- राप्ती तट पर 33 केवी लाइन का पोल धंसा, चार घंटे ठप रही सप्लाई

-बिजली निगम के अधिकारियों ने लाइमैन की तारीफ

GORAKHPUR: सोनौरा बिजली घर की 33 केवी लाइन का चार पोल उफनाई हुई राप्ती नदी के तट पर धंसकर टेढ़े हो गए। इसकी वजह से बिजली घर से जुड़े दर्जनों इलाके की बिजली सप्लाई गुरुवार की भोर में बाधित हो गई। चार घंटे तक हजारों कंज्यूमर्स को बिजली सुविधा से वंचित होना पड़ा। पानी देखकर अफसरों के भी हाथ-पांव फूल गए। कोई कर्मचारी पानी में उतरने कर पोलों पर तार जोड़ने को तैयार नहीं था। संविदा लाइनमैन तारकेश्वर ने साहस दिखाते हुए साथियों के साथ पानी में उतर कर तार को इंसुलेटर पर बांधा और सप्लाई बहाल की। साहस को देखकर जेई निकेतन कुमार गुप्ता ने 11 सौ रुपए नकद देकर सम्मानित किया।

पोल से पार की नदी

बिजली निगम के मुताबिक आनंदनगर ट्रांसमिशन बिजली घर से कैम्पियरगंज बिजली घर से होकर राप्ती नदी के उस पार सोनौरा बिजली घर को जाने वाली लाइन के तार को चार बड़े-बड़े लोहे के पोलों के माध्यम से राप्ती नदी को पार कर ले जाया गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने और कटान तेज होने से वहां से सटा बिजली का पोल धंस गया। इससे बिजली का तार टूटकर पोल से टकरा गया। मौके पर पहुंचे कर्मचारियों ने तार दुरुस्त करने से हाथ खड़े कर लिए। सूचना मिलने पर अफसरों के हाथ-पांव फूल गए।

तारकेश्वर ने दिखाया साहस

दर्जनों इलाके की बिजली प्रभावित होने से फॉल्ट को बनवाना आवश्यक था। ऐसे में अधिकारी आस-पास के इलाके में तकनीकी कर्मचारी की तलाश में जुट गए। संविदा लाइनमैन तारकेश्वर ने साहस दिखाते हुए कहा कि वह पानी में उतर कर खम्भे तक जाकर तार जोड़ने की कोशिश करेगा। अधिकारियों की सहमति मिलने पर वह अपने साथियों के साथ पानी में उतरकर तार को इंसुलेटर से बांधा और पोल पर लटका दिया। शटडाउन वापस होने पर बिजली घर की सप्लाई बहाल हो गई।

राप्ती नदी की कटान से 33 केवी लाइन के चार पोल धंस गए थे। इससे करीब चार घंटे सप्लाई बाधित रही। किसी तरह जान जोखिम में डालकर सप्लाई बहाल करा दी। बरसात बाद समस्या का स्थाई समाधान कराया जाएगा।

- ई। निकेतन कुमार गुप्ता, अवर अभियंता सोनौरा बिजली घर

Posted By: Inextlive