- कंस्ट्रक्शन वर्क और फिनिशिंग कंप्लीट न होने की वजह से नहीं हैंडओवर हुई बिल्डिंग

- फरवरी से 10-15 बेड पर की आईपीडी स्टार्ट करने की थी तैयारी

- कोरोना पेंडमिक के बाद एम्स में शुरू हो चुका है ओपीडी

GORAKHPUR: एम्स में भर्ती होने की चाह रखने वाले मरीजों को अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा। फरवरी में ही आईपीडी स्टार्ट होने की उम्मीद थी, लेकिन निर्माणाधीन बिल्डिंग के काम में ढिलाई होने पर अभी भी इसको हैंडओवर होने में दो महीने का वक्त लग सकता है, ऐसे में लोगों को कम से कम दो माह तक एम्स में एडमिट होने की फैसिलिटी नहीं मिल पाएगी। हालांकि, एम्स प्रशासन ओपीडी स्टार्ट करने के बाद अब आईपीडी स्टार्ट करने की कवायद में जुटा हुआ है, लेकिन एलएडंटी ने बिल्डिंग हैंडओवर नहीं की है, जिसकी वजह से यह प्रॉसेस मंद पड़ गई है।

अब अप्रैल में स्टार्ट होने की उम्मीद

एम्स में चल रहे ओपीडी में मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। गोरखपुर समेत आसपास जिले के मरीज दिखाने भी आ रहे हैं। जहां ओपीडी में डॉक्टर सिर्फ मेडिसिन प्रिस्क्राइब कर रहे थे, वहीं एम्स में जांच की सुविधा भी शुरू हो चुकी है। कोरोना पेंडमिक में कंस्ट्रक्शन की रफ्तार जहां सुस्त पड़ गई थी, वहीं लॉक डाउन खत्म होने के बाद इसके निर्माण कार्य में तेजी आ गई। इसको देखते हुए एम्स प्रशासन ने फरवरी माह में आईपीडी स्टार्ट करने का डिसीजन लिया था, लेकिन बिल्डिंग का काम पूरा नहीं हो पाने की वजह से उसे फिलहाल अगले दो महीने के लिए टाल दिया गया है।

फिनिशिंग का काम बाकी

एम्स से मिली जानकारी के मुताबिक, आईपीडी के लिए बिल्डिंग लगभग तैयार हो चुकी है। फिनिशिंग का काम बाकी है। उसके बाद हैंड ओवर होना है। बिल्डिंग को जैसे ही फिनिशिंग कर एलएंडटी एम्स एडमिनिस्ट्रेशन को हैंडओवर करेगी, इसके बाद इसकी आईपीडी रन करने की डेट फाइनल कर दी जाएगी। फिलहाल जिम्मेदार संभावित तिथि एक अप्रैल बता रहे हैं।

मरीजों को भर्ती किए जाने के लिए आईपीडी स्टार्ट की जानी है, लेकिन बिल्डिंग की फिनिशिंग का थोड़ा काम बचा है, जिसे पूरा कराने के बाद ही इसमें मरीजों को भर्ती किया जा सकेगा। अप्रैल तक इसकी उम्मीद है। दो महीने लगेंगे।

- डॉ। सुरेखा किशोर, कार्यकारी निदेशक, एम्स

Posted By: Inextlive