जिला अस्पताल जहां एक तरह डॉक्टर की कमी से जूझ रहा है तो दूसरी तरफ एक डॉक्टर की ओर से पेशेंट के साथ दुव्र्यवहार करने का मामला सामने आया है. ओपीडी के 30 नंबर कमरे में डॉक्टर और महिला के बीच दवा लिखवाने को लेकर विवाद के साथ हंगामा शुरू हो गया. पेशेंट ने इसकी सूचना 1090 पर दी जिस पर कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को लेकर अस्पताल के अधीक्षक के पास ले गई. जहां पर बातचीत के बाद मामला शांत हुआ.


गोरखपुर (ब्यूरो).जिला अस्पताल के ओपीडी के 30 नंबर कमरे में एक फिजिशियन की तैनाती है। उसी कमरे में एक महिला अपने बेटी के साथ इलाज कराने पहुंची थी। महिला की बेटी का आरोप है कि उसने जैसे ही डॉक्टर को समस्या बताई तो उन्होंने थॉयराइड कहकर दवा खाने की बात कहीं। इस पर जब पिछले महीने का रिपोर्ट दिखाकर यह बताया गया कि थॉयरायड नहीं है, तो डॉक्टर उलझ गए। शिकायत करने पर उन्होंने मुझे और मेरी मां को डाटकर भगा दिया। साथ ही मेरे और मेरी मां के साथ दुव्र्यवहार किया गया। विरोध करने पर जबरदस्ती गार्ड बुलाकर चेंबर से बाहर कर दिया गया। इतना ही नहीं जब थॉयराइड की दवा लिखने की बात कहीं गई तो भी उलझ गए। इसकी सूचना 1090 पर दी, तो मौके पर पुलिस पहुंची। दोनों पक्षों को पुलिस अस्पताल अधीक्षक के पास ले गई। जहां पर बातचीत के बाद दोनों पक्षों का शांत करा दिया गया। बताया जाता है कि संबंधित डॉक्टर कई बार विवादों में रहे हैं। कई बार लिखित तौर उनकी शिकायत भी की जा चुकी है। इसके बाद भी आए दिन पेशेंट्स से विवाद करते रहते हैं।
30 नंबर कमरे में पेशेंट और डॉक्टर के बीच कहासुनी हुई थी। दवा और जांच लिखने को लेकर विवाद हुआ था। महिला और डॉक्टर को समझा दिया गया है। लिखित तौर पर कोई भी शिकायत नहीं मिली है। इसके बाद भी डॉक्टर को सख्त हिदायत दी गई है कि पेशेंट्स के साथ दुव्र्यवहार बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिकायत मिलने पर इस बार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। - डॉ। अम्बुज श्रीवास्तव, अधीक्षक, जिला अस्पताल

Posted By: Inextlive