-सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा पैरेंट्स के रिएक्शन

-सैकड़ों पैरेंट्स ने सोशल मीडिया पर दिया रिएक्शन

GORAKHPUR: सितंबर में स्कूल खुलने को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम है। ऐसे में पैरेंट्स कहां पीछे रहने वाले। पैरेंट्स ने भी सोशल मीडिया का सहारा लेकर अभी से स्कूल खुलने का विरोध शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म फेसबुक, ट्विटर और वाट्सएप पर पैरेंट्स का तीखा तेवर देखने को मिल रहा है। एक सवाल क्या आप अपने बच्चे को 15 सितंबर से स्कूल भेजेंगे के जवाब में सैकड़ों पैरेंट्स ने अपना रिएक्शन नो लिखकर दिया है। कई पैरेंट्स ने तो कोरोना की वैक्सीन आने तक अपने लाडले को स्कूल नहीं भेजने की बात कह डाली है।

सोशल मीडिया से विरोध

अपनी बात सरकार तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया इस समय सबसे अच्छा माध्यम है। इधर लगातार बीएड और बीईओ के एग्जाम होने के बाद धीरे-धीरे स्कूल खुलने की संभावना बढ़ती जा रही है। जिसको देखते हुए पैरेंट्स ने भी अभी से अपना विरोध दर्ज कराना शुरू कर दिया है।

पैरेंट्स को कोरोना का खौफ

कोविड 19 की वजह से पिछले 5 महीनों से सभी स्कूल में ताले लटके हैं। ऑनलाइन पढ़ाई तो शुरू कर दी गई है। लेकिन पैरेंट्स ऑनलाइन पढ़ाई से संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं। ऑनलाइन पढ़ाई में पैरेंट्स को स्कूल की फीस सबसे अधिक खटक रही है। यही वजह है कि अभी तक स्कूलों में लगभग 70 परसेंट पैरेंट्स ने फीस नहीं जमा कराई है। जबकि सितंबर में स्कूल खुलने को लेकर बात चल रही है तो उसके भी विरोध में ही पैरेंट्स का रिएक्शन अभी तक आया है। इधर कोरोना के बढ़ते केस के बाद पैरेंट्स के अंदर कोरोना का खौफ देखने को मिल रहा है।

गोरखपुर में बना पैरेंट्स ग्रुप

इस कोरोना काल में गोरखपुर में पैरेंट्स का एक वाट्सएप ग्रुप तैयार हो गया है। इस ग्रुप में सैकड़ों पैरेंट्स जुड़े हुए हैं जो पढ़ाई की मसले को लेकर डेली डिस्कशन करते रहते हैं। इस ग्रुप में भी अभी से सितंबर में स्कूल खुलने का विरोध शुरू हो गया है। पैरेंट्स का कहना है कि जिसको भी स्कूल खोलना है खोले लेकिन हम अपने बच्चों को घर से बाहर अभी बिल्कुल भी नहीं भेजेंगे।

परिषदीय स्कूल में क्लास 5 तक के बच्चे- 1,40000 लाख

1-5 तक के स्कूल- 85

लोवर केजी से 5 के स्कूल- 95

लोवर केजी से 8 तक स्कूल- 452

क्लास 12 तक के स्कूल- 50

कुल स्टूडेंट की संख्या- 5.50 लाख

कोट-

कोरोना बीमारी इस समय भयानक रूप ले चुकी है। ऐसे में स्कूल खोलने की तैयारी चल रही है। मैं अपने बच्चे को स्कूल कतई नहीं भेजूंगी। बच्चा घर से ही पढे़गा।

अलका सिंह, पैरेंट्स

इस जानलेवा बीमारी के सामने बच्चों को आगे करना ठीक नहीं है। पहले वैक्सीन बाजार में आ जाए, उसका क्या रिसपांस है, देख लिया जाए तभी बच्चों को स्कूल भेजेंगे।

राहुल सिंह, पैरेंट्स

हम लोगों ने अपनी राय दे दी है। चाहे जो हो जाए इस प्रकोप में बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे। कोरोना की सटीक दवा अभी तक नहीं आ पाई है। इसलिए खतरा अभी बना हुआ है।

संदीप श्रीवास्तव, पैरेंट्स

बच्चों की ऑनलाइन क्लास चल रही है। बच्चे सेफ हैं और घर से पढ़ाई कर रहे हैं। सितंबर में स्कूल खोलने की बात चल रही है। जो बच्चों की सेहत के लिए बिल्कुल ठीक नहीं है।

रागनी गुप्ता, पैरेंट्स

Posted By: Inextlive