- आठ साल पहले खरीदी गई थी यह मशीन, एक बार इस्तेमाल होने के बाद ही खराब हो गई

- उसवक्त शहर में 7 किलोमीटर ही थी भूमिगत लाइन, डेढ़ साल पहले 15 लाख खर्च कर बनी मशीन

- फॉल्ट लोकेशन मशीन के लिए भेजा गया प्रस्ताव, शहर को जल्द मिलेगी मशीन

GORAKHPUR: आठ साल पहले 74 लाख में खरीदी गई फॉल्ट लोकेटर मशीन बिजली विभाग के लिए 'हाथी दांत' साबित हो रही है। लाखों की लागत से खरीदी गई इस मशीन को महज एक बार ही इस्तेमाल किया जा सका। इसके बाद यह मशीन खराब हो गई। विभागीय इंजीनियर्स ने महंगी मशीन को बनवाने के बजाए उसे ग्रामीण परीक्षण खंड में रख दिया। कई सालों तक वह वहीं पड़ी रही, जिससे कि उसकी वारंटी भी खत्म हो गई। अब विभाग के पास कोई मशीन नहीं है, जबकि लगातार अंडरग्राउंड केबलिंग का काम चल रहा है।

17 लाख से कराई थी मरम्मत

आईपीडीएस योजना से 147 किमी भूमिगत केबल लगाए जाने के बाद डेढ़ साल पहले तत्कालीन चीफ इंजीनियर ने 17 लाख से मशीन की मरम्मत कराई। जीडीए टॉवर की लाइन का फॉल्ट खोजा गया। इसके बाद एक बार फिर रख-रखाव में हुई लापरवाही की वजह से मशीन दोबारा खराब हो गई। सोमवार को गोरखपुर पहुंचे पावर कारपोरेशन के एमडी ने फाल्ट लोकेटर मशीन को लेकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने अधिकारियों को प्रस्ताव बनाकर भेजने को कहा है ताकि तत्काल दो फाल्ट लोकेटर मशीन शहर को मिल जाए। जिससे बाहर से लोकेटर मशीन नहीं मंगानी होगी।

147 किमी बिछाई जा चुकी है केबल

शहर के विभिन्न एरियाज में 33 केवी व 11 केवी की एचटी लाइन व एलटी लाइन पर 147 किमी भूमिगत केबल लगाया जा चुका है। बावजूद इसके जिम्मेदारों को फाल्ट लोकेटर मशीन की चिंता नहीं है। ऐसे में यदि फॉल्ट हुआ तो उसे खोजने के लिए बाहर से किराए पर मशीनी मंगवानी पड़ेगी यानि कि नौ की लकड़ी और नब्बे खर्च। ऐसा भी नहीं है कि बोलते ही मशीन पहुंच जाएगी, बल्कि मशीन आने में कम से कम दो दिन का समय लगता है। अगर फॉल्ट होता है तो ऐसे में शहरी एरिया के लोगों को घंटों बिजली सुविधा से वंचित रहना पड़ेगा।

इन इलाके में आई थी प्रॉब्लम

बताते चलें कि नगरीय वितरण खंड प्रथम व द्वितीय के ज्यादातर मोहल्लों में भूमिगत केबल से ही बिजली सप्लाई दी जा रही है। शहर में गोलघर, सिनेमा रोड, विजय चौक, बक्शीपुर, बेतियाहाता, तारामंडल, धर्मशाला, सुमेरसागर के अलावा आस पास के अन्य इलाकों में भूमिगत केबल बिछाया गया है। 12 मई 20 की सुबह से लेकर देर रात तक भूमिगत केबल में फॉल्ट आने से बिजली गुल रही। गोलघर, यूनिवर्सिटी व धर्मशाला बाजार बिजली घर से जुड़े करीब 25 हजार से ज्यादा कंज्यूमर्स को बिजली के लिए तरसना पड़ा।

इन एरिया में चल रहा काम

पैडलेगंज से नौसढ़ तक एचटी लाइन को भूमिगत केबल पर बनाने का काम शुरु होने वाला है। कौवाबाग से बरगदवा तक जेल बाईपास पर भी ओवरहेड लाइन को भूमिगत केबल पर बनाने का काम चल रहा है। लाइनों को अस्थाई तौर पर शिफ्ट किया जा रहा है। सड़क चौड़ीकरण का काम शुरु होने पर केबल ट्रंच बनाया जाएगा। इसमें ही भूमिगत केबल लगेगी। इसके साथ ही मोहद्दीपुर से जंगल कौडि़या फोरलेन के किनारे के किनारे भी भूमिगत केबल लगाने का काम तेजी से चल रहा है। यह काम अब खत्म होने की ओर है।

करीब डेढ़ साल पहले बनी फॉल्ट लोकेटर मशीन खराब पड़ी है। वर्षो पहले की मशीन को बनवाने से कोई फायदा नहीं है। इसलिए अब नए फॉल्ट लोकेटर की डिमांड की गई हैं। इसके लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है। जल्द ही दो नई फॉल्ट लोकेटर मशीन मुहैया हो जाएगी।

- ई। यूसी वर्मा, एसई शहर

Posted By: Inextlive