया जा रहा है। कौन बनेगा करोड़पति के नाम से ऑल इंडिया सिमकार्ड लकी ड्रॉ कॉम्प्टीशन के नाम से कस्टमर्स को मैसेज भेजे जा रहे हैं। मैसेज पर गवर्नमेंट आफ इंडिया का अशोक लाट और प्रधानमंत्री की फोटो लगी है। मैसेज आने के बाद कॉल आ रही है। या फिर कॉल करके मैसेज भेजा जा रहा है। अचानक लॉटरी लगने की सूचना पर लोग कन्फयूज हो जा रहे हैं। कुछ लोग इनके झांसे में आकर ठगी के शिकार भी हो चुके हैं। वहीं, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की फेंक काल से बचें। इनके झांसे में आकर बैंक एकाउंट नंबर, ओटीपी सहित अन्य गोपनीय जानकारी देना भारी पड़ सकता है।

ये हैं बचने के उपाय

- लॉटरी, गिफ्ट या किसी भी चीज के लिए आए अकाउंट वेरिफिकेशन कॉल पर ओटीपी शेयर ना करें।

- अपनी प्राइवेट जानकारी और बैंकिंग पासवर्ड को मोबाइल में सेव कर ना रखें।

- सोशल मीडिया पर कोई भी संवेदनशील प्राइवेट जानकारी डालने से बचें।

- किसी अनजान सोर्स से आए यूआरएल पर क्लिक ना करें।

- सॉफ्टवेयर को हमेशा उसकी कंपनी की वेबसाइट से ही डाउनलोड करें।

- सोशल मीडिया पर मेंबरशिप या एड्रेस के लिए पूरी जानकारी प्राप्त कर उस माध्यम पर ही पेमेंट करें। किसी विशेष सुविधा के लिए आए ई-मेल/एसएमएस पर क्लिक ना करें।

- ध्यान रखें कि कोई भी सोशल मीडिया अकाउंट को एक्टिव रखने के लिए बैंक डिटेल या पेमेंट नहीं मांगता है।

- किसी भी फ्री चैट वेबसाइट या अन्य गेम वेबसाइट पर अपने सोशल मीडिया के जरिए लॉग-इन करने से बचें।

- अगर कोई गेम ऐप इंस्टॉल करें, तो कॉल/एसएमएस/गैलरी एक्सेस करने की अनुमति ना दें।

- बिना फोन पर बात किये सिर्फ सोशल मीडिया के जरिए मिली सूचना के आधार पर किसी को पैसे ट्रांसफर ना करें

एक माह में 50 से अधिक मामले

लॉकडाउन में साइबर ठगी के मामले में बढ़ गए हैं। इसको देखते हुए डीजीपी ने भी निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने साइबर क्त्राइम के मामलों की शिकायत पर कार्रवाई का निर्देश दिया है। कहा है कि जागरुकता अभियान चलाकर लोगों को अवेयर किया जाए। ताकि जालसाजी के मामलों को रोका जा सके। जिले में एक माह के भीतर 50 से अधिक मामलों की शिकायत साइबर सेल को मिली है। इनकी जांच विभिन्न पुलिस कर्मचारियों को सौंपी गई है। इनमें सर्वाधिक शिकायतें फेसबुक आईडी हैक करके, क्लोन बनाकर फेसबुक फ्रेंड्स से रुपए मांगने से जुड़े हुए हैं।

यह कार्रवाई करेगी पुलिस

सभी प्रमुख सरकारी दफ्तरों के सामने जागरुकता से संबंधित पोस्टर लगाए जाएंगे।

बैंक, डॉकघर सहित अन्य संस्थाओं जिन्हें लॉकडाउन में खोला गया है। वहां पर लोगों को जानकारी दी जाएगी।

सोशल मीडिया, डिजिटल वालंटियर्स की मदद से पब्लिक को ऐसी काल आने पर किसी झांसे में न पड़ने की हिदायत दी जाएगी।

वर्जन

लोगों को झांसा देकर आनलाइन ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अवेयरनेस प्रोग्राम चलाया जा रहा है। साइबर क्त्राइम की रोकथाम के लिए पब्लिक को जानकारी दी जा रही है। सभी को बताया जा रहा है कि किसी तरह की लालच में न पड़े। फ्राड तरीकों से जालसाज लोगों के एकाउंट से रकम उड़ा देते हैं।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive