-सुबह से ही जिला अस्पताल में संक्रमित बीमारियों के मरीजों की लग गई लाइन

- बुखार और कोविड जांच के लिए भेजे जा रहे मरीज

GORAKHPURÑ गुरुवार देर रात और शुक्रवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश से जहां पूरा शहर अस्त-व्यस्त हो गया। वहीं, कोरोना संकट काल में जिला अस्पताल के न्यू ओपीडी समेत सीएमओ ऑफिस के अंदर तक पानी घुस गया। आलम यह रहा कि सुबह आठ बजे से आने वाले मरीजों को घूटने भर पानी से होकर गुजरना पड़ा। जबकि, कोरोना सैंपल जांच के लिए आए करीब 20 मरीज वापस लौट गए। एसआईसी का कहना है कि बारिश के पानी से जल-जमाव के कारण मरीजों के साथ-साथ अधिकारियों, डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ को भी दिक्कत होती है।

कम हुई मरीजों की संख्या

गोरखपुर में लगातार मूसलाधार बारिश होने से जनजीवन चौपट हो गया है। हर मोहल्ले में बरसात का पानी लग गया। सोशल मीडिया पर मोहल्ले वासियों ने फोटो लगाकर नगर निगम के जिम्मेदारों को जमकर कोसा। जिला अस्पताल में वायरल इंफेक्शन के वक्त जहां 800-900 मरीज दिखाने रोजाना आते हैं। वहीं शुक्रवार सुबह से दोपहर दो बजे तक ढाई सौ मरीज भी नहीं दिखा सके। आलम यह रहा कि जिला अस्पताल के पुराने ओपीडी और न्यू ओपीडी में घूटने भर पानी लगा हुआ है। एक डाक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वह रिक्शे पर बैठकर न्यू ओपीडी में जाते हैं, ताकि एप्रेन व जूते मोजे न खराब हो। वहीं स्टाफ नर्सेज की मानें तो जब हास्पिटल के भीतर ही इस तरह से पानी लगा रहेगा तो संक्रमण का खतरा बरकरार रहेगा।

दफ्तर में फाइल ले जाना मुहाल

कोरोना से संबंधित कार्य देख रहे सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी व मेडिकल स्टाफ के बीच पूरे दिन भर अफरा-तफरी का माहौल रहा। कोई भी कर्मचारी ठीक ढंग से काम नहीं पूरा कर सका। घूटने भर पानी में जाकर सीएमओ दफ्तर की फाइल को ले जाने और ले आने में काफी दिक्कतें होती है। कोविड-19 के कंट्रोल रूप में काम करने वाले कर्मचारियों ने बताया कि स्थिति बहुत खराब है। जब भी थोड़ी बहुत बारिश हो जाती है। घूटने भर पानी लग जाता है।

फैक्ट फीगर

डेली आने वाले मरीजों की संख्या - 800-900

शुक्रवार को आने वाले मरीजों की संख्या - 200-250

कोरोना जांच न होने पर लौटे मरीजों की संख्या -15

वर्जन

जिला अस्पताल में बारिश के पानी से होने वाले जल-जमाव के बारे में कई बार पत्राचार किया जा चुका है। लेकिन नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी सफाई कराते हैं, लेकिन फिर से समस्या उत्पन्न हो जाती है।

डॉ। सतीश कुमार श्रीवास्तव, एसआईसी, जिला अस्पताल

Posted By: Inextlive