गुडग़ांव में मल्टी नेशनल कंपनी में काम करने वाले मत्सेंयद्र नाथ मिश्रा अपने फैमिली के साथ गोरखपुर वैवाहिक समारोह में आए थे. लेकिन वापसी में जाने के लिए दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में उन्हें तत्काल टिकट नहीं मिलने से काफी परेशानी हुई.


गोरखपुर (ब्यूरो)ट्रेन से जर्नी प्लान कैंसिल कर उन्हें बस से सफर करना पड़ा। यह सिर्फ एक फैमिली की समस्या नहीं है, बल्कि इन दिनों मैरिज सीजन में आने वाले लोगों को तत्काल टिकटों के लिए भी काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। इसके बाद भी उन्हें तत्काल टिकट नसीब नहीं हो रहा है। टिकटों की बुकिंग के लिए हर कोई अपने पर्सनल आईडी से टिकटों की बुकिंग करने में जुटा हुआ है, लेकिन 70 सेकेंड में ही तत्काल सीट भी भर जा रही है और यात्रियों के टिकट बुक नहीं हो पा रहे हैैं। यह समस्या सबसे ज्यादा दिल्ली और मुंबई जाने वाली ट्रेनों आ रही हैैं। देर रात से ही लगने लग रही है लाइन


बता दें, गोरखपुर जाने वाली ट्रेनों में इन दिनों कई दिक्कतें आ रही हैैं। रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक, तत्काल के बर्थ महज 70 सेकेंड में ही गायब हो जा रही है। लाइन में लगा दूसरे यात्री के हाथ वेटिंग लिस्ट टिकट ही आ रही है। वहीं पीआरएस काउंटर पर एक अदद सीट पाने के लिए यात्री एक दिन देर रात से ही लाइन लगाना शुरू कर दे रहे हैं। एक दिन पहले ही रात में जुटे यात्री एक पर्चे पर क्रम से नाम लिखकर सुबह की तत्काल कोटे की लाइन लगाते हैं। सर्वाधिक मारामारी मुम्बई, दिल्ली जाने वाली ट्रेनों की हो रही है। किसी भी ट्रेन में पैर रखने तक की जगह नहीं है। ऐसे में कई यात्री तत्काल कोटे से बर्थ लेने के लिए यात्री एक दिन पहले से लाइन में लग जा रहे हैं। कुछ यात्री तो ऐसे भी हैं जो लगातार चार दिनों से पैसेंजर रिजर्वेशन काउंटर पर ही रात काट रहे हैैं, लेकिन सुबह में उन्हें मायूसी हाथ लग रही है। नहीं मिला तत्काल टिकट पैसेंजर रिजर्वेशन काउंटर पर रात बिताने वाले अभिषेक श्रीवास्तव के जीजा और दीदी को दिल्ली जाना था, वे रविवार की रात और सोमवार की सुबह धर्मशाला स्थित पीआरएस केंद्र पर पहुंचे। वहां लाइन भी लगाए, लेकिन तत्काल टिकट नहीं मिला। कमोबेश यही हाल दिव्यनगर के रहने वाले मनीष तिवारी का भी है। उनके बेटे की तबीयत खराब होने के कारण वह अचानक से शादी छोड़़ गुडग़ांव जाना था, लेकिन उन्हें भी तत्काल टिकट नहीं मिला। टिकट के लिए परिवार को लगा दिया

वहीं मुंबई जाने के लिए रिजर्वेशन काउंटर पर तीन दिन रात गुजारने के बाद भी सुदामा मौर्या को जब कंफर्म सीट नहीं मिली तो बुधवार की रात वह पूरे परिवार के साथ रिजर्वेशन काउंटर पहुंच गए। बिस्तर लगाया और मच्छर कॉइल लगाकर सो गए। सुदामा पूरे परिवार के साथ सुबह उठे और सभी को लाइन में लगा दिया फिर भी उन्हें एक सीट नहीं मिली। उनका कहना है कि उन्होंने लगातार चार राते पैसेंजर काउंटर के बाहर गुजारी, लेकिन तत्काल कोटे से बर्थ नहीं मिल पा रहा है। इन ट्रेनों में नहीं मिल रही सीट - गोरखधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस - वैशाली एक्सप्रेस - गोरखपुर-एलटीटी सुपरफास्ट एक्सप्रेस - गोदाम एक्सप्रेस - दादर एक्सप्रेस - कुशीनगर एक्सप्रेस - हमसफर एक्सप्रेस यात्रियों की भीड़ को देखते हुए स्पेशल ट्रेनों का संचलन हो रहा है। यात्रियों की भीड़ बढ़ी है। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए लगातार प्रयास जारी है। - पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे

Posted By: Inextlive