-पुलिस की परेशानी बढ़ा रहे दिशा से भटके नए युवक

GORAKHPUR:

लॉकडाउन के बाद क्राइम कंट्रोल के लिए पुलिस अधिकारी लगातार मंथन कर रहे हैं। तीन साल के भीतर करीब सात सौ छोटे-बड़े बदमाश सामने आए हैं। मोहल्ले में मनबढ़ई करने से लेकर लूटपाट, छिनैती, मारपीट सहित अन्य घटनाओं को अंजाम देने वालों की तलाश में पुलिस जुटी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कुछ नए लड़कों की टीम हैं जो पुलिस के सामने आए दिन चुनौती खड़ी कर रहे हैं। इनमें 14 साल के किशोरों से लेकर 25 साल उम्र तक युवक भी शामिल हैं जिनकी मानीटरिंग के लिए पुलिस अधिकारी प्लान तैयार कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इन लोगों पर लगाम कसकर क्राइम कंट्रोल किया जा सकता है।

आधे से ज्यादा किशोर, कई बार सामने आया नाम

पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि जिन नए लड़कों पर पुलिस की नजर है। उनमें ज्यादातर 14 साल से लेकर 25 साल के बीच हैं। इनमें कुछ ऐसे भी हैं जो लगातार बेव सीरिज देखते रहे हैं। उनके आइडियल पेशेवर अपराधी हैं। ऐसे युवकों के बारे में गोपनीय जानकारी जुटाई जा रही है। झंगहा एरिया में दावत के बहाने बुलाकर दो युवकों को गोली मारे जाने की घटना के बाद व्हाट्सएप ग्रुप पर शातिरों के सक्रियता की बात सामने आई थी। इसलिए उन युवकों को भी चिह्नित कर रही है जिनका नाम पहले किसी मामले में सामने आ चुका है।

जेल से कितने छूटे, कितने गिरफ्तार

हाल के दिनों में लूटपाट के कई मामले सामने आए हैं। इनमें शाहपुर एरिया में रिटायर कर्मचारी से नकदी लूट का प्रकरण भी शामिल है। इसके अलावा गुलरिहा एरिया में शराब की दुकान से नकदी और तीन पेटी शराब की लूट सहित करीब आधा दर्जन मामलों की जांच चल रही है। हर छोटी-मोटी घटना पर पुलिस की नजर है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन घटनाओं में शामिल बदमाशों की तलाश की जा रही है। इसके अलावा पुलिस हाल के दिनों में जेल से पेरोल पर रिहा होने वाले बदमाशों की निगरानी भी कर रही है। तीन बदमाशों की कोई लोकेशन पुलिस को नहीं मिल रही है। साथ-साथ ही तीन-चार महीनों के भीतर घटित हुए मामलों में गिरफ्तारी से बचे बदमाशों को लेकर मंथन चल रहा है।

पुलिस के राडार पर ये लोग

- दिनभर शहर में बाइक लेकर घूमने वाले मोहल्ले के युवकों पर पुलिस की नजर है।

- पूर्व में किसी मामले में पकड़े गए कम उम्र के लड़कों की डिटेल पुलिस जुटा रही है।

- जेल से छूटकर घर आए चोरी, लूट और छिनैती के आरोपियों की निगरानी चल रही है।

- पूर्व में किसी गैंगेस्टर, हिस्ट्रीशीटर से ज़ुड़े हुए बदमाशों की पहचान की जिम्मेदारी थानेदारों को दी गई है।

- मोहल्ले में मारपीट और रंगबाजी करने वाले युवक, उनके फ्रेंड लिस्ट से जुड़े लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है।

- व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर दादागिरी वाली हरकतें करने वाले युवक, उनके संपर्क में आए युवकों की प्रोफाइल पुलिस खंगाल रही है।

ये उपाय करेगी पुलिस

- जिनके खिलाफ पूर्व में आपराधिक मामले दर्ज हैं। उनकी लगातार मानीटरिंग की जाएगी।

-पूर्व में चोरी, लूट, छिनैती और अन्य मामलों में जेल जा चुके किशोरों, युवकों के परिजनों से बात करेंगे।

- उनके संबंध में पूरी जानकारी जुटाई जाएगी। मसलन उनका कहां, आना-जाना है। किसके साथ जुड़ाव है।

- ऐसे लोगों के सोर्स ऑफ इनकम, फैमिली बैक ग्राउंउ और अन्य तरह की जानकारी भी कांस्टेबल अपडेट करेंगे।

- छोटी- मोटी घटनाओं में कब और कितनी बार नाम आया है। लेकिन परिजनों ने माफी मांगकर छुड़ा लिया था। उसका ब्यौरा भी तैयार किया जाएगा।

तीन साल में करीब सात सौ मनबढ़ों, शातिरों और बदमाश सामने आए हैं। इनमें कुछ का क्रिमिनल रिकार्ड रहा है तो कुछ पहली बार पुलिस की पकड़ में आए। छोटे-मोटे विवादों में भी कुछ का नाम प्रकाश में आया था। झंगहा में हुए डबल मर्डर के बाद से ऐसे लोगों पर पुलिस की नजर है। उनके बारे में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़कर आपराधिक और अवांछनीय हरकतें करने वालों की स्क्त्रीनिंग की जा रही है।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive