- जिले में मनबढ़ जमकर चला रहे गोलियां

- तहरीर का इंतजार कर रही थानों की पुलिस

GORAKHPUR:

केस एक:

बांसगांव एरिया में मनबढ़ों ने चुनाव की रंजिश में प्रतिष्ठित कारोबारी के घर पर धावा बोलकर हमला किया। इस दौरान चली गोली से घायल कारोबारी को मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया। कारोबारी पर हमला करने वाले आरोपितों ने गुरुवार को भी प्रधान प्रत्याशी के पति पर जानलेवा हमला किया था। पिटाई के बाद गाड़ी चढ़ाकर कुचलने की कोशिश की जिससे वह कोमा में चले गए। सूचना देने पर पुलिस सिर्फ तहरीर का इंतजार करती रही।

केस दो:

खोराबार एरिया के मतौनी में गुरुवार की शाम मनबढ़ प्रत्याशी ने गोली दागी। वोट डालने को लेकर दो पक्षों में कहासुनी के बाद प्रत्याशी अपने घर पहुंचा। तमंचा लाकर उसने गोली चला दी। मतदान केंद्र के पास फायरिंग से लोग सकते में आ गए। पुलिस अधिकारी पहुंचे तो मामले में कोई गंभीरता नहीं दिखाई। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर थाने चली गई। इस घटना में पुलिस तहरीर न मिलने का हवाला देर रात तक देती रही।

दो मामले यह बताने के लिए काफी हैं कि गोली चलने की घटनाओं में पुलिस काफी देर तक तहरीर मिलने का इंतजार कर रही है। फायरिंग करके दहशत फैलाने वालों के खिलाफ कड़े एक्शन लेने के बजाय पुलिस वादी के थाने आने का इंतजार कर रही है। बांसगांव में गुरुवार की रात प्रत्याशी के पति सहित दो लोगों पर व्हीकल चढ़ाकर जान लेने की केाशिश गई। इस घटना सूचना देने पर पुलिस ने आरोपियों को नहीं पकड़ा। पुलिस की लापरवाही पर दुस्साहस दिखाते हुए मनबढ़ों ने शुक्रवार की सुबह कारोबारी को गोली मार दी। बीते 48 घंटे के भीतर गोली चलने की तीन घटनाएं सामने आई जिसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। दोनों को उपचार के लिए लखनऊ में एडमिट कराया गया है।

बढ़ेगी पब्लिक की मुश्किल

जिले में फायरिंग करने, मामूली बातों पर गोली चलाने, चौराहों और मोहल्लों में अपनी हनक के लिए मारपीट करने वाले दबंगों के खिलाफ सख्ती से पेश आते हुए पुलिस कड़ी करती रही है। पब्लिक में दहशत फैलाने वालों की मदद करने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कसा था। लेकिन हाल के दिनों में हुए मामूली विवादों को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। इस वजह से मनबढ़ों ने फिर से पांव पसारना शुरू कर दिया है। बांसगांव में बिजनेसमैन को गोली मारने की घटना के बाद कहा जा रहा है कि यदि पुलिस ने सख्ती नहीं दिखाई तो पब्लिक की मुश्किल बढ़ जाएगी। मनबढ़ रोजाना मारपीट और फायरिंग की घटनाओं को अंजाम देंगे।

फेल हुआ मुखिबर तंत्र

- पंचायत चुनाव के बाद कई जगहों पर मारपीट हुई।

- छिटपुट मामलों में पुलिस ने प्रिवेटिंव कार्रवाई करके काम चला लिया।

- एक तरफ पेशेवर अपराधी गोलियां दाग रहे हैं। तो दूसरी तरफ पंचायत चुनाव की रंजिश में असलहे गरज रहे।

- जिले में चुनाव के पूर्व पुलिस ने काफी तैयारी की थी।

- बदमाशों पर शिकंजा कसने के दावे भी किए गए।

- हालांकि पुलिस के एक्शन को धता बताते हुए क्रिमिनल केसेज वाले भी चुनाव मैदान में उतर गए।

- उनकी निगरानी करने से लेकर कार्रवाई तक में थानों का मुखबिर तंत्र फेल रहा।

- इलेक्शन के बाद मतगणना तक आरोप- प्रत्यारोप को लेकर मारपीट और बवाल की घटनाएं होती हैं।

- रिजल्ट आने पर भी जीते हुए लोगों के समर्थक अक्सर हारे हुए प्रत्याशियों के सहयोगियों से भिड़ जाते हैं।

- ऐसे में पुलिस को बेहद सावधानी बरतनी होगी।

प्रधानी चुनाव की रंजिश में सामने आई घटनाएं

16 अप्रैल 2021: बांसगांव एरिया में मनबढ़ों ने कपड़ा कारेाबारी को गोली मार दी। गंभीर दशा में मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया।

15 अप्रैल 2021: खोराबार एरिया के अराजी मतौनी में मनबढ़ प्रत्याशी ने घर से तमंचा लाकर गोली दागी। मतदान केंद्र के पास हुई घटना से अफरा-तफरी मची रही।

14 अप्रैल 2021: खजनी एरिया के मिश्रौलियां में प्रधान प्रत्याशी ने दूसरे प्रधान प्रत्याशी को गोली मार दी। गंभीर प्रत्याशी केा लखनऊ में एडमिट कराया गया है। रात में ही पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया।

13 अप्रैल 2021: बेलीपार एरिया के हाटा, चंदौली में मनबढ़ ने तमंचे से गोली दागी। निवर्तमान प्रधान सहित तीन घायल, गंभीर हाल निवर्तमान प्रधान को परिजनों ने लखनऊ में भर्ती कराया। पब्लिक ने आरोपित को पकड़कर पहले पीटा। इसके बाद पुलिस को सौंप दिया।

Posted By: Inextlive