-वार्ड नम्बर 22 और 34 में सड़क, नाली और गंदगी से पब्लिक परेशान

-पार्षद की भी नगर निगम बात कर देता है अनसुनी

GORAKHPUR: गंदगी से पब्लिक का दम फूल रहा है, लेकिन नगर निगम को इसकी जरा भी चिंता नहीं है। पार्षद से कहो तो वो भी इधर-उधर की बात बताकर मामला रफा-दफा कर देते हैं। टैक्स पूरा हैं, लेकिन लब सुविधाओं की जब बात आती है तो नगर निगम के अधिकारी टाल मटोल करते हैं। ये कम्प्लेन गोरखपुर के वार्ड नम्बर 22 और 34 के कालोनीवासियों की है। कई जगहों पर कम्प्लेन करने के बाद भी जब सुनवाई नहीं हुई तब कालोनीवासियों ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से अपनी परेशानी शेयर की। जिसके बाद टीम ने दोनों ही वार्ड का जायजा लिया।

वार्ड नम्बर 22 में गंदगी का अंबार

वार्ड नंबर 22 जटेपुर उत्तरी की पब्लिक की कंप्लेन है कि आधे अधूरे निर्माण कार्य से मोहल्ले वासियों को संतुष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। वार्ड में गंदगी जलजमाव व स्ट्रीट लाइट की समस्या आम है। स्ट्रीट लाइटें पोलों पर लगी तो जरूर हैं, लेकिन अधिकतर लाइटें खराब पड़ी हैं। जानवर गंदगी को सड़क पर लाकर संक्रमण फैला रहे हैं। वहीं मच्छरों का प्रकोप भी लगातार बढ़ रहा है। नालियों की सफाई नहीं होने की वजह से मच्छरों की संख्या में इजाफा हो रहा है।

क्या कहते हैं पार्षद

वार्ड नम्बर 22 के पार्षद प्रतिनिधि राजन पांडेय का कहना है कि 20 साल से उनका परिवार इस वार्ड की कमान संभाल रहा है। इतने दिनों में हमने केवल विकास किया है। इधर बीते 3 साल में करीब 5 करोड़ रुपए से वार्ड में जगह-जगह नाली सड़क का निर्माण कराया गया है। 2 सीसी रोड और एक बड़ा ट्यूबेल वार्ड में लगना है, जिसका प्रस्ताव नगर निगम में पेडिंग पड़ा है।

वार्ड नम्बर 34 में टूटी सड़कें

वार्ड नम्बर 34 शाहपुर में करीब 35 हजार आबादी निवास करती है। यहां की पब्लिक की कम्प्लेन है कि धर्मपुर स्थित स्कूल लेन की सड़क काफी समय से टूटी पड़ी है। नालियां भी ध्वस्त हो चुकी हैं। कालोनिवासियों का कहना है 26 जनवरी को सभी लोग मिलकर जैसे-तैसे नाली की सफाई की। कुछ दिन तो पानी बहा, लेकिन फिर नाली जाम हो गई है। वहीं पार्षद या नगर निगम में कम्प्लेन करने के बाद भी कोई सफाई कर्मचारी कभी नहीं आता है। अब इस हाल में वे कहां जाएं।

क्या कहते हैं पार्षद

वार्ड नम्बर 34 के पार्षद चन्द्रशेखर सिंह का कहना है कि 3 साल बीत गया इस दौरान उन्होंने वार्ड में बहुत से काम कराए। पब्लिक की जो भी परेशानी होती है तो मै खुद जाकर देखता हूं उसे फौरन दूर करने प्रयास करता हूं। उन्होंने बताया कि वार्ड में आधा दर्जन पार्क बनवाने का प्रस्ताव नगर निगम में दिया गया है। लेकिन नगर आयुक्त के अनुमोदन ना करने की वजह से काम शुरू नहीं हो पा रहा है। पार्षद का कहना है कि नगर निगम इस काम में इंट्रेस्ट नहीं दिखा रहा है।

सड़कें भी मानक के विपरित बन रही हैं। गंदगी से पूरा इलाका परेशान है। कम्प्लेन का भी असर नहीं दिखता है।

नितिन सोनकर, वार्ड 22

इस समय तो मच्छरों का आंतक बढ़ गया है। इससे बीमारी का भी खतरा बना हुआ है। निगम को दवा का छिड़काव कराना चाहिए।

शत्रुधन प्रसाद, वार्ड 22

गंदा पानी तो बिना देखे दिन ही नहीं गुजरता। जब सड़क से गुजरो तब नाली का पानी लगा रहता है।

आशीष गांगुली, वार्ड 34

कई बार निगम में कम्प्लेन की कोई नहीं आया। तब हम लोग खुद सफाई कर्मी बनकर नालियों की सफाई की।

मो। अनीस, वार्ड 34

Posted By: Inextlive