- कोरोना मरीजों के जांच रिपोर्ट में आ रहे मामले

- ब्लड टेस्ट के दौरान डेंगू की तरह गिर रहा प्लेटलेट्स

कोरोना मरीजों के जांच रिपोर्ट में आ रहे मामले

- ब्लड टेस्ट के दौरान डेंगू की तरह गिर रहा प्लेटलेट्स

GORAKHPUR:

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कोरोना से अभी तक जहां लंग्स इंफेक्शन के प्रॉब्लम दिख रहे थे। वहीं, अब ब्लड पर भी इसका असर दिखना शुरू हो गया है। आलम यह है कि ब्लड के प्लेटलेट्स कम हो रहे हैं। यह हम नहीं बल्कि डॉक्टर्स कह रहे हैं। दरअसल, कोरोना संक्रमित मरीजों में प्लेटलेट्स बेहद कम मिल रहे हैं। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों में भी प्लेटलेट्स कम पाए गए हैं। दरअसल, मानसून के बीच में डेंगू के सीजन की शुरुआत होती है। आमतौर पर डेंगू में प्लेटलेट्स तेजी से गिरते हैं। यह सिम्प्टम कोरोना संक्रमितों में भी दिख रहे हैं। कई मरीजों की सीबीसी (कंप्लीट ब्लड काउंट) जांच में इसकी पुष्टि भी चुकी है। डॉक्टर अब तीन से चार दिन बुखार होने पर डेंगू के साथ कोरोना जांच की सलाह भी दे रहे हैं। डॉक्टर्स की मानें तो मरीज के प्लेटलेट्स कम होने पर पहली शंका डेंगू की ओर जाती है। कई कोरोना मरीजों के प्लेटलेट्स कम होने पर जांच कराई गई तो उनकी डेंगू रिपोर्ट निगेटिव आई है। जो बेहद टेंशन में डालती है। वहीं बुखार के मरीजों को उनका प्लेटलेट्स काउंट समय-समय पर जांच कराते रहना चाहिए। ताकि सही समय पर प्लेटलेट्स को कम होने से रोका जा सके, अगर इसमें लापरवाही बरती गई तो यह खतरनाक हो सकता है।

हो सकता है ब्रेन हेमरेज

बता दें, कोरोना के क्7 हजार से अधिक केसेज हो चुके हैं। बीआरडी मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में जहां कोविड-क्9 को लेकर रिसर्च चल रहा हैं। वहीं, हर दिन कुछ न कुछ नए मामले सामने आ रहे है। जिला अस्पताल के डॉ। राजेश कुमार ने बताया कि कोरोना मरीजों में प्लेटलेट्स घटने की लगातार मामले आ रहे हैं। जिन मरीजों में कोरोना के कारण बुखार, सर्दी-जुकाम के लक्षण हैं, उनमें प्लेटलेट्स लगातार कम हो रहे हैं। लेकिन उनमें डेंगू की शिकायत नहीं मिल रही है। ऐसी स्थिति में सावधान रहने की जरूरत है, अगर फ्0 हजार से कम प्लेटलेट्स हो जाते हैं तो ऐसे मरीजों के शरीर पर लाल चकत्ते हो सकते हैं। पेशाब लाल हो सकता है। नाक और मुंह से खून आ सकता है। ऐसे में मरीजों को ब्रेन हेमरेज का खतरा हो सकता है। सामान्य तौर पर एक मनुष्य में डेढ़ से चार लाख तक प्लेटलेट्स रहने चाहिए।

दवा के कारण भी घटता है प्लेटलेट्स

वहीं फिजीशियन डॉ। संजीव गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण तेज बुखार होता है। इससे प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं। संक्रमण के कारण ब्लड में क्लाटिंग होने लगती हैं। उसे बचाने के लिए डॉक्टर जो मेडिसिन लिखते हैं। उनका कुछ साइड इफेक्ट होता है। कुछ दवाएं प्लेटलेट्स काउंट तेजी से कम करती हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण के साथ ही इलाज में भी मरीज को एहतियात बरतने की जरूरत है। प्लेटलेट्स कम होने पर मरीज की जान खतरे में पड़ सकती है।

Posted By: Inextlive