हॉस्टल में स्टूडेंट्स को हो रही प्रॉब्लम को परखने के लिए शनिवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के ओएसडी डॉ. पंकज एल जानी गोरखपुर यूनिवर्सिटी पहुंचे. यहां उन्होंने दो हॉस्टल का निरीक्षण किया और व्यवस्था संबंधित स्टूडेंट्स से फीडबैक भी लिया.


गोरखपुर (ब्यूरो)। इस दौरान स्टूडेंट्स ने ओएसडी को हॉस्टल की साफ-सफाई, पेयजल और खस्ताहाल शौचालयों की हकीकत से रूबरू कराया। उन्होंने व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए व्यवस्था को ठीक कराने की मांग की। जिसके बाद डॉ। जानी ने सभी स्टूडेंट्स को आश्वस्त कराया कि उन्हें सभी फैसिलिटी मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने यूनिवर्सिटी के जिम्मेदारों को व्यवस्था को तत्काल दुरुस्त कराने के निर्देश भी दिए।दो हॉस्टल का किया निरीक्षणस्टूडेंट्स ने उन्हें हॉस्टल की हकीकत और प्रॉब्लम से रूबरू कराया, जिसके बाद उन्होंने इसकी रिपोर्ट कुलाधिपति को भेजने की बात कही। हालांकि ओएसडी के हॉस्टल पहुंचने की सूचना के बाद स्टूडेंट्स पहले से ही तैयारी करके बैठे हुए थे, लेकिन वह देर शाम हॉस्टल पहुंचे और सिर्फ दो हॉस्टल का निरीक्षण कर वापस लौट लिए। इससे स्टूडेंट्स काफी निराश भी हुए। जिन हॉस्टल का उन्होंने निरीक्षण किया, वहां के स्टूडेंट्स ने उन्हें प्रॉब्लम से रूबरू कराया।


गर्मी में पानी न मिलने की शिकायत

गोरखपुर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल्स में सुविधाओं को जांचने कुलाधिपति के ओएसडी एनसी और विवेकानंद हॉस्टल्स पहुचे। इस दौरान स्टूडेंट्स ने बताया कि यहां पर पीने के पानी की किल्लत हो रही है। इस गर्मी में उन्हें गंदा पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। हॉस्टल का आरओ खराब हो चुका है, जिम्मदारों से शिकायत के बाद भी इसे बनवाया नहीं गया है। इस पर ओएसडी ने यूनिवर्सिटी के जिम्मेदारों को इसे जल्द से जल्द ठीक कराने के निर्देश दिए।बॉक्स बेटियां भी सप्ताह में एक दिन खाना खुद बनाएं ओएसडी डॉ। पंकज एल जानी ने शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों से अलग अलग बैठक करने के बाद यूनिवर्सिटी के भौतिकी विभाग, रसायन विभाग, अंग्रेजी विभाग, संस्कृत विभाग, क्रीड़ा परिषद, केंद्रीय ग्रंथालय के बाद अलखनंदा छात्रावास, रानीलक्ष्मीबाई छात्रावास समेत ब्वॉयज हॉस्टल का निरीक्षण किया। इस दौरान विभाग में कार्यरत शिक्षकों, कर्मचारियों के साथ स्टूडेंट्स से भी संवाद किया। लैब का निरीक्षण किया। साफ सफाई व्यवस्था पर और ध्यान देने की नसीहत दी। निरीक्षण के दौरान जब ओएसडी अलखनंदा छात्रावास और रानीलक्ष्मीबाई छात्रावास पहुंचे तो बेटियों को सप्ताह में एक दिन खाना खुद बनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ये राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मंशा है कि बेटियां भी सप्ताह में एक दिन अपनी टीम बनाकर खाना बनाएं। इसके साथ ही वार्डेन को बेटियों के खेलने के लिए बैडमिंटन, कैरम और चेस सरीखे गेम्स की व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

Posted By: Inextlive