- कोई सिंप्टम्स न होने के बाद भी फिट लोगों को चपेट में ले रहा है कोरोना

- मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजिस्ट और कैंट के इंस्पेक्टर भी फिट होने के बावजूद संक्रमित

- फिजिकल डिस्टेंसिंग और मास्क व सेनेटाइजर मस्ट

कोई सिंप्टम्स न होने के बाद भी फिट लोगों को चपेट में ले रहा है कोरोना

- मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजिस्ट और कैंट के इंस्पेक्टर भी फिट होने के बावजूद संक्रमित

- फिजिकल डिस्टेंसिंग और मास्क व सेनेटाइजर मस्ट

GORAKHPUR: GORAKHPUR: कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। गांव से अब इसने शहर की ओर रुख किया है। वहीं बुजुर्गो से अब यह यंगस्टर्स की तरफ आ पहुंचा है। अगर आप फिट एंड फाइन हैं, तो इसका यह कतई मतलब नहीं है कि आपको कोरोना छू भी नहीं सकेगा। पिछले कुछ दिनों में सामने आए संक्रमण के केस तो कुछ ऐसी ही दास्तां बयां कर रहे हैं। एक तरफ बीआरडी मेडिकल कॉलेज के यंग साइंटिस्ट और वायरोलॉजिस्ट, जोकि देखने में फिजिकली फिट एंड फाइन हैं, उन्हें कोरोना ने जकड़ लिया है, तो वहीं कैंट थाने में एसएसआई भी फिट एंड फाइन होने के बाद संक्रमितों में शामिल हो चुके हैं। यानि कि यह सोचना या अंदाज लगाना कि कोरोना संक्रमण सिर्फ कमजोर लोगों को ही हो सकता है, यह बिल्कुल गलत है और डॉक्टर्स भी लोगों को फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ ही मास्क और सेनेटाइजर जरूर इस्तेमाल करने की सलाह दे रहे हैं।

दूरी बिल्कुल जरूरी

गोरखपुर में जबसे मार्केट खुला है, तबसे कोरोना संक्रमित होने वाले लोगों की तादाद में जबरदस्त इजाफा हुआ है। पहले जहां सिर्फ मुंबई से आने वाले या किसी और जगह की ट्रैवेल हिस्ट्री वालों को ही कोरोना की शिकायत हो रही थी, लेकिन अब ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। यहां ट्रैवेल हिस्ट्री से ज्यादा ऐसे लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं, जिनकी न तो कोई ट्रैवेल हिस्ट्री है और न ही वह किसी संक्रमित के कॉन्टैक्ट में ही आए हैं, लेकिन इसके बाद भी कोरोना वायरस का संक्रमण उन तक पहुंच गया है। इससे बचने का सिर्फ और सिर्फ एक ही तरीका है, वह है खुद प्रिकॉशन लेना। यानि इस पीरियड में अगर कोविड की गाइडलाइन फॉलो न की गई, तो संक्रमित होने से कोई नहीं बचा सकेगा।

हेल्पलाइन नंबर 0भ्भ्क्-ख्ख्ख्भ्क्ब्भ्, 800भ्क्9ख्म्म्0

कैसे फैलता है?

- डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोना वायरस जानवरों से ह्यूमनबींग में फैला है।

- माना जा रहा है कि ख्0क्9-सीओवी सीफूड यानि समुद्री जीव खाने से फैला था, लेकिन अब कोरोना वायरस पर्सन टू पर्सन फैल रहा है।

- यह कोरोना वायरस से इंफेक्टेड किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है।

- खांसी, छींक या हाथ मिलाना जोखिम की वजह बन सकता है।

- किसी इंफेक्टेड पर्सन के छूने या फिर अपने मुंह, नाक या आंखों को छूने से भी वायरस का इंफेक्शन हो सकता है।

कोरोना वायरस के लक्षण

- बुखार आना

- सिरदर्द

- नाक बहना

- खांसी

- गले में खराश

- फेफड़ों में सूजन

- छींक आना

- आंख-नाक से पानी

- हाथों पैरों में अकड़न

- सीवियर इंफेक्शन से निमोनिया

- सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम

- किडनी फेल्योर

क्या करें

- कम से कम एक मीटर डिस्टेंस मेनटेन रखें।

- अपने हाथ साबुन और पानी से बार-बार साफ करें और हाईजीन मेनटेन रखें।

- खांसते या छींकते वक्त अपनी नाक और मुंह को टिश्यू या मुड़ी हुई कोहनी से ढकें।

- जिन्हें सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण हों, उनके साथ करीबी संपर्क बनाने से बचें।

- बिना हाथ धोए अपनी आंख, मुंह और नाक को न छूएं।

- मांस, मछली और अंडों को अच्छे से पकाएं।

- सब्जी को खूब धो कर अच्छे से पकाएं।

- ज्यादा से ज्यादा विटामिन-सी संबंधित मौसमी फल खाएं।

- जब जरूरी हो, तभी घर से बाहर निकलें।

- मास्क जरूर लगाएं और सेनेटाइजर अपने पास रखें, जिससे कि पानी न मिलने की कंडीशन में खुद को डिसइंफेक्ट किया जा सके।

वर्जन

कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव सिर्फ प्रिकॉशन ही है। बाहर जा रहे हैं, तो बिना मास्क और सेनेटाइजर के न निकलें। कहीं पानी और साबुन मिल रहा है, तो उससे हाथ धुलें। फिजिकल डिस्टेंस बनाए रखें। बिना वजह कहीं बाहर न जाएं। घर में जाने के बाद हाथ-पांव अच्छी तरह से धुले और नहाने के बाद ही कमरे में जाएं।

- डॉ। त्रिलोक रंजन, फिजिशियन

Posted By: Inextlive