कोरोना का टूट रहा चेन, संक्रमण का खतरा हो लेस
- दिल्ली और बैंगलोर में रिसर्च के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज में शुरू हुआ कोरोना चेन पर रिसर्च
- 5- 6 वजहों से जो ज्यादा सैम्पलिंग होने के बाद भी पॉजिटिव की संख्या में आई कमीGORAKHPUR: गोरखपुर में अब धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण का चेन कमजोर पड़ता नजर आ रहा है। यह हम नहीं बल्कि बीआरडी मेडिकल कालेज के माइक्रोबॉयोलॉजी डिपार्टमेंट में होने वाले आरटीपीसीआर के आंकड़े बयां कर रहे हैं। इसके अलावा जो आंकड़े सामने आ रहे हैं। उसके अनुसार गोरखपुर में ढ़ाई लाख एंटीजन और आरटीपीसीआर की जांच की जा चुकी है। इनमें एंटीजन व आरटीपीसीआर से होने वाले जांच में 16474 कोविड पॉजिटिव हो चुके हैं। लेकिन 25 सितंबर के बाद से कोरोना का चेन धीरे-धीरे कम होता गया है। एंटीजन किट में जहां पहले ही लोगों के टेस्टिंग में निगेटिव रिपोर्ट आनी शुरू हो गई। वहीं आरटीपीसीआर में भी रिपोर्ट निगेटिव आने शुरू हो गए। जबकि हेल्थ डिपार्टमेंट की माने तो कोरोना के चेन कमजोर होने के पीछे कई वजहे हैं।
एंटीजन से हो चुके हैं ढ़ाई लाख तक जांचबीआरडी मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में जहां युद्ध स्तर पर टीम आरटीपीसीआर की जांच कर रही है। वहीं एंटीजन किट से सिटी के 22 कैंप और पांच मोबाइल वैन से एंटीजन किट से जांच जारी है। एडिशनल सीएमओ डॉ। नीरज कुमार पांडेय बताते हैं कि कोरोना की जांच के लिए डेली का लक्ष्य 1300 आरटीपीसीआर और 3000 एंटीजन है। उन्होंने बताया कि जिनका एंटीजन टेस्ट में कोविड पॉजिटिव आ जाता है। उन्हें आरटपीसीआर के लिए नहीं भेजा जाता है। आरटपीसीआर के लिए कुछ अलग से क्राइटेरिया बनाए गए हैं। जो जांच के लिए भेजे जाते हैं। वे बताते हैं की कोरोना के पॉजिटिव केसेज कम हुए हैं।
कम हुआ है पॉजिटिव केस वहीं, बीआरडी मेडिकल कालेज के हेड ऑफ डिपार्टमेंट प्रो। अमरेश कुमार सिंह बताते हैं कि 10-15 दिनों में पॉजिटिव केसेज की संख्या कम हुई है। इसका वजह है कि काफी लोगों की टेस्टिंग हो चुकी हैं। लोग ज्यादा अवेयर हैं। साथ वहीं, इस वायरस का प्रभाव भी कम हो रहा है। ऐसा दिल्ली और बैंगलोर के रिसर्च में पाया गया है। इन पहलुओं पर माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में भी रिसर्च शुरू कर दिया गया है। लोग हर्ड इम्युनिटी की तरफ बढ़ रहे हैं। टेस्टिंग ज्यादा से ज्यादा हो रही है। कांटैक्ट ट्रेसिंग हो रही है। जिससे ट्रांसमिशन के चेन को रोकने में मदद मिल रही है। इसके अलावा पब्लिक अवेयरनेस भी देखने को मिल रहे हैं।महीना टेस्टेड पॉजिटिव निगेटिव
25 सितंबर - 545 12 501 26 सितंबर - 886 33 686 27 सितंबर - 957 15 887 28 सितंबर - 616 22 542 29 सितंबर - 1310 43 1158 30 सितंबर - 1220 19 1126 1 अक्टूबर - 1006 21 946 2 अक्टूबर - 1141 13 961 3- अक्टूबर - 1622 41 1374 4- अक्टूबर - 1863 26 17565- अक्टूबर - 1363 18 1275
6- अक्टूबर - 581 4 555 कुल - 13109 267 11767 नोट - माइक्रोबायोलॉजी डिपाटर्मेंट में आरटीपीसीआर की हुई जांच और रिस्पांस पहले के मुकाबले कोरोना का चेन कमजोर पड़ा है। जितने भी आरटीपीसीआर में जांच किए जा रहे हैं। उनमें निगेटिव केसेज ज्यादा है। इसकी कई वजहें है, इन सभी पहलुओं पर रिसर्च किया जा रहा है। प्रो। अमरेश कुमार सिंह, एचओडी, माइक्रोबायोलॉजी डिपाटर्मेंट