बारिश और ओलावृष्टि किसानों पर कहर बन कर बरसी है. आलम यह कि गगहा में चार सौ हेेक्टेेयर गेहंू की फसल बर्बाद हो गया है. वहीं गोला में मटर सरसों आदि फसलों की बर्बादी से किसानों की जिविकोपार्जन का गहरा संकट है. मौसम विभाग के मुताबिक 30 से 31 जनवरी के बीच बारिश होने की संभावना गई है. दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने शुक्रवार को गोला बाजार गगहा सहजनवा के अलग अलग गांवों के किसानों से की. किसानों का कहना है कि इस सीजन में अमूमन न तो इतनी बारिश होती है और ना ही ओले गिरते हैं लेकिन इस बार हुई बारिश और ओलों ने उन्हें बर्बाद कर दिया.


गोरखपुर (शिवाकर गिरि)। गोला, सहजनवा, गगहा और कौड़ीराम में आलू, चना, मटर, मसूर की सैकड़ों बीघा फसल तेज बारिश और ओला पडऩे से बर्बाद हो गईं। किसान बारिश को लेकर परेशान हैं। इधर शुक्रवार को मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने बताया कि 30 से 31 जनवरी के बीच बारिश की संभावना है। किसानों का मानना है कि अब अगर अब बारिश होती है, तो बची खुची फसलों को भी नुकसान होगा। बता दे, पिछले सप्ताह हुई बर्फबारी एवं बारिश से निचले स्तर के खेतों में नमी अभी बरकरार है। एरिया के कई हेक्टेयर क्षेत्रफल के खेतों में तो बर्फबारी और बारिश के कारण गेहूं की फसलें पीली पड़ चुकी हैं। किसानों का कहना है कि यदि फिर बारिश हुई तो जो फसलें अभी तक बची हुई हैं वह भी पीली पड़ जाएंगे।
गेहूं की फसल पीली पडऩे की चिंता खासकर उन किसानों को सता रही है जिनके खेत कछार इलाके में हैं या खेत की गहराई ज्यादा है।इन फसलों पर असर-किसान अनिल सिंह, राजकुमार यादव, अशोक यादव, लल्लन सिंह ने बताया कि पिछले सप्ताह बर्फबारी के साथ बारिश होने के कारण चना, मटर, सरसों, की फसलों को काफी


नुकसान है। बताया कि इन फसलो में फूल आ गया है, तथा बारिश के चलते फूल झड़ जाता है। पूर्व में हुई बर्फबारी और बारिश से जड़ों को नुकसान पहुंचा है। फिर बारिश हुई तो फूल के झड़ जाने से फसलों को नुकसान काफी होगी।मौसमी सब्जियां भी हुई हैं खराब -असमय बारिश और बर्फबारी होने से मौसमी सब्जियों पर भी इसका ज्यादा असर दिखाई दे रहा है। कोठा के किसान मुन्ना मौर्या ने बताया कि उन्हें प्याज का रोपण करना था लेकिन बीते सप्ताह बर्फबारी एवं बारिश के कारण प्याज का रोपण नहीं कर पाए थे। वहीं जिन किसानों ने कुछ दिन पूर्व ही प्याज का रोपण कर दिया था, बारिश होने से नष्ट हो सकती है। इसके अलावा टमाटर, मटर और अन्य सब्जियां भी असमय बारिश से खराब होगी।मुआवजे की मांगआसपास के किसानों का कहना है कि जबसे गेहूं की बुवाई हुई है, तभी से असमय बारिश और ओलावृष्टि की वजह से गेहूं की फसलों को बहुत नुकसान पहुंचा है। किसानों ने अधिकारियों से प्रभावित गांवों का दौरा कर समीक्षा करने और मुआवजे की मांग की है।पूर्व में हुई बारिश से किसानों की फसल नुकसान

गगहा विकासखंड में कुछ दिन पहले हुई बारिश व ओले से किसानों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। उसकी भरपाई कैसे होगी इसको लेकर किसान काफी चिंतित हैं। किसानो की सरसों, आलू, मटर, चना के अलावा निचले एरिया में बोई हुई गेहूं की फसल क्षतिग्रस्त हुई हैं। बारिश व ओला पडऩे के कारण जहां सरसों की फसल गिर गया वहीं चना, मटर, आलू की सर्वाधिक फसल खराब होने के साथ निचले एरिया में बोई हुई गेहूं की फसल खराब हो गई है।क्या कहते है जानकारकृषि के जानकार बीटीएम गगहा शिवकुमार पांडेय ने बताया, बारिश व ओले पडऩे से किसानों की आलू, सरसों, चना व मटर फसल का नुकसान हुआ है वहीं निचले एरिया में अत्यधिक नमी में गेहूं की बुआई होने और बारिश होने से फसल खराब हो गई है। राजकीय कृषि बीज भंडार के सहायक कृषि निरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि बारिश की वजह से सरसों, गेहूं, आलू, मटर,चना, सब्जी में गोभी सहित अन्य सब्जियों का फसल खराब हुआ है। गगहा विकासखंड में लगभग चार सौ हेक्टेयर गेहूं की फसल प्रभावित हुआ है। वहीं सरसों का बीज कृषि भंडार से 200 सौ हेक्टेयर का बीज वितरित हुआ था, जिसमें 75 हेक्टेयर सरसों का फसल खराब हुआ है।
जबसे गेहूं की बुवाई हुई है, असमय बारिश और ओलावृष्टि ने फसल को बुरी तरह प्रभावित किया है। खेत की आधी क्षेत्रफल में गेहूं की फसल पीली पड़ चुकी है। खेतों में यूरिया डालकर जैसे तैसे फसल को ठीक करने की कोशिश की जा रही है। जिससे लागत भी बढ़ गई है। -अनिल सिंह, मदारियाबीते सप्ताह हुई ओलावृष्टि से गेहूं, सरसों समेत प्याज, मटर, लहसुन, हरी मिर्च, पालक व मैथी आदि सब्जियों की फसलें खेतों में बिछ गई हैं। किसी तरह फसल बच जाए हर संभव कोशिश रहे हैं। यदि अब बारिश हुई तो फसल की लागत भी हाथ नहीं आएगी।- रंजीत सिंह, गोला बाजारअसमय बारिश और बर्फबारी ने गेहूं को खूब क्षति पहुंचाई है। फसलें पीली पड़ चुकी है। धूप ना निकलने के कारण फसल पर यूरिया और जिंक भी नही मारा जा सकता है। ओलावृष्टि से जड़ें भी कमजोर हुई हैं। सरकार से मुआवजे की आशा करते हैं।रिंकू मिश्रा, गोला बाजारबेमौसम बारिश और बर्फबारी से फसल की वृद्धि प्रभावित हुई है। फिर बारिश की संभावना के बाद गेहूं की उत्पादन भगवान भरोसे ही है। ऐसे समय में सरकार को किसानों की मदद करनी चाहिए।राजेश यादव, गोला बाजार
बिन मौसम हुई बारिश होने के कारण गेहूं की फसल पचास प्रतिशत से ज्यादा क्षतिग्रस्त हो गई है। अब फिर बारिश हुई तो बचे हुए फसल भी पूरी तरह नष्ट हो जाएंगे।दीपक, किसान, डिहुलपारकुछ दिन पूर्व हुई बारिश से मटर व चना की फसल खराब हो गई है.जमा पूंजी भी निकल पाना मुश्किल है। ऐसे समय में सरकार को किसानों की मदद करनी चाहिएमनीष शाही, किसान, रावतपार खेतों में अत्यधिक नमी होने के कारण किसी तरह गेहूं की बुआई किए लेकिन बिन मौसम हुई बारिश ने गेहूं की फसल खराब हो गई है।धनन्जय सिंह ऊर्फ छोटू किसान

Posted By: Inextlive