- लग रहे आरोप सूचना देने पर पुलिस नहीं करती जांच पड़ताल

- गीडा एरिया से लापता किशोर की तलाश में परिजन परेशान

- लापता लोगों के मामले में ढिलाई से घरवाले होते हैं हलकान

GORAKHPUR: मेरा 15 साल का बेटा है। 30 अप्रैल से वह लापता है। इसकी सूचना मैंने पुलिस को दी। बताया कि एक टेंपो पर सामान लादकर जाने वाले अज्ञात लोगों ने मेरे बेटे का अपहरण कर लिया है। काफी प्रयास के बाद पुलिस ने मेरे बेटे का अपहरण का मुकदमा दर्ज किया। चार दिन हो गए, लेकिन मेरे बेटे की कोई जानकारी नहीं मिली। मैंने इसकी शिकायत की तो पीआरवी वाले मेरे घर आए। उन लोगों ने मुझे ही फटकार लगाई। आप बताइए अब मैं किससे मदद की गुहार लगाऊं। यह पीड़ा मंगलवार को गीडा एरिया के एकला बाजार निवासी राजेंद्र पांडेय उर्फ राजू पांडेय ने बयां की। उन्होंने आशंका जताई कि उनके बेटे संग कोई अनहोनी भी हो सकती है। यह पहला मामला नहीं है जब पुलिस केस दर्ज कर लापरवाही कर रही है, बल्कि ऐसे ढेरों मामले सामने आए हैं, जिसकी इस तरह की लापरवाही से लोगों की जान चल गई है.रहा तो पुलिस को बच

तलाश करती रही पुलिस

गुमशुदगी के मामलों को लेकर परिजन भी सहमे रहते हैं। कभी-कभी पुलिस की अनदेखी से मामले गंभीर हो जाते हैं। इसके पूर्व कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। चिलुआताल एरिया के जगल बहादुर अली, शेखपुरवा निवासी दयाशंकर चौरसिया का 22 साल का बेटा बलिराम किराना स्टोर्स चलाता था। 19 अप्रैल की दोपहर एक बजे वह घर से निकला। इसके बाद उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। परिजनों ने इसकी सूचना दी तो 21 अप्रैल को पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर ली। आरोप है तक युवक के मोबाइल नंबर की छानबीन करके जानकारी लेने का प्रयास नहीं किया गया। परिजनों ने बलिराम की परिचित युवती पर संदेह जताया। पुलिस ने उसे थाने बुलाया लेकिन ठीक से पूछताछ नहीं की। 26 अप्रैल की दोपहर बलिराम की बॉडी गांव के पास तालाब में उतराती मिली। इसके बाद का मुकदमा दर्ज करके पुलिस ने युवती और उसके घरवालों को अरेस्ट किया।

कोई क्लू नहीं मिला, कातिलों की तलाश जारी

18 मार्च 2021 को चिलुआताल के सोनबरसा निवासी नकुल (20) की बॉडी पीपीगंज के मानीराम-चिउटहां के पास मिली। नकुल 11 मार्च को पड़ोसी रविंद्र के घर ब्रह्मभोज में शामिल होने गए थे। तभी उनके मोबाइल पर किसी का फोन आया। वह घर पर थोड़ी देर में लौटने की बात कहकर बाइक से निकल गया। उसके घर न लौटने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। लेकिन पुलिस ने तत्काल कार्रवाई के बजाय नकुल की तलाश करने की सलाह दी। इस चक्कर में कई दिन गुजर गए। उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। बाद में जब बॉडी मिली तो पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन अभी तक कातिलों का सुराग नहीं मिल सका है।

बिहार में मिले गायब बुजुर्ग

गुलरिहा, पतरका निवासी शिव प्रसाद अचानक गायब हो गए थे। 15 अप्रैल को वह घर से बाजार की तरफ निकले। तभी से वह लौटकर वापस नहीं आए। परिजनों की सूचना पर गुमशुदगी दर्ज करके पिपराइच पुलिस उनकी तलाश का आश्वासन दिया। घरवाले उनकी तलाश में जुटे रहे। किसी तरह से उनकी लोकेशन बिहार में मिली। मंगलवार को परिजन उनको वापस लेकर आए।

यह कार्रवाई करती है पुलिस

- गुमशुदा लोगों के बारे में सूचना दर्ज की जाती है।

- उनके बारे में सभी जगहों पर सूचना प्रसारित की जाती है।

- जगह-जगह पोस्टर लगाए जाते हैं। ताकि आसानी से तलाश हो सके।

- मोबाइल नंबर सहित अन्य माध्यमों से गुमशुदा के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश करते हैं।

-लापता व्यक्ति का हुलिया, उसका पहनावा बताकर पब्लिक से भी पुलिस सहयोग मांगती है।

अपहरण और गुमशुदगी सहित अन्य सभी मामलों में तत्परता से कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। सूचना के आधार पर केस दर्ज करके पुलिस कार्रवाई करती है। केस दर्ज करके इसकी सूचना भी प्रसारित की जाती है। ताकि लापता लोगों के बारे में जानकारी मिल सके।

- दिनेश कुमार पी, एसएसपी

Posted By: Inextlive