- खरीदारी नहीं कर सके कैंट और राजघाट के व्यापारी

- लगातार दूसरे हफ्ते लॉकडाउन से बढ़ी मुसीबत

- लोगों को नहीं मिल पा रहे जरूरत के सामान

GORAKHPUR: 'फलां सामान है नहीं, तो फलां चीज मिल जाएगाअभी नहीं। यह मिल जाएगा। यह नहीं यह ले लो, वरना यह भी नहीं मिल पाएगा.' यह हाल है गोरखपुर के उन थाना क्षेत्रों के दुकानों का। जहां लगातार एक हफ्ते से लॉकडाउन के बाद फिर से एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया गया है। इसकी वजह से जिन व्यापारियों को दुकान खोलने की परमिशन मिली हुई है, उनके पास न तो माल बचा है और न ही लॉकडाउन की वजह से माल मंगा ही पा रहे हैं। जरूरी सामानों की बिक्री के लिए कस्टमर्स जब भी फोन कर रहे हैं, उनके पास सिवाए इनकार के कोई दूसरा ऑप्शन नहीं बचा है। जिला प्रशासन बढ़ते हुए कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए थानेवार लॉकडाउन कर रहा है। जिससे व्यापार पर खासा असर पड़ रहा है, तथा लोगों के रोजगार पर भी खतरा मंडरा रहा है।

दो थाना क्षेत्रों में 55 घंटे बंद के बाद फिर लॉकडाउन

गोरखपुर के गोरखनाथ, कैंट, शाहपुर और गुलरिया थाना क्षेत्रों में लॉकडाउन लगा हुआ है। सोमवार को कैंट और गोरखनाथ की बंदिशें खत्म होनी थीं, लेकिन बढ़ते कोरोना केस के मद्देनजर लॉकडाउन एक हफ्ते के लिए फिर बढ़ा दी गई। जिसके वजह से दुकानों में रखे हुए सामान भी खराब हो गए। खासतौर से कच्चे माल के व्यापारियों को काफी दिक्कत हो रही है। लॉकडाउन के दौरान खाद्य पदार्थ और दवा व्यवसायी को छोड़कर अन्य व्यवसाय पर इसका बुरा असर पड़ा है। व्यापारियों की मांग है कि अगर लॉकडाउन करना ही है तो पूरे शहर में किया जाए। जिससे कम से कम दुविधा की कंडीशन तो न बने।

पिछले हफ्ते राजघाट वाले थे परेशान

थानावार लॉकडाउन की वजह से व्यापारियों को खासी परेशानी हो रही है। वहीं कस्टमर्स भी कनफ्यूज हैं कि आखिर कौन सी जगह किस थाना क्षेत्र में आती है। मसलन गीता प्रेस और घंटाघर का एरिया जहां राजघाट थाना क्षेत्र में पड़ता है, तो वहीं ठीक बगल में स्थित रेती चौक से कोतवाली थाने की सीमा शुरू हो जाती है। ऐसे में बड़ी तादाद में खरीदारी के पहुंचे लोगों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है।

कैंट एरिया में दुकान है, इसलिए खोल नहीं पा रहा हूं। उम्मीद थी कि इस हफ्ते लॉकडाउन खत्म हो जाएगा, लेकिन फिर से एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया गया। काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

- समीर कुमार, व्यापारी

लॉकडाउन वाले एरियाज में अब जरूरी सामानों को लेकर काफी किल्लत होने लगी है। दुकानदारों के पास जो स्टॉक थे वो खत्म हो चुके हैं। अब वह सामान के दूसरे ऑप्शन बता रहें हैं। मजबूरी में वही लेना पड़ रहा है।

- मिथिलेश शाही, प्रोफेशनल

लॉकडाउन अगर लगना है तो पूरे शहर में एक साथ लगना चाहिए। इससे रास्ते में तो दिक्कत हो ही रही है, वहीं सामान खरीदने के लिए भी काफी पापड़ बेलने पड़ रहे हैं।

- नीरज तिवारी

Posted By: Inextlive