गुलरिहा निवासी हिस्ट्रीशीटर को एसटीएफ ने किया ढेर बहराइच में हुआ एनकाउंटर वाहन चोरी में आया नाम।

GORAKHPUR: चार साल से अधिक समय हो गया है। पन्ना के बड़े भाई साधू जब जिंदा थे तो वह गांव आता-जाता था। सुबह हम लोगों को पता चला कि बहराइच में उसका एनकाउंटर हो गया है। उसका कोई संबंध गांव से नहीं रह गया था। वह पत्‍‌नी और बच्चों के साथ बहराइच में रहने लगा था। वह जब गोरखपुर जेल में बंद था। तब उसकी पत्‍‌नी एक-दो बार आई थी। उसने अपना घर बेच दिया है जबकि जमीन के नाम पर महज 12 से 13 डिस्मिल भूमि बची है। यह कहना है संतोष यादव का जो गुलरिहा के मंगलपुर, मनैइतापुर, बौडिहवा टोला के रहने वाले हैं। शुक्रवार को इस तरह की चर्चा सुबह मंगलपुर और आसपास एरिया में होती रही। क्योंकि इसी गांव के मूल निवासी 50 हजार के इनामी हिस्ट्रीशीटर पन्ना लाल यादव को एसटीएफ गोरखपुर यूनिट ने बहराइच के मलकारा में एक एनकाउंटर में मार गिराया था। लोगों को यकीन नहीं हो रहा था पन्ना लाल इतना बड़ा बदमाश हो सकता है। पन्ना लाल उर्फ डॉक्टर के खिलाफ वर्ष 1992 में रेप का पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद लूट, हत्या के प्रयास सहित करीब 30 मुकदमों में उसका नाम सामने आया।

दरोगा की बेटी का किया अपहरण, ड्राइवर से बना डॉक्टर

लोगों ने बताया कि पन्ना लाल दो भाई थे। बचपन में उसके पिता की मौत हो गई तो मां ने दूसरी शादी कर ली। इसलिए उनसे भी ज्यादा संबंध नहीं रह गया। पन्ना लाल के बड़े भाई रामकेवल साधू हो गए थे। उनकी भी मौत वर्ष 2015 में हो गई। मां और पिता से अलग होने की वजह से पन्ना लाल मनमानी पर उतारू हो गया। वर्ष 1997-98 की बात होगी। इलाके में रहने वाले दरोगा की जीप पन्ना चलाता था। दरोगा की बेटी से उसे प्यार हो गया। उसका अपहरण करके वह इलाहाबाद-प्रयागराज चला गया। दरोगा का मामला था तो किसी तरह से उसे लोग लेकर आए। युवती की शादी फरेंदा में हो गई। लेकिन वहां भी वह उससे मिलने जाने लगा। बाद में आग की चपेट में आने से युवती की भी मौत हो गई। इसके बाद से पन्ना का मिजाज बदल गया। एक बारात में मारपीट की सूचना पर पुलिस पहुंची। वह सिपाही से भिड़ गया। इससे खार खाए पुलिस वालों ने उसे जमकर पीटा। इसके बाद वह अपराधियों की संगत में आ गया। लोग उसको डॉक्टर-डॉक्टर भी कहने लगे थे। पन्ना लाल दो बच्चों का पिता था।

इन थानों में मुकदमे

गुलरिहा, पनियरा - महराजगंज, श्यामदेउरुवा - महराजगंज, कैंपियरगंज, बाराबंकी, मडि़यांव लखनऊ, कैंट, हरदी-बहराइच, वजीरगंज-गोंडा, तिवारीपुर, खीरी-ईसाईनगर, लखनऊ-गाजीपुर, लखीमपुर खीरी सहित कई जिलों में पन्ना लाल के खिलाफ लूट, डकैती सहित कई गंभीर अपराधों में मामले दर्ज हैं। गोरखपुर के पूर्व जेलर से मारपीट में पन्ना लाल का नाम सामने आया था। पुलिस का कहना है कि वह एक बार गोरखपुर जेल से भागा भी। लेकिन अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। गोरखपुर में पुलिस की सख्ती बढ़ने पर उसने बहराइच में मकान बनवा लिया। पत्नी और बच्चों संग वहीं रहकर अपने काम को अंजाम देने लगा।

गुरुवार की रात एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में पन्ना लाल यादव गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया। लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। वह गोरखपुर में जेलर से मारपीट करने का आरोपित भी था।

- विपिन कुमार मिश्रा, एसपी बहराइच

पन्ना लाल की काफी दिनों से तलाश चल रही थी। गुलरिहा एरिया निवासी हिस्ट्रीशीटर पर 50 हजार का इनाम जारी था। गुरुवार की रात मुठभेड़ में उसने गोली चलाई। जवाबी कार्रवाई में वह घायल हो गया। अस्पताल में उसकी मौत हो गई।

-सत्य प्रकाश सिंह, इंस्पेक्टर, एसटीएफ यूनिट गोरखपुर

Posted By: Inextlive