गोरखपुर की सर्दी अब सितम ढाने लगी है. पारा 10 डिग्री के करीब है. ऐसे में बेसहारा लोगों को रात गुजारना बड़ी मुसीबत बन गया है. गोरखपुर सिटी के धर्मशाला ओवरब्रिज गोरखनाथ ओवरब्रिज रेलवे स्टेशन के फुटपाथ पर सैकड़ों ऐसे गरीब हैं जिनकी रात फुटपाथ या फिर ओवरब्रिज पर कटती है. मतलब रैनबसेरों के प्रचार-प्रसार के अभाव में जरूरतमंदों की रात सड़कों पर गुजरती है. बीते मंगलवार को डीएम विजय किरण आनंद ने अधिकारियों की ड्यूटी लगाई थी कि शीतलहर से बचाने इन अधिकारियों को रैनबसेरों तक पहुंचाया जाए.


गोरखपुर (ब्यूरो): दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने जब सड़कों का मुआयना किया तो बड़ी संख्या में जरूरतमंद सड़कों पर खुले आसमान के नीचे मिले। इस मामले में जब संबंधित अधिकारियों से उनकी जवाबदेही के संदर्भ में बात की गई तो उन्होंने कहा, बस अभी भ्रमण करने निकल रहा हूं और फोटो भेजता हंू। सरकार की ओर से शहर के विभिन्न स्थानों पर रैनबसेरे बनाए गए हैं, लेकिन प्रचार-प्रसार नहीं होने के कारण जरूरतमंद यहां तक नहीं पहुंच पाते। लिहाजा खुद की करते हैं अलाव की व्यवस्था


ठंड बढ़ रही है, लेकिन शहर में अलाव की व्यवस्था नहीं है। अलाव नहीं जलाए जाने के कारण लोग ठंड में सड़क किनारे ठिठुर रहे हैं, मेहनत व मजदूरी कर रात सड़क पर बिताते हैं। पन्नी और लकड़ी के टुकड़े जलाकर वे स्वयं अलाव की व्यवस्था करते हैं। सड़क किनारे चादर और कंबल के सहारे लोगों की जिंदगी सर्दी में सिकुड़ सी गई है। लेकिन कोई सहारा देने वाला नहीं है। सिटी में हैं 13 रैनबसेरा

शहर में 13 रैनबसेरा हैं, इसके बावजूद गरीबों को फुटपाथ पर रात बितानी पड़ रही है। गरीबों को रैनबसेरों की जानकारी नहीं है। इसके लिए प्रशासन की तरफ से 2 दिन पहले पहल की गई और गरीबों को खुले आसमान से रैनबसेरा तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए। इसके लिए अलग-अलग अफसरों को भी नामित किया गया है। अफसरों को सायंकाल 8 बजे से रात्रि 10 बजे के बीच भ्रमण कर आसमान के नीचे जो लोग विश्राम कर रहे हैं। उन्हें पास के रैनबसेरा में पहुंचाने के साथ कंबल उपलब्ध कराने को कहा गया है, लेकिन हकीकत है कि इन गरीबों को आसरा देने वाले अभी भी उनकी सुध नहीं ले रहे हैं। बेघरों के लिए स्थापित शेल्टर होम व रैन बसेरा रैनबसेरा महिला बेड पुरुष बेड कचहरी बस स्टेशन 05 10बीआरडी मेडिकल कॉलेज 54 54महेवा ट्रांसपोर्टनगर 04 06

धर्मशाला बाजार 00 15रेलवे स्टेशन 10 10मोहरीपुर पंचायत भवन 02 08आवास विकास कॉलोनी शाहपुर 20 30हांसूपुर 00 10शिवपुर सहबाजगंज 00 05
वार्ड संख्या 38 बशारतपुर 30 40झूलेलाल मंदिर 39 00झूलेलाल मंदिर के सामने 45 82बीआरडी मेडिकल कॉलेज 35 90 स्थल नामित अफसर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के आसपास एडीएम एफआर गोरखनाथ मंदिर, ओवरब्रिज व फर्टिलाइजर एडीएम सिटी
रेलवे व बस स्टेशन एडीएम प्रशासन पैडलेगंज, तारामंडल मुख्य राजस्व अधिकारी ट्रांसपोर्ट नगर व आसपास सिटी मजिस्ट्रेट एम्स, गोरखपुर छावनी आसपास अपर नगर मजिस्ट्रेट फस्र्ट जिला अस्पताल, कचहरी बस स्टेशन अपर नगर मजिस्ट्रेट सेकेंड असुरन, राप्तीनगर एव पादरी बाजार अपर नगर मजिस्ट्रेट थर्ड मैं मेरी पत्नी और चार बच्चे हैं। 6 महीने से फुटपाथ पर ही सो रहा हूं। हमें नहीं पता है कि सरकार ने कोई रैनबसेरा बनाया है। न ही कोई हमें बताने आया है। इसलिए फुटपाथ को ही अपना आशियाना बना लिया है। विनोद, फैजाबाद मजबूरी करता हूं। जब काम मिल जाता है तो रोटी भी खाने के लिए मिल जाती है वरना ऐसा भी होता है कि एक वक्त की रोटी भी नसीब नहीं होती है। मेरे पास चादर भी नहीं हैं सोने के लिए। रैनबसेरा के बारे में नहीं पता है और न ही कोई बताने वाला है। अच्छेलाल, कुशीनगर मैं 6 माह से गोरखपुर में हूं और रेलवे स्टेशन के बाहर फुटपाथ पर ही सोता हूं। जब कभी रैनबसेरे में जाता हूं तो वहां ताला बंद मिलता है या जब भी कोई मिलता है तो हमें भगा दिया जाता है। सुभाष कुमार, छपरा एडीएम एफआर रिपोर्टर: डीएम ने एक आदेश जारी किया था कि आप रात्रि में भ्रमण कर फुटपाथ पर सोने वाले लोगों को रैनबसेरा में शिफ्ट करेंगे।एडीएम एफआर: रैनबसेरा नगर निगम चलाता है। वही व्यवस्था देखता है। रिपोर्टर: आपको भी निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है।एडीएम एफआर: अभी शहर में भ्रमण करने के लिए निकल रहा हूं। फोटो भेजता हूं। एडीएम सिटी रिपोर्टर: ठंड में फुटपाथ और ओवरब्रिज पर सोने वालों को उचित स्थान पर पहुंचाने के लिए आपको जिम्मेदारी दी गई है। एडीएम सिटी: हां आदेश मिला है। अभी थोड़ी देर में भ्रमण के लिए निकल रहा हूं। सिटी मजिस्ट्रेट रिपोर्टर: तीन दिन पहले डीएम ने एक आदेश में खुले आसमान में सोने वालों को रैनबसेरा तक पहुंचाने के लिए आपको नामित किया है। सिटी मजिस्ट्रेट: आदेश मिला है। रात में सिटी के आसपास एरिया के फुटपाथ पर सोने वालों को रैनबसेरा में उचित स्थान तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।

Posted By: Inextlive