- ट्रेवल्स ऑपरेटर बिना आरटीपीसीआर और वैक्सीनेशन रिपोर्ट के बुक कर रहे टिकट

- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के स्टिंग ऑपरेशन में सामने आई नियमों की अनदेखी

GORAKHPUR: गोरखपुर के ट्रेवल्स ऑपरेटर्स गवर्नमेंट ऑर्डर की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ट्रेवल्स ऑपरेटर अन्य स्टेट के लिए गवर्नमेंट की ओर से मस्ट की गई आरटीपीसीआर या वैक्सीनेशन रिपोर्ट के बगैर ही पैसेंजर्स को प्रदेश के बाहर भेज रहे हैं। इतना ही नहीं बस के ड्राइवर-कंडक्टर पैसेंजर्स की रिपोर्ट चेक नहीं करते। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने गवर्नमेंट ऑर्डर की असलियत को ट्रेवल्स ऑपरेटर्स की पड़ताल की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। ट्रेवल एजेंट ने बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट के प्रदेश के बाहर कहीं भी ले जाने के लिए हामी भर दी। उनका कहना था कि सिर्फ आप अपने पास आधार कार्ड रख लीजिएगा। बाकी सबकुछ हमारे ऊपर छोड़ दीजिए। रास्ते में कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी।

बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट पैसेंजर को जाने को तैयार हो गया एजेंट

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम सोमवार दोपहर गोरखपुर रेलवे बस स्टेशन पर पहुंची। हीरापुरी गेट के ठीक सामने टूर एंड ट्रेवल्स के एजेंट बैठे थे। रिपोर्टर ने आम पैसेंजर बनकर ट्रेवल्स एजेंट से बात की। कोटा जाने के लिए बस पूछी गई। एजेंट ने जवाब दिया कि कोटा के लिए टिकट बुक करानी होगी। दोपहर 3 बजे नौसड़ से बस मिलेगी। आरटीपीसीआर और वैक्सीनेशन रिपोर्ट न होने की जानकारी देने के बाद भी वह पैसेंजर्स को ले जाने के लिए तैयार हो गए। उनका कहना था कि वह बिना रिपोर्ट के ही उन्हें पहुंचा देंगे।

ट्रेवल एजेंट और रिपोर्टर की बातचीत

आरटीपीसीआर रिपोर्ट के बिना पहुंचा देंगे

आईनेक्स्ट: हमें बस की टिकट बुक करवानी है।

ट्रेवल एजेंट: कहां की।

आईनेक्स्ट: कोटा की दो टिकट करवानी हैं।

ट्रेवल एजेंट: आज जाना है या कल का करवाना है।

आईनेक्स्ट: कल की टिकट करवानी है।

ट्रेवल एजेंट: ठीक है, हो जाएगा।

आईनेक्स्ट: कितने बजे की बस है और एक टिकट कितने का है?

ट्रेवल एजेंट: शाम को 3, 4 और 5 बजे की बस है, 1300 रुपए का टिकट है।

आईनेक्स्ट: हमने पेपर में पढ़ा है कि आरटीपीसीआर रिपोर्ट चाहिए, हमारे पास वह नहीं है, तो भी जा सकते है?

ट्रेवल एजेंट: कोई दिक्कत नहीं है।

आईनेक्स्ट: वैक्सीनेशन भी अब तक नहीं हुआ है, तो कोई दिक्कत तो नहीं होगी?

ट्रेवल एजेंट: नहीं होगी, निश्चिंत रहिए।

आईनेक्स्ट: डायरेक्ट कोटा की बस है ना?

ट्रेवल एजेंट: नहीं, जयपुर से बस बदलनी होगी। वो सब हमारी जिम्मेदारी है।

आईनेक्स्ट: जयपुर में आरटीपीसीआर मांगी गई तो?

ट्रेवल एजेंट: कोई कुछ नही मांगेगा।

आईनेक्स्ट: पेमेंट कैसे होगा?

ट्रेवल एजेंट: दोनो तरह से कर सकते हैं। ऑनलाइन और ऑफलाइन।

आईनेक्स्ट: ठीक है कल आते हैं।

ट्रेवल एजेंट: ठीक है।

कंपलसरी है 72 घंटे की आरटीपीसीआर रिपोर्ट ऑर्डर की कॉपी

स्टेट गवर्नमेंट ने प्राइवेट बसों को दूसरे राज्यों में यात्रा के लिए व ट्रेवल्स एजेंसियों को राहत जरूर दी है। मगर कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए उन्होंने यात्रा के 3 दिन पहले की आरटीपीसीआर या वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र रखना अनिवार्य कर दिया है। मगर ट्रेवल्स एजेंट्स ने बसों का संचालन तो शुरू कर दिया है, लेकिन वह ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट और आरटीओ के ऑर्डर को ठेंगा दिखा रहे हैं। गवर्नमेंट के आदेश की अनदेखी कर वह पैसेंजर्स को यात्रा करवा रहे हैं। स्लीपर बसे पैसेंजर्स को गोरखपुर से बिहार, पंजाब, राजस्थान और उत्तराखंड आदि राज्यों के लिए यात्रा करा रही हैं। इन पर न तो रोडवेज प्रशासन की नजर और न ही आरटीओ अमला किसी तरह की जांच कर रहा है। इससे कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा है।

बॉक्स

नौसड़ तक जाने के लिए 40 रुपए अतिरिक्त

रोडवेज बस स्टेशन के पास ट्रेवल्स एजेंसियों के दलालों का जमावड़ा देखा जा सकता है। रोडवेज बस से आने वाले पैसेंजर्स को अच्छा सफर कराने का दावा कर ये दलाल उन्हें प्राइवेट बसों में बैठा दे रहे हैं। इससे उन्हें अच्छा कमीशन भी मिल जाता है, लेकिन सबकुछ जानने के बावजूद भी संबंधित विभाग इन पर मेहरबान है। पैसेंजर्स को नौसड़ तक भेजने के लिए 40 रुपए अतिरिक्त वसूले जा रहे हैं।

बसों के संचालन के ये हैं ऑर्डर

- शर्त के आधार पर ही अन्य राज्यों के लिए विशेष परमिट।

- संचालकों को यात्रा करने वाले यात्रियों की सूची अनिवार्य रूप से रखनी होगी।

- यात्रियों को भी तीन दिन पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट या कोविड वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र सफर के दौरान साथ रखना होगा।

- शर्तों को पूरा करने पर ही परिवहन विभाग से अन्य राज्यों के लिए परमिट जारी होगा।

- नियम का पालन कराने के लिए आरटीओ के सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

वर्जन

प्रदेश सरकार की तरफ से अंतराज्यीय परिवहन सेवा की अनुमति प्रदान की गई है। बस में सफर करने के दौरान आरटीपीसीआर रिपोर्ट और वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र अनिवार्य किया गया है। यदि कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है तो गलत है। ऐसे बस संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- अनीता सिंह, आरटीओ गोरखपुर

Posted By: Inextlive