- मेडिकल कालेज गेट पर हुआ था बवाल, पुलिस से भिड़े थे सपाई

- एसएसपी से न्याय की गुहार लगाने पहुंचे आरोपित नेता, चल रही तलाश

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जबरन मिठाई बांटने की कोशिश में दर्ज मुकदमे में आरोपित सपा नेताओं की तलाश में पुलिस जुटी है। मंगलवार की रात पुलिस ने आरोपित पार्षद सौरभ और उसके भाई चंदन को अरेस्ट किया था। इसके बाद से कई नामजद मुल्जिमों ने घर छोड़ दिया है। सौरभ और चंदन के खिलाफ कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोनों हिस्ट्रीशीटर हैं। इसलिए उनको अरेस्ट किया गया। जिले में हिस्ट्रीशीटर, माफिया, गैंगेस्टर पर पुलिस की कार्रवाई जारी रहेगी।

62 नामजद सहित 250 अज्ञात पर एफआईआर

सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेडिकल कॉलेज कैंपस में तीन सौ वार्ड के कोविड हॉस्पिटल का इनॉगरेशन किया था। इसे सपा सरकार की उपलब्धि बताते हुए सपा नेताओं ने मिठाई बांटने के बहाने कैंपस में घुसने की कोशिश की। गेट पर मौजूद पुलिस कर्मचारियों ने सपा नेताओं को रोका तो धक्का-मुक्की हो गई। इसके बाद पुलिस ने हलका बल प्रयोग करके भीड़ को तितर-बितर किया। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मिठाई बांटने की कोशिश में हंगामा करने वाले सपा नेताओं, कार्यकर्ताओं के खिलाफ गुलरिहा और चिलुआताल थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई।

कई धाराओं में दर्ज हुआ केस

चिलुआताल के इंस्पेक्टर नीरज राय की तहरीर पर जिलाध्यक्ष नगीना साहनी सहित 16 नामजद और 70 अज्ञात पर एफआईआर की। उधर गुलरिहा थाना में मेडिकल कॉलेज चौकी प्रभारी गौरव राय कन्नौजियां ने जिलाध्यक्ष सहित 46 नामजद और 150 अज्ञात के खिलाफ रोड जाम करने, अराजकता फैलाते हुए मेडिकल कॉलेज में घुसने की कोशिश करने, पुलिस पर हमलावर होते हुए सरकारी काम में बांधा पहुंचाने, 108 एंबुलेंस सहित अन्य प्राइवेट एंबुलेंस का रास्ता रोकने, महामारी अधिनियम, आपदा प्रबंधन अधिनियम और आपराधिक कानून संशोधन सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया। पुलिस ने सपा जिलाध्यक्ष नगीना साहनी, जियाउल इस्लाम, प्रह्लाद यादव, विजय बहादुर यादव, अमरेंद्र निषाद, जय प्रकाश यादव, विंदा देवी, कपिल मुनी यादव, सब्बीर कुरैशी, राहुल गुप्ता, श्याम यादव, सौरभ विश्वकर्मा, चंदन विश्वकर्मा, शिव शंकर गौड़, सुनील सिंह, आजम लारी सहित अन्य के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया। वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपित चंदन और सौरभ विश्वकर्मा को अरेस्ट किया।

अब किसकी बारी

चंदन और सौरभ की गिरफ्तारी से हड़कंप मचा हुआ है। मंगलवार की देर रात हुई कार्रवाई के बाद से कई सपा नेता परेशान हैं। इसलिए एक दूसरे से पूछ रहे है कि अब पुलिस किसे अरेस्ट करेगी। हालांकि बुधवार की रात पुलिस ने कहीं दबिश नहीं दी। फिर भी कई नेता रात में काफी परेशान रहे। गुरुवार की सुबह भी एक दूसरे से पूछते रहे कि रात में किसी की गिरफ्तारी हुई की नहीं। मुकदमा दर्ज होने से वह लोग काफी परेशान हैं जिनका कोई क्रिमिनल रिकार्ड है। चंदन और सौरभ के खिलाफ कार्रवाई से तय हो गया है कि ऐसे लोगों पर पहले शिकंजा कसेगा जिनके खिलाफ आपराधिक मामले पहले भी दर्ज हो चुके हैं।

एफआईआर के बाद एसएसपी से मिलने पहुंचे

बुधवार को सपा जिलाध्यक्ष नगीना साहनी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी से मिलकर पुलिस को दोषी बताया था। नेताओं ने कहा था कि पुलिस ने जबरन मामले को दूसरा मोड़ दे दिया। इस दौरान पूर्व विधायक विजय बहादुर यादव, पूर्व विधायक यशपाल रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष गीतांजलि यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष अवधेश यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष रजनीश यादव और अमरेन्द्र निषाद सहित कई लोग मौजूद रहे। एसएसपी से मिलने गए नेताओं में नगीना साहनी, रजनीश यादव, अमरेंद्र निषाद और विजय बहादुर यादव का नाम एफआईआर में शामिल है।

चंदन और सौरभ हिस्ट्रीशीटर हैं। इसलिए उनकी गिरफ्तारी की गई। जिले में माफिया, हिस्ट्रीशीटर, गैंगेस्टर और टॉप 10 की लिस्ट में शामिल बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। समाज में भय फैलाने वाले, अपराधियों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी

Posted By: Inextlive