ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए पार्किग पर मंथन
- एलीवेटेड व अंडरग्राउंड पार्किंग पर भी विचार
- स्मार्ट स्ट्रीट के अगल-बगल स्मार्ट पार्किंग उपलब्ध -अपर प्रमुख सचिव नगर विकास ने प्रशासन, पुलिस, जीडीए, नगर निगम के अफसरों के साथ की बैठक GORAKHPUR: ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने और पार्किंग की सुविधा को लेकर शनिवार को मंथन हुआ। अपर मुख्य सचिव नगर विकास डॉ। रजनीश दुबे ने प्रशासन, पुलिस, जीडीए व नगर निगम के अफसरों के साथ मीटिंग की। कहा कि बेतियाहाता चौराहे से ट्रैफिक तिराहा तक बनने वाली स्मार्ट स्ट्रीट के हर 500 मीटर पर स्मार्ट पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। जिससे लोगों को गाड़ी पार्क करने में सहूलियत हो। कहा कि पार्किंग स्थल दूर होने से लोग वाहनों को सड़क किनारे पार्क कर देते हैं, जिससे जाम की समस्या होती है। चौराहों का होगा चौड़ीकरणअपर मुख्य सचिव ने स्मार्ट स्ट्रीट के रास्ते में पड़ने वाले चौराहों को चौड़ा करने के साथ ही उनकी डिजाइन को भी दुरुस्त कराने का निर्देश दिया। उपलब्ध जगह के अनुरूप चौराहों का चौड़ीकरण कर उनका सौंदर्यीकरण भी कराया जाए। चौराहों को 100 मीटर तक चौड़ा करने पर उन्होंने जोर दिया। कहा कि बंधू सिंह पार्क केपास भूमिगत पार्किंग बनाए जाने से पहले कमिश्नर व डीएम मौके का मुआयना कर उसकी उपयोगिता का आकलन कर लें।
पार्किंग स्थल का लिया जायजा
जिला प्रशासन द्वारा खाली कराई गई जमीन का अधिकारियों ने स्मार्ट पार्किंग के संभावित स्थल के रूप में निरीक्षण कराया। यह जमीन गोलघर से यातायात तिराहा जाने वाली रोड पर कार्मल रोड मोड़ से पहले स्थित है। यहां पर लगभग 42 वर्ग मीटर जमीन जल्द ही जिला प्रशासन ने खाली कराई है। अपर मुख्य सचिव ने निरीक्षण के बाद अधिकारियों से चर्चा की। स्मार्ट पार्किंग में दुकान भी बनेगी स्मार्ट पार्किंग स्थल का निरीक्षण करने के बाद अपर मुख्य सचिव ने कहा कि यहां पर स्मार्ट पार्किंग के साथ ही एक या दो तल पर दुकानें भी बनाई जाए, जिससे इसका कामर्शियल उपयोग भी किया जा सके। इसके प्रस्ताव तैयार करने की जिम्मेदारी सीएंडडीएस को दिया गया है। आईटीएमएस पर भी फोकसगोरखपुर को स्मार्ट के साथ ही सेफ सिटी बनाने के लिए भी कवायद तेज हो गई है। महानगर के चौराहों पर इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) को लेकर अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिए। कहा कि निर्धारित से अधिक गति वाले वाहनों को ट्रैक करने तथा रेड लाइट का उल्लंघन करने वाले वाहनों का आटोमैटिक चालान काटने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। ऐसे कैमरे लगाए जाए जो ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वाले वाहनों को ट्रैक कर सके। आईटीएमएस का कार्य करा रही फर्म के प्रतिनिधियों ने आईटीएमएस के संचालन का प्रेजेंटेशन भी दिया।