- जिला अस्पताल के ऑर्थो वार्ड के बेड फुल, इमरजेंसी वार्ड में बढ़ गए मरीज

GORAKHPUR:

प्लीज डाक्टर साहब मेरे पापा को भर्ती कर लीजिए। वह बाथरूम में गिर गए हैं, उनके कूल्हे में बहुत दर्द है.' यह गुहार खोराबार के रहने वाले राम नरेश अपने पिता बाबू लाल कुशवाहा के लिए लगा रहे थे। जिला अस्तपाल की इमरजेंसी में एडमिट करने के लिए मेडिकल स्टाफ से गुहार लगा रहे थे। मगर बेड खाली न होने का हवाला देते हुए उन्हें एडमिट नहीं किया गया। यह हाल सिर्फ बाबूलाल का ही नहीं था, बल्कि ऐसे दर्जनों ऐसे मरीज के अंटेडेंट थे, जो अपने-अपने मरीजों को भर्ती कराने के लिए गुहार लगा रहे थे, लेकिन जिला अस्पताल के ऑर्थो वार्ड और सामान्य वार्ड के फुल हो जाने से उन्हें प्राइवेट की राह चुननी पड़ी।

बेड के लिए कर रहे इंतजार

बरसात शुरू होने के साथ ही जहां सामान्य वार्ड में उल्टी, दस्त, बुखार व खांसी आदि बीमारी के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। वहीं हाथ, पैर और कुल्हे टूट जाने वाले मरीज भी बढ़े हैं। कोई बरसात से फिसलने से गिर गया है तो कोई घर के बाथरूम में रात के वक्त गिरने से चोटिल हो गया है। ऐसे में प्राइवेट हॉस्पिटल से बचते हुए मरीज जिला अस्पताल की तरफ रूख कर रहे हैं, लेकिन बेड फुल होने से मरीज, तीमारदार और डॉक्टर्स के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले दो दिनों से यह समस्या बढ़ जाने से इमरजेंसी मरीजों के लिए आफत आ गई है, घंटों इंतजार के बाद बेड किसी तरह से मिल जाने वाले खुद को नसीब वाला समझ रहे हैं।

300 बेड का है अस्पताल

जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ। एसी श्रीवास्तव बताते हैं कि जिला अस्पताल में कुल 300 बेड हैं। न्यू बिल्िडग में 150 व ओल्ड बिल्डिंग में 150 बेड हैं। इनमें से ऑर्थो वार्ड में कुल 60 बेड हैं। यह सभी फुल हो चुके हैं। बाकी इमरजेंसी वार्ड में 40 बेड पर 25 मरीज एडमिट हैं। इसके अलावा बर्न वार्ड और सर्जरी वार्ड में ऑपरेटेड केसेज हैं। आर्थो वार्ड के बेड पर सभी बेड पर फ्रैक्चर के मरीज सबसे ज्यादा एडमिट हैं। किसी के कुल्हे में फ्रैक्चर आने से उन्हें एडमिट किया गया है तो किसी के पैर व हाथ में फ्रैक्चर आने से उन्हें भर्ती कराया गया है। यह सभी सर्जरी केसेज हैं, इसलिए इन्हें ठीक होने में भी कम से कम एक हफ्ते का वक्त लगेगा।

फैक्ट फीगर

ओल्ड बिल्डिंग - 150 बेड

न्यू बिल्िडग - 150 बेड

आर्थो वार्ड - 60 बेड

इमरजेंसी वार्ड - 40 बेड

बर्न व सर्जरी - 65

बरसात के बढ़ते ही मरीजों की संख्या बढ़ गई है। ऑर्थो वार्ड फुल हैं। इमरजेंसी वार्ड में भी मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। कुछ ही बेड शेष हैं। आने वाले दिनों में जो थोड़े बहुत बेड खाली हैं। वे भी फुल हो जाएंगे।

- डॉ। एसी श्रीवास्तव, एसआईसी जिला अस्पताल

Posted By: Inextlive