- घर हो या ऑफिस, नियमित कराएं सेनेटाइज

- कोरोना वायरस के प्रभाव को खत्म करने में प्रभावी

GORAKHPUR: शहर में कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए सेनेटाइजेशन बेहद जरूरी है। कोविड-19 वायरस के संक्रमण की लड़ाई को जीतने में सेनेटाइजेशन एक अचूक हथियार है। सोडियम हाईपोक्लोराइड के घोल से होने वाले सेनेटाइजेशन में कोरोना वायरस खत्म हो जाता है। इससे उसके कहीं पर चिपके होने की आशंका भी कम हो जाती है। सोशल डिस्टेंसिंग और हाथों की साफ-सफाई के साथ-साथ सेनेटाइजेशन को जिंदगी का अहम हिस्सा बनाना होगा। डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना से संक्रमित जब कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो मुंह और नाक से निकले ड्रॉपलेट्स हवा में फैल जाते हैं। एक बार के छींकने पर करीब तीन हजार ड्रॉपलेट्स बाहर आते हैं।

यहां जरूरी है सेनेटाइजेशन

- शहर के पब्लिक प्लेस रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, कचहरी और अन्य सरकारी दफ्तर जहां कर्मचारियों की आवाजाही होती है।

- औद्योगिक इकाई में काम आने वाले सभी उपकरणों, पोर्टेबल मशीनरी उपकरण सहित पूरा कैंपस।

- होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा, सराय, हलवाई, फूड आउटलेट्स में सेनेटाइजेशन की प्रक्रिया अनिवार्य है।

- संक्रमण से प्रभावित एरिया, रिहायशी मकान, दुकान और अन्य प्रतिष्ठान, हॉस्पिटल आदि का नियमित सेनेटाजेशन कराया जाना चाहिए।

फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ ने संभाली कमान

शहर में कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए नियमित ढंग से सेनेटाइजेशन की प्रक्रिया चल रही है। नगर निगम के सहयोग से फायर ब्रिगेड की गाडि़यां सेनेटाइजेशन के लिए लगाई गई हैं। शहर में स्थित एनडीआरएफ की 11वीं बटालियन की स्पेशल टीम भी सरकारी दफ्तरों, पब्लिक प्लेस, मोहल्लों और गांवों में सेनेटाइजेशन कर रही है।

यहां करा रहे सेनेटाइजेशन

शहर की विभिन्न कॉलोनियां, वार्ड और मोहल्ले

शहर के प्रमुख चौराहे और अत्यधिक आवाजाही वाली सड़कें

मल्टी स्टोरी बिल्डिंग, कॉम्पलेक्स और अपमार्टमेंट्स

सभी गवर्नमेंट ऑफिसेज, आवास और अस्पताल

शहर के सभी धर्मस्थल और उनसे जुड़े संस्थान

वर्जन

कोविड 19 का संक्रमण रोकने के लिए सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है। फायर बिग्रेड की गाड़ी नियमित ढंग से चिन्हित किए गए स्थानों पर पहुंचकर सेनेटाइजिंग-छिड़काव करती है। इसकी एक रिपोर्ट तैयार करके शासन को भेजी जाती है।

डीके सिंह, सीएफओ गोरखपुर

Posted By: Inextlive