सीएम सिटी गोरखपुर के लिए मंगलवार को बड़े विकास कार्यों का मंगल होगा. पीएम नरेंद्र मोदी फर्टिलाइजर में 10 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. साथ ही जनता को संबोधित कर यूपी विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंकेंगे. बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम के लिए फर्टिलाइजर ग्राउंड में पंडाल सजकर तैयार हो गया.


गोरखपुर (ब्यूरो)। जिला प्रशासन के जिम्मेदार भी तैयारियों को अंतिम रूप देते हुए नजर आए। प्रोग्राम में 3 लाख से अधिक लोगों के लिए कुर्सियों का अरेजमेंट किया गया है। साथ ही पीएम सिक्योरिटी के मद्देनजर सुरक्षा के चाक-चौबंद प्रबंध किए गए हैं। पीएम एसपीजी समेत 4 लेयर के घेरे में रहेंगे। इसके अतिरिक्त 5500 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। विकास को लगेंगे पंख


पीएम खाद कारखाना, एम्स और आरएमआरसी लैब के साथ ही कुछ अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे। एक साथ गोरखपुर से मिलने जा रही इतनी बड़ी सौगातों से यहां सिर्फ विकास को नए पंख ही नहीं लगेंगे, बल्कि इन परियोजनाओं के शुरू हो जाने से करीब 40 हजार से ऊपर लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। इस तरह बीते सवा महीने में पीएम मोदी का यूपी में 8वां दौरा होगा। खास बात यह है कि इन 8 दौरों में 3 गोरखपुर के आसपास के हैं। विजय किरण आनंद, डीएम गोरखपुर


लाइव देख सकेंगे इनॉगरेशन

फर्टिलाइजर ग्राउंड में कुर्सियां लगा दी गई है। सभी जगह बैरिकेंिडंग करते हुए वीआईपी और वीआईपी सोफे लगाए गए हैैं। एक तरफ जहां इनॉगरेशन के लिए सेफ हाउस की बगल में व्यवस्था है। वहीं, मंच पर आसीन होने वाले माननीय लोगों के लिए पंडाल के दूसरी तरफ से एंट्री प्वाइंट बनाए गए हैैं। इसी प्रकार लाखों की संख्या में आने वालों के लिए नरेंद्र मोदी के स्पीच सुनने के लिए जगह-जगह एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। जो आसानी से परियोजनाओं के उद्घाटन को लाइव देख सकेंगे। साथ ही संबोधन को भी सुन सकेंगे। बसों के खड़े होने के लिए बनाई गई पार्किंगबरगदवां से फर्टिलाइजर ग्राउंड तक पहुंचने से पहले जगह-जगह पार्किंग स्थल बनाए गए हैैं। पब्लिक को लाने-ले जाने वाली 3 हजार बसों को प्रॉपर वे में खड़े किए जाने के लिए जवानों की तैनाती की गई है। पीएम पीएम नरेंद्र मोदी की रैली में पहुंचने वाले लोगों के आवागमन से लेकर खान-पान तक की व्यवस्था देखी गई। पीएम की रैली में 3 लाख लोगों को जुटाने का लक्ष्य है। मॉडल के माध्यम से समझेंगे पीएम
पीएम जब सेफ हाउस के सामने बनाए गए एग्जीविशन हाउस में पहुंचेंगे तो वहां वे एग्जीबिशन में जाएंगे। जहां पर वह फर्टिलाइजर के हर एक डिपार्टमेंट को समझेंगे। इसके साथ एम्स और आरएमआरसी लैब के बिल्ंिडग के मॉडल को देखेंगे। फर्टिलाइजर के मॉडल को लगाते बीडीएच प्रवेश शर्मा ने बताया कि फर्टिलाइजर का मॉडल ऐसा हैैं जिसमें हर एक चीज को आसानी से समझा जा सकता है। इसी तरह आरएमआरसी लैब के प्रोजेक्ट मैनेजर इंजी। आशीष चौधरी ने बताया, 35.92 करोड़ की लागत से बने लैब के मॉडल को काफी आकर्षित करने वाला बनाया गया है। 46 डॉक्टर और 50 पैरामेडिकल स्टाफ तैनातपीएम मोदी के प्रोग्राम के लिए मौके पर 46 डॉक्टरों और 50 पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती कर दी गई है। डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की कोविड जांच करते हुए उन्हें जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं। बीआरडी मेडिकल कॉलेज, एम्स और एयरफोर्स अस्पताल में रेफरल अस्पताल बनाया गया है। सीएमओ डॉ। सुधाकर पांडेय ने बताया कि पीएम की फ्लीट व सेफ हाउस में चार-चार डॉक्टरों व सीएम व राज्यपाल की फ्लीट व सेफ हाउस में तीन-तीन डॉक्टरों की ड्यटी लगाई गई है। भोजन की जांच के लिए और हेलीपैड पर दो-दो डॉक्टर तैनात किए गए हैं। डॉक्टरों की निगरानी की जिम्मेदारी एसीएमओ डॉ। एके प्रसाद व डॉ। एके चौधरी को दी गई है।माननीयों की हुई कोरोना जांच पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी सांसदों और विधायकों की रविवार को कोरोना जांच की जा चुकी है। सभी की एंटीजन रिपोर्ट निगेटिव आई है। सीएमओ डॉ। सुधाकर पांडेय ने बताया कि सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों की भी जांच की गई है। इन सबकी भी रिपोर्ट निगेटिव आई है।
- खाद कारखाना गोरखपुर की लागत 8603 करोड़।- खाद कारखाने का क्षेत्रफल 600 एकड़।- खेती किसानी के लिए पर्याप्त खाद की उपलब्धता प्रतिदिन 3850 मीट्रिक टन। - नीम कोटेड यूरिया एवं 2200 मीट्रिक टन लिक्विड अमोनिया का उत्पादन। - 20000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार क्षेत्रीय लोगों के लिए भी रोजगार के नए अवसर।- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स गोरखपुर लागत 1011 करोड़ - क्षेत्रफल 112 एकड़ सुविधाएं 300 बेड का अस्पताल - उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड व नेपाल के मरीजों को उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधाएं। - इलाज के लिए बड़े शहरों पर निर्भरता में कमी होगी। 14 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर।- आयुष ब्लॉक मेडिकल ब्लॉक एवं नर्सिंग कॉलेज का निर्माण।- सीटी स्कैन, एमआरआई एवं अल्ट्रासाउंड जैसी अन्य आधुनिक सुविधाएं। - 125 एमबीबीएस की सीटें।रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर गोरखपुर - वायरस रिसर्च और परीक्षण लैब- जापानी इंसेफेलाइटिस पर शोध व इसके रोकथाम के लिए क्वालिटी बेस्ड जांच की सुविधा - कोविड-19 सुविधा एवं इसके निदान के लिए रिसर्च फैसिलिटी - अन्य विषाणु जनित बीमारियों पर शोध वर्जनफर्टिलाइजर में होने वाले कार्यक्रम की तैयारी पूरी हो चुकी हैं। सभी जगहों पर व्यवस्थित ढंग से अधिकारियों को लगाया गया है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है। Posted By: Inextlive